कांग्रेस सांसद Renuka Chaudhary ने महाकुंभ पर लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन पर सवाल उठाए हैं। चौधरी ने आरोप लगाया कि महाकुंभ से सरकार को भारी आर्थिक लाभ हुआ है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ के दौरान उड़ान और टेंट की दरें सामान्य से अधिक थीं, जिससे जनता को भारी खर्च उठाना पड़ा।
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Renuka Chaudhary ने मृतकों के आंकड़ों पर सरकार से मांगा जवाब
Renuka Chaudhary ने यह भी सवाल उठाया कि महाकुंभ के दौरान पवित्र स्नान में भाग लेने वाले श्रद्धालुओं की संख्या के बारे में आंकड़े सार्वजनिक किए गए हैं, लेकिन आयोजन के दौरान जान गंवाने वाले लोगों के बारे में कोई आधिकारिक आंकड़ा नहीं दिया गया है। चौधरी ने पूछा कि इस बारे में जवाबदेही किसकी बनती है और सरकार को इस पर स्पष्टीकरण देना चाहिए।
चौधरी ने कहा कि इतने बड़े आयोजन के दौरान हुई त्रासदियों की जानकारी जनता के सामने आनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
महाकुंभ 2025 के बारे में
महाकुंभ 2025 का आयोजन उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक किया गया, जो विश्व का सबसे बड़ा मानव समागम माना जाता है। यह आयोजन त्रिवेणी संगम—गंगा, यमुना और मिथकीय सरस्वती नदियों के संगम स्थल—पर संपन्न हुआ, जहां स्नान करने से पापों से मुक्ति और मोक्ष की प्राप्ति का विश्वास है।
सरकार ने मेले के सफल आयोजन के लिए व्यापक तैयारियां की थीं, जिसमें 4,000 हेक्टेयर क्षेत्र में एक अस्थायी शहर का निर्माण शामिल था। इसमें 1,50,000 तंबू, 3,000 रसोईघर और 1,45,000 शौचालय स्थापित किए गए थे। सुरक्षा के लिए 40,000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी, साथ ही भीड़ प्रबंधन के लिए एआई-सक्षम निगरानी प्रणाली का उपयोग किया गया था। लेकिन महाकुंभ 2025 के दौरान, कई दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएँ सामने आईं, जिनमें सड़क हादसे, भगदड़ और अन्य दुर्घटनाएँ शामिल हैं।
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