(प्रतीकात्मक तस्वीर)
अटेली विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक सीताराम के बेटे व उसके साथियों पर एक कॉन्स्टेबल की पिटाई करने व वर्दी फाड़ने का आरोप लगा है। इस घटना का जब विडियो वायरल हुआ तो मुकदमा दर्ज करने से बच रही पुलिस को आखिरकार विधायक के बेटे सहित 4 लोगों पर केस दर्ज करना पड़ा। हालांकि विधायक ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।
अटेली पुलिस थाने में तैनात रेवाड़ी के गांव दड़ौली फतेहपुरी निवासी कॉन्स्टेबल भूपेंद्र का आरोप है कि वह जब अटेली के कनीना चौक पर बीती रात 9 बजे ड्यूटी पर तैनात थे तो उस समय चेकिंग के लिए उन्होंने एक पिकअप को रुकने का इशारा किया। इस बात से नाराज पिकअप चालक सतीश ने भला-बुरा कहा और खुद को विधायक का भतीजा बताया। कुछ देर बाद यह भतीजा विधायक पुत्र प्रवीण व अन्य लोगों के साथ मौके पर आया और राजीनामा करने के लिए अपने कार्यालय में बुलाया।
भूपेंद्र ने कहा कि वह जब उसके कार्यालय में पहुंचा तो प्रवीण कुमार व अन्य 3-4 साथियों ने उसके साथ जमकर मारपीट की और वर्दी फाड़ दी। सारी घटना की जानकारी खुद कॉन्स्टेबल भूपेंद्र ने एक विडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दी। उसने आरोप लगाया कि आरोपितों ने उसके 3 हजार रुपये भी छीन लिए। विडियो वायरल होने के बाद अटेली पुलिस के थाना प्रभारी विकास कुमार ने बताया कि भूपेंद्र की शिकायत पर मारपीट करने, धमकी देने व सरकारी काम में बाधा पहुंचाने का केस विधायक पुत्र सहित 4 लोगों पर केस दर्ज कर लिया।
विधायक सीताराम यादव ने कहा कि बेटे से पूछताछ के बाद पता चला कि पुलिसकर्मी के साथ मारपीट व गाली-गलौच जैसी कोई घटना नहीं हुई। फिर भी अगर पुलिसकर्मी आरोप लगा रहा है तो घटना की उच्चस्तरीय किसी भी एजेंसी द्वारा कराई जाए। इस मामले में अगर कोई दोषी है तो उसे सजा मिलनी चाहिए।