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Anil Kapoor को इन 7 फिल्मों ने बनाया सुपरस्टार

मि. इंडिया, जिसे शेकर कपूर ने निर्देशित किया, Anil Kapoor की सबसे प्रसिद्ध फ़िल्मों में से एक है। इस फ़िल्म में कपूर ने अरुण का किरदार निभाया, जो एक यंत्र के माध्यम से अदृश्य हो जाता है

Anil Kapoor, भारतीय सिनेमा के प्रमुख नामों में से एक, ने बॉलीवुड में दशकों से अपना कब्जा बनाए रखा है। उनकी बहुमुखी प्रतिभा, करिश्मा और अपने काम के प्रति समर्पण ने उन्हें सिनेमा के इतिहास में एक विशेष स्थान दिलाया है। उनके सुपरस्टार बनने की यात्रा में कई महत्वपूर्ण फ़िल्में शामिल हैं, जिन्होंने उनके अभिनय कौशल को प्रदर्शित किया और उन्हें एक प्रमुख अभिनेता के रूप में स्थापित किया। यहाँ सात महत्वपूर्ण फ़िल्मों का विवरण है, जिन्होंने Anil Kapoor को एक सुपरस्टार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

1. “वह 7 दिन” (1983)

बी. आर. चोपड़ा द्वारा निर्देशित वह 7 दिन Anil Kapoor के करियर का एक महत्वपूर्ण मोड़ था। इस फ़िल्म में कपूर ने एक संघर्षरत कलाकार की भूमिका निभाई, जिसे अपने कला के प्रति गहरे लगाव और व्यक्तिगत संघर्षों से जूझना पड़ता है। कपूर का प्रदर्शन इस किरदार की जटिलताओं और संवेदनशीलता को दर्शाता है, जो उनके अभिनय कौशल को उजागर करता है।

फ़िल्म की सफलता सिर्फ इसके व्यावसायिक प्रदर्शन तक सीमित नहीं थी; इसने कपूर को इंडस्ट्री में व्यापक मान्यता दिलाई। इस भूमिका ने उनके संभावनाओं को दर्शाया और उन्हें भविष्य के किरदारों के लिए मंच तैयार किया।

These 7 films made Anil Kapoor a superstar

2. “मि. इंडिया” (1987)

मि. इंडिया, जिसे शेकर कपूर ने निर्देशित किया, Anil Kapoor की सबसे प्रसिद्ध फ़िल्मों में से एक है। इस फ़िल्म में कपूर ने अरुण का किरदार निभाया, जो एक यंत्र के माध्यम से अदृश्य हो जाता है और बुराई से लड़ता है। कपूर का प्रदर्शन इस अनूठे कांसेप्ट को जीवंत और मनोरंजक बनाता है।

फ़िल्म की सफलता को उसकी यादगार धुनों, विशेषकर “हवा हवाई” द्वारा बढ़ाया गया, जो कपूर की छवि के साथ जुड़ गई। मि. इंडिया ने कपूर के अभिनय कौशल को दिखाया और उन्हें बॉलीवुड में एक प्रमुख स्टार के रूप में स्थापित किया।

3. “तेज़ाब” (1988)

तेज़ाब में, जिसे एन. चंद्रा ने निर्देशित किया, Anil Kapoor ने एक ऐसे व्यक्ति की भूमिका निभाई, जो अपने पिता की मौत का बदला लेने के लिए अपराध की दुनिया में प्रवेश करता है। इस फ़िल्म में कपूर का प्रदर्शन गंभीर और भावनात्मक था, और इसके संगीत में “एक दो तीन” जैसे हिट गाने शामिल थे।

इस फ़िल्म ने कपूर को फिल्मफेयर अवार्ड फॉर बेस्ट एक्टर दिलाया, जो उनके अभिनय कौशल का एक महत्वपूर्ण मान्यता था। तेज़ाब की सफलता ने कपूर को बॉलीवुड में एक प्रमुख अभिनेता के रूप में स्थापित किया।

4. “राम लखन” (1989)

सुभाष घई द्वारा निर्देशित राम लखन ने Anil Kapoor की बहुमुखी प्रतिभा और अभिनय की रेंज को उजागर किया। इस फ़िल्म में कपूर ने लखन की भूमिका निभाई, जो एक मजेदार और चालाक युवा व्यक्ति है। फ़िल्म का कथानक ड्रामा, एक्शन और कॉमेडी का मेल था, और कपूर का प्रदर्शन इसके सफलता में महत्वपूर्ण था।

कपूर का लखन के रूप में प्रदर्शन उन्हें हल्के-फुल्के और गंभीर क्षणों को समान रूप से निभाने की क्षमता दिखाता है। इस फ़िल्म की सफलता ने कपूर को एक विविध अभिनेता के रूप में स्थापित किया और यह फ़िल्म आज भी उनके सबसे प्रिय कामों में से एक मानी जाती है।

5. “परिंदा” (1989)

परिंदा, जिसे विदू विनोद चोपड़ा ने निर्देशित किया, ने Anil Kapoor को एक अलग ही अंदाज में प्रस्तुत किया। इस फ़िल्म में कपूर ने एक गैंगस्टर की भूमिका निभाई, जो अपराध और भ्रष्टाचार के जाल में फंसा हुआ है। कपूर का प्रदर्शन गंभीर और प्रभावशाली था, जो फ़िल्म के मुख्य तत्वों में से एक था।

इस फ़िल्म को इसके प्रभावशाली कथानक और मजबूत अभिनय के लिए सराहा गया। कपूर का किरदार जटिल और बहुपरकारी था, जिसने उनके अभिनय कौशल को एक नई ऊँचाई पर ले जाने में मदद की। परिंदा को उनके सबसे बेहतरीन प्रदर्शनों में से एक माना जाता है।

6. “1942: ए लव स्टोरी” (1994)

1942: ए लव स्टोरी, जिसे विदू विनोद चोपड़ा ने निर्देशित किया, ने Anil Kapoor को एक ऐतिहासिक और रोमांटिक भूमिका में पेश किया। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के बैकड्रॉप में सेट इस फ़िल्म में कपूर ने एक क्रांतिकारी और प्रेमी का रोल निभाया। फ़िल्म का कथानक प्यार और देशभक्ति के विषयों को छूता है और कपूर का प्रदर्शन इसके भावनात्मक प्रभाव को बढ़ाता है।

फ़िल्म की सुंदर धुनें और रोमांटिक और ऐतिहासिक तत्वों का मेल इस फ़िल्म को विशेष बनाते हैं। कपूर का प्रदर्शन उनकी बहुमुखी प्रतिभा को दर्शाता है और 1942: ए लव स्टोरी उनके करियर में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।

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7. “स्लमडॉग मिलियनेयर” (2008)

डैनी बॉयल द्वारा निर्देशित स्लमडॉग मिलियनेयर ने Anil Kapoor के करियर में एक महत्वपूर्ण मोड़ लाया। इस फ़िल्म में कपूर ने एक गेम शो होस्ट की भूमिका निभाई, जो सजीव और यादगार थी। इस फ़िल्म ने वैश्विक सफलता प्राप्त की और कई अकादमी पुरस्कार जीते, जिससे कपूर को अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिली।

इस फ़िल्म की सफलता कपूर की प्रतिभा और अनुकूलता का प्रमाण है। स्लमडॉग मिलियनेयर ने कपूर के करियर को एक नया आयाम दिया और उन्हें वैश्विक सिनेमा में एक प्रमुख स्थान पर स्थापित किया।

निष्कर्ष

Anil Kapoor की सुपरस्टार बनने की यात्रा कई फ़िल्मों से भरी हुई है, जिन्होंने उनकी बहुमुखी प्रतिभा, करिश्मा और समर्पण को प्रदर्शित किया है। इन सात फ़िल्मों ने कपूर को एक प्रमुख अभिनेता के रूप में स्थापित किया और उनकी विभिन्न भूमिकाओं को दर्शाया। चाहे वह मि. इंडिया में अभिनव विचार हो या परिंदा में गंभीर ड्रामा, कपूर के प्रदर्शन ने हमेशा दर्शकों को प्रभावित किया है।

उनकी यात्रा, वह 7 दिन से लेकर स्लमडॉग मिलियनेयर तक, उनके उत्कृष्ट अभिनय कौशल और निरंतर अपील को दर्शाती है। Anil Kapoor का करियर बॉलीवुड में एक महत्वपूर्ण योगदान है और ये फ़िल्में उनके सुपरस्टार बनने की यात्रा में महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होती हैं।

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