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Rakesh Tikait की केंद्र को चेतावनी: “पूरे भारत में सरकारी दफ्तर बन जाएंगे…”

श्री Rakesh Tikait का बयान दिल्ली पुलिस द्वारा गाजीपुर और टिकरी सीमाओं से सीमेंटेड ब्लॉक और बैरिकेड्स हटाने के दो दिन बाद आया है।

Rakesh Tikait warned the Centre against forcibly removing the protesting farmers
राकेश टिकैत ने प्रदर्शन कर रहे किसानों को जबरन हटाने के खिलाफ केंद्र को चेताया।

नई दिल्ली: किसान नेता Rakesh Tikait ने आज सरकार को चेतावनी दी कि अगर उन्होंने दिल्ली की सीमाओं से प्रदर्शनकारियों को जबरन हटाने की कोशिश की तो परिणाम भुगतने होंगे। भारतीय किसान संघ (बीकेयू) के प्रमुख ने कहा कि किसान देश भर के सरकारी कार्यालयों को “गल्ला मंडियों” (अनाज मंडियों) में बदल देंगे।

Rakesh Tikait ने ट्वीट किया 

उन्होंने ट्विटर पर कहा, ‘अगर किसानों को जबरन सीमा से हटाने की कोशिश की गई तो वे देशभर के सरकारी दफ्तरों को गल्ला मंडी बना देंगे।

श्री टिकैत का बयान दिल्ली पुलिस द्वारा गाजीपुर और टिकरी सीमाओं से सीमेंटेड ब्लॉक और बैरिकेड्स हटाने के दो दिन बाद आया है। किसानों का आंदोलन शुरू होने के बाद से 11 महीने से अधिक समय से यह मार्ग बंद था और यात्री अपनी यात्रा के दौरान असुविधा का हवाला देते रहे हैं।

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इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि इससे होने वाली असुविधा के लिए प्रदर्शनकारी किसान नहीं बल्कि अधिकारी जिम्मेदार हैं।

टिकरी सीमा पर सड़क के खुलने से बहादुरगढ़ और दिल्ली के हजारों यात्रियों के साथ-साथ राष्ट्रीय राजधानी और हरियाणा से राजस्थान जाने वाले यात्रियों को भी मदद मिलेगी।

26 नवंबर, 2020 से केंद्र के तीन कृषि कानूनों का विरोध करते हुए हजारों किसान तीन सीमा बिंदुओं, टिकरी, सिंघू और गाजीपुर में डेरा डाले हुए हैं।

जबकि प्रदर्शनकारी किसान दावा कर रहे हैं कि पिछले साल बनाए गए तीन कानून उनके हित के खिलाफ हैं, केंद्र कह रहा है कि ये कानून किसान समर्थक हैं।

केंद्र और किसानों के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन गतिरोध बरकरार है।

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