समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि उनकी पार्टी ‘राष्ट्रीय पार्टी’ बनने के लिए Jammu-Kashmir विधानसभा चुनाव लड़ रही है।
Jammu-Kashmir में अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार विधानसभा चुनाव हो रहा है
उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद जम्मू-कश्मीर में पहली बार विधानसभा चुनाव हो रहा है, इसलिए भी पार्टी चुनाव लड़ रही है।
यादव ने यहां संवाददाताओं से कहा, “सपा जम्मू-कश्मीर में चुनाव लड़ रही है, क्योंकि अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद पहली बार चुनाव हो रहे हैं। सपा इसलिए भी चुनाव लड़ रही है, क्योंकि छोटे राज्य उसे जल्दी ही राष्ट्रीय पार्टी बनाने में योगदान दे सकते हैं।” जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव तीन चरणों में 18, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को होंगे। मतगणना 8 अक्टूबर को होगी। जम्मू-कश्मीर में कुल 90 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनमें से 7 सीटें अनुसूचित जातियों और 9 सीटें अनुसूचित जनजातियों के लिए आरक्षित हैं।
किसी राजनीतिक दल को राष्ट्रीय दल के रूप में मान्यता तभी मिलती है, जब वह चुनाव चिह्न (आरक्षण और आवंटन) आदेश, 1968 में उल्लिखित तीन शर्तों में से किसी एक को पूरा करता हो।
ये शर्तें हैं कि उसे लोकसभा या विधानसभा चुनावों में चार या अधिक राज्यों में डाले गए वोटों का कम से कम छह प्रतिशत प्राप्त होना चाहिए, और उसके पास कम से कम चार लोकसभा सदस्य भी होने चाहिए; उसके पास कम से कम दो प्रतिशत लोकसभा सीटें होनी चाहिए और कम से कम तीन राज्यों से उसके उम्मीदवार होने चाहिए; और कम से कम चार राज्य उसे राज्य दल के रूप में मान्यता देते हों।
उन्होंने आज हिंदी दिवस के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं भी दीं।
उन्होंने कहा, “मैं आप सभी को हिंदी दिवस की बधाई देता हूं। हिंदी दिवस पर हमें भाषाओं के बारे में जानने की जरूरत है। हिंदी भाषा में वह बदलाव नहीं आया है जो होना चाहिए था। हमें भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देना चाहिए।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को हिंदी दिवस के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दीं। पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया, “हिंदी दिवस पर सभी देशवासियों को ढेरों शुभकामनाएं।”
इससे पहले आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिंदी दिवस के अवसर पर लोगों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं और कहा, “भारतीय भाषाएं हमारा गौरव और विरासत हैं, इन्हें समृद्ध किए बिना हम आगे नहीं बढ़ सकते।”
“सभी भारतीय भाषाएं हमारा गौरव और विरासत हैं, इन्हें समृद्ध किए बिना हम आगे नहीं बढ़ सकते। राजभाषा हिंदी का हर भारतीय भाषा से अटूट रिश्ता है। इस वर्ष हिंदी ने देश की राजभाषा के रूप में जनसंचार और राष्ट्रीय एकता के 75 वर्ष पूरे किए हैं। मुझे विश्वास है कि सभी भारतीय भाषाओं को साथ लेकर राजभाषा हिंदी विकसित भारत के संकल्प को साकार करने में अपना योगदान देती रहेगी।” अमित शाह ने एक्स पर हिंदी में पोस्ट किया। हिंदी दिवस प्रतिवर्ष 14 सितंबर को हिंदी को राष्ट्र की आधिकारिक भाषाओं में से एक के रूप में अपनाने के निर्णय की याद में मनाया जाता है।
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