उत्तर प्रदेश के जनपद Sambhal में ईद-उल-फितर के अवसर पर जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया और पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई ने हयातनगर थाना क्षेत्र के कमालपुर सराय स्थित मुख्य ईदगाह का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया और ड्रोन के माध्यम से निगरानी रखते हुए स्थिति पर सतर्क दृष्टि बनाए रखी।
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Sambhal में सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण
जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों एवं कर्मचारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए और लोगों से पर्व को आपसी सद्भाव व शांतिपूर्ण तरीके से मनाने की अपील की। साथ ही, सभी को ईद-उल-फितर की शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर उपजिलाधिकारी सम्भल, क्षेत्राधिकारी अनुज कुमार चौधरी सहित अन्य अधिकारीगण भी उपस्थित रहे।
ईद-उल-फितर: इस्लाम का पवित्र पर्व
ईद-उल-फितर इस्लाम धर्म के सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। इसे रमज़ान के महीने के समापन के रूप में मनाया जाता है और इस दिन मुस्लिम समुदाय विशेष नमाज़ अदा कर अल्लाह का शुक्रिया अदा करता है। इसे “मीठी ईद” भी कहा जाता है, क्योंकि इस दिन तरह-तरह की मिठाइयाँ, विशेष रूप से सिवईं बनाई जाती हैं।
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ईद-उल-फितर का महत्व
- रमज़ान का समापन: ईद-उल-फितर रमज़ान महीने की समाप्ति का प्रतीक है, जिसमें मुस्लिम समुदाय पूरे महीने रोज़े (उपवास) रखता है।
- शुक्र और खुशी का दिन: यह दिन अल्लाह के प्रति आभार व्यक्त करने, गरीबों की मदद करने और आपसी भाईचारे को बढ़ावा देने का अवसर होता है।
- ज़कात-अल-फितर: ईद से पहले ज़कात (दान) देने की परंपरा होती है, जिससे ज़रूरतमंद लोग भी इस खुशी में शामिल हो सकें।
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