मुंबई की एक सत्र अदालत ने आज (25 अक्टूबर) शिवसेना (यूबीटी) नेता Sanjay Raut को जमानत दे दी, क्योंकि उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता किरीट सोमैया की पत्नी मेधा सोमैया द्वारा दायर मानहानि के मामले में अपनी दोषसिद्धि को चुनौती दी थी।
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राउत ने सत्र न्यायालय में अपनी दोषसिद्धि और मजिस्ट्रेट अदालत द्वारा दी गई 15 दिन की जेल की सजा के खिलाफ पुनरीक्षण आवेदन दायर किया है। राज्यसभा सदस्य शुक्रवार को अदालत में पेश हुए और जमानत मांगी। अदालत ने उन्हें 50,000 रुपये के मुचलके पर जमानत दे दी। न्यायिक मजिस्ट्रेट (प्रथम श्रेणी) आरती कुलकर्णी ने 26 सितंबर को राउत को भारतीय दंड संहिता की धारा 500 के तहत मानहानि का दोषी ठहराया।
Sanjay Raut पर सार्वजनिक शौचालय निर्माण से जुड़े 100 करोड़ रुपये के घोटाले में शामिल होने का आरोप
अदालत ने उन्हें 15 दिन की कैद की सजा सुनाने के अलावा उन पर 25,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया। मेधा सोमैया ने दावा किया था कि राउत ने मीडिया में उनके और उनके पति के खिलाफ निराधार और अपमानजनक आरोप लगाए हैं, जिसमें उन पर मीरा-भायंदर नगर निगम क्षेत्र में सार्वजनिक शौचालयों के निर्माण से संबंधित 100 करोड़ रुपये के घोटाले में शामिल होने का आरोप लगाया गया है।
सोमैया के वकील लक्ष्मण कनाल ने कहा, “चूंकि राउत व्यक्तिगत रूप से पेश हुए, इसलिए हमने उनकी जमानत याचिका का विरोध नहीं किया, जिसके बाद अदालत ने उन्हें मंजूरी दे दी।”
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