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Sitaram Yechury की हालत गंभीर, एम्स दिल्ली में श्वसन सहायता पर: सीपीआईएम

एक विशाल वैचारिक प्रतिबद्धता वाले नेता और सामाजिक न्याय की लड़ाई में एक प्रमुख आवाज़ के रूप में, भारतीय राजनीति में उनके योगदान को व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त है।

Sitaram Yechury, जो कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) [CPI(M)] के महासचिव हैं, की हालत गंभीर बताई जा रही है और उन्हें दिल्ली के AIIMS में इलाज के लिए भर्ती किया गया है। पार्टी के अधिकारियों के अनुसार, वह फिलहाल श्वसन समर्थन (respiratory support) पर हैं और डॉक्टर उनकी स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए हैं। उनके इस अचानक स्वास्थ्य संकट ने उनके सहयोगियों, राजनीतिक साथियों और पूरे देश में उनके समर्थकों के बीच चिंता पैदा कर दी है।

Sitaram Yechury

Sitaram Yechury भारतीय राजनीति की एक प्रमुख हस्ती हैं, जो मार्क्सवादी विचारधारा और CPI(M) से लंबे समय से जुड़े रहे हैं। उनका जन्म 12 अगस्त 1952 को चेन्नई (तत्कालीन मद्रास), तमिलनाडु में एक तेलुगु ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके पिता, सर्वेश्वर सोमयाजुलु येचुरी, भारतीय रेलवे में इंजीनियर के रूप में कार्यरत थे, और उनकी मां, कल्पकम, एक गृहिणी थीं। उनके पिता के ट्रेड यूनियन से जुड़े होने के कारण उन्हें प्रारंभिक रूप से वामपंथी विचारधारा से प्रभावित होने का मौका मिला।

Sitaram Yechury ने हैदराबाद के ऑल सेंट्स हाई स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की और बाद में दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफन कॉलेज से अर्थशास्त्र में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। यहीं से उनका झुकाव छात्र राजनीति की ओर हुआ और उन्होंने छात्रों के संगठन स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) का हिस्सा बने, जो CPI(M) का छात्र संगठन है।

1974 में, येचुरी जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष बने और अपने कार्यकाल के दौरान कई छात्र आंदोलनों का नेतृत्व किया। छात्र राजनीति में सक्रिय भागीदारी के बाद, उन्होंने औपचारिक रूप से CPI(M) में शामिल होकर पार्टी में कई नेतृत्व पदों पर कार्य किया।

राजनीतिक करियर

Sitaram Yechury का CPI(M) के भीतर का राजनीतिक सफर उनके मार्क्सवादी सिद्धांतों और समाजवादी उद्देश्यों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का प्रतीक है। उन्होंने हमेशा श्रमिक वर्ग, मजदूरों और हाशिए पर पड़े समुदायों के अधिकारों की वकालत की है। वर्षों के दौरान, उन्होंने भूमि सुधार, श्रमिक अधिकारों और आर्थिक समानता जैसे प्रमुख मुद्दों पर पार्टी की नीतियों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

Sitaram Yechury's condition critical, on respiratory support at AIIMS Delhi CPIM

उनकी भाषण शैली और राजनीतिक सूझ-बूझ ने उन्हें न केवल उनकी पार्टी के भीतर, बल्कि उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के बीच भी एक सम्मानित नेता के रूप में स्थापित किया है। उन्हें भारतीय राजनीति में एक ऐसा मध्यमार्गी नेता माना जाता है, जो अन्य राजनीतिक विचारधाराओं के साथ रचनात्मक संवाद करने में सक्षम हैं, जबकि वे अपने मार्क्सवादी मूल्यों के प्रति सच्चे बने रहे।

1992 में, Sitaram Yechury को CPI(M) की पोलित ब्यूरो का सदस्य चुना गया, जो उन्होंने बड़ी प्रतिष्ठा के साथ निभाया। वह पार्टी के निर्णय लेने की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण रहे और विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर पार्टी के रुख को निर्धारित करने में अग्रणी भूमिका निभाई।

अप्रैल 2015 में, येचुरी को सर्वसम्मति से CPI(M) का महासचिव चुना गया, जहां उन्होंने प्रकाश करात का स्थान लिया। उनके नेतृत्व में, पार्टी ने विशेष रूप से युवाओं और श्रमिक वर्ग के समुदायों के बीच अपनी अपील को फिर से जीवंत करने का प्रयास किया है। हालांकि कुछ क्षेत्रों में चुनावी असफलताओं का सामना करना पड़ा, येचुरी ने हमेशा दक्षिणपंथी राजनीति और नवउदारवादी नीतियों के खिलाफ एकजुट मोर्चे की आवश्यकता पर जोर दिया है।

स्वास्थ्य संबंधी चिंताएँ और हालिया घटनाक्रम

हाल के वर्षों में Sitaram Yechury के स्वास्थ्य को लेकर चिंताएँ बढ़ी हैं, क्योंकि उन्हें कई चिकित्सा स्थितियों का सामना करना पड़ा है। उनके स्वास्थ्य समस्याओं ने कभी-कभी उनके सार्वजनिक कार्यक्रमों और राजनीतिक अभियानों में सक्रिय भागीदारी को कम कर दिया है। इसके बावजूद, उन्होंने पार्टी का नेतृत्व जारी रखा और महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाओं में सक्रिय रूप से भाग लिया।

CPI(M) के सूत्रों के अनुसार, येचुरी को गंभीर श्वसन संकट का सामना करने के बाद दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में भर्ती कराया गया। AIIMS के चिकित्सा विशेषज्ञों ने पुष्टि की है कि उन्हें श्वसन समर्थन पर रखा गया है और उन्हें गहन चिकित्सा इकाई (ICU) में गहन देखभाल दी जा रही है। उनकी बीमारी की सटीक प्रकृति का सार्वजनिक रूप से खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन उनकी स्थिति गंभीर बताई जा रही है।

पार्टी के अधिकारियों ने येचुरी के स्वास्थ्य को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है और स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं। कई राजनीतिक नेताओं, जिनमें विपक्षी दलों के नेता भी शामिल हैं, ने एकजुटता व्यक्त की है और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। सोशल मीडिया पर देशभर से नेताओं, कार्यकर्ताओं और नागरिकों द्वारा समर्थन के संदेशों की बाढ़ आ गई है, जो Sitaram Yechury के भारतीय राजनीति में गहरे प्रभाव को दर्शाता है।

CPI(M) का बयान

CPI(M) ने अपने आधिकारिक बयान में येचुरी के स्वास्थ्य को लेकर चिंता व्यक्त की है और सार्वजनिक रूप से उनके परिवार की निजता का सम्मान करने की अपील की है। पार्टी ने कहा है कि वह स्थिति के विकसित होने के साथ जनता को उनके स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में जानकारी देती रहेगी।

CPI(M) नेतृत्व, जिसमें वरिष्ठ पोलित ब्यूरो सदस्य शामिल हैं, लगातार AIIMS की चिकित्सा टीम के संपर्क में हैं और येचुरी के इलाज की स्थिति पर अद्यतन प्राप्त कर रहे हैं। पार्टी ने अपने सदस्यों और समर्थकों को आश्वासन दिया है कि येचुरी को सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा देखभाल प्रदान करने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ

Sitaram Yechury के स्वास्थ्य संकट ने राजनीतिक दलों में चिंता की लहर पैदा कर दी है। विभिन्न दलों के नेताओं, जिनमें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी (BJP) और अन्य क्षेत्रीय दल शामिल हैं, ने उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया, “मेरी प्रार्थनाएँ और शुभकामनाएँ Sitaram Yechury जी और उनके परिवार के साथ हैं। उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूँ।”

BJP अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने भी चिंता व्यक्त करते हुए कहा, “मैं Sitaram Yechury जी के शीघ्र और पूर्ण स्वस्थ होने की कामना करता हूँ। इस कठिन समय में उनके परिवार और साथियों के साथ मेरी प्रार्थनाएँ हैं।”

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, जो लंबे समय से Sitaram Yechury की राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी रही हैं, ने भी सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी चिंता व्यक्त की। “Sitaram Yechury जी के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूँ। वह जल्द स्वस्थ हों,” उन्होंने ट्वीट किया।

जनता की प्रतिक्रियाएँ

येचुरी की गंभीर स्थिति ने आम जनता के बीच भी गहरी प्रतिक्रिया उत्पन्न की है, विशेष रूप से उन लोगों के बीच जिन्होंने उनके लंबे राजनीतिक करियर का अनुसरण किया है। कई लोग उन्हें एक ऐसे नेता के रूप में देखते हैं जो गहरे वैचारिक प्रतिबद्धता और ईमानदारी के साथ भारतीय राजनीति में सक्रिय रहे हैं, जब राजनीति में व्यक्तिगत और कॉर्पोरेट हितों का बढ़ता प्रभाव देखा जा रहा है।

सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे ट्विटर और फेसबुक पर उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंता जताने वाले पोस्ट्स की बाढ़ आ गई है। जीवन के विभिन्न क्षेत्रों से लोग, जिनमें छात्र, श्रमिक और कार्यकर्ता शामिल हैं, Sitaram Yechury से मिलने या उनके भाषणों और कार्यों से प्रेरित होने के अपने व्यक्तिगत अनुभव साझा कर रहे हैं।

केरल और पश्चिम बंगाल, जहां CPI(M) का महत्वपूर्ण प्रभाव है, इन राज्यों में पार्टी समर्थकों ने प्रार्थना सभाओं और जागरणों का आयोजन किया है, येचुरी के स्वस्थ होने की कामना की जा रही है। CPI(M) के सदस्यों के लिए, येचुरी केवल एक नेता नहीं हैं, बल्कि न्याय और समानता के लिए पार्टी की लड़ाई के प्रतीक हैं।

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AIIMS दिल्ली की भूमिका

AIIMS दिल्ली, जहाँ Sitaram Yechury का इलाज चल रहा है, भारत के सबसे प्रतिष्ठित चिकित्सा संस्थानों में से एक है। यह अस्पताल गंभीर मामलों के इलाज के लिए जाना जाता है और अक्सर प्रमुख सार्वजनिक हस्तियों के इलाज के लिए भी यही जगह चुनी जाती है।

येचुरी का इलाज करने वाली चिकित्सा टीम में देश के सर्वश्रेष्ठ डॉक्टर शामिल हैं, और उन्हें स्थिर करने के लिए नवीनतम चिकित्सा तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है। AIIMS का शीर्ष राजनीतिक नेताओं के इलाज का लंबा इतिहास रहा है, जिनमें पूर्व प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और अन्य प्रमुख हस्तियाँ शामिल हैं।

CPI(M) के लिए एक महत्वपूर्ण समय

येचुरी की स्वास्थ्य समस्या ऐसे समय में आई है जब सीपीआई (एम) आंतरिक और बाहरी दोनों तरह की चुनौतियों का सामना कर रही है। भारतीय राजनीति में वामपंथ के घटते प्रभाव के साथ, खासकर पश्चिम बंगाल में महत्वपूर्ण हार के बाद, पार्टी राष्ट्रीय राजनीतिक परिदृश्य में खुद को फिर से स्थापित करने की कोशिश कर रही है। येचुरी का नेतृत्व इन प्रयासों के केंद्र में रहा है, और उनकी बीमारी पार्टी के भविष्य के पाठ्यक्रम के बारे में चिंताएँ पैदा करती है।

अगर येचुरी लंबे समय तक अपने कर्तव्यों को फिर से शुरू करने में असमर्थ हैं, तो सीपीआई (एम) को अंतरिम नेतृत्व व्यवस्था पर विचार करने की आवश्यकता हो सकती है। हालाँकि पोलित ब्यूरो में येचुरी के सहयोगी अनुभवी राजनेता हैं, लेकिन उनकी अनुपस्थिति निस्संदेह महसूस की जाएगी, खासकर प्रमुख चुनावों से पहले आगामी राजनीतिक रणनीतियों और गठबंधनों में।

निष्कर्ष

Sitaram Yechury की गंभीर स्वास्थ्य स्थिति ने भारत के राजनीतिक परिदृश्य में खलबली मचा दी है। एक विशाल वैचारिक प्रतिबद्धता वाले नेता और सामाजिक न्याय की लड़ाई में एक प्रमुख आवाज़ के रूप में, भारतीय राजनीति में उनके योगदान को व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त है। जबकि पूरा देश उनके स्वास्थ्य के बारे में अपडेट का बेसब्री से इंतजार कर रहा है, राजनीतिक स्पेक्ट्रम से मिल रहा समर्थन इस बात का प्रमाण है कि वे एक ऐसे नेता हैं जिनका कई लोग सम्मान करते हैं।

आने वाले दिन महत्वपूर्ण होंगे क्योंकि एम्स दिल्ली के डॉक्टर उनकी हालत को स्थिर करने के लिए अपने प्रयास जारी रखेंगे। सीपीआई(एम) और उसके समर्थकों के लिए, येचुरी का ठीक होना सबसे महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे उनके चल रहे राजनीतिक संघर्ष में एक महत्वपूर्ण व्यक्ति बने हुए हैं। पूरा देश उनके शीघ्र स्वस्थ होने की उम्मीद कर रहा है, कई लोग दशकों से भारतीय राजनीति पर उनके गहरे प्रभाव को याद कर रहे हैं।

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