Delhi, एक समृद्ध इतिहास वाला शहर, कई ऐतिहासिक घटनाओं का गवाह रहा है और इसके विकास के दौरान कई महत्वपूर्ण स्मारकों का घर रहा है। यहां दिल्ली के कुछ प्रमुख ऐतिहासिक भवनों की विस्तृत जानकारी दी गई है:
Table of Contents
1. Delhi: लाल किला (Red Fort)
लाल किला, जिसे लाल किला भी कहा जाता है, शायद Delhi का सबसे प्रसिद्ध स्मारक है। इसे 1638 में मुग़ल सम्राट शाहजहाँ द्वारा मुग़ल सम्राटों के मुख्य निवास के रूप में बनाया गया था। इसके विशाल लाल बलुआ पत्थर की दीवारें मुग़ल वास्तुकला की विशेषता हैं। किले में दीवान-ए-आम (जनता की सभा का कक्ष), दीवान-ए-ख़ास (विशेष सभा का कक्ष), रंग महल (रंगीन महल) और शाह बुरज शामिल हैं। लाल किला का भव्यता और ऐतिहासिक महत्व इसे यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल बनाता है और भारत के इतिहास का एक महत्वपूर्ण स्थल बनाता है।
2. कुतुब मीनार (Qutub Minar)
1193 में कुतुब-उद-दीन ऐबक द्वारा निर्मित कुतुब मीनार एक प्रारंभिक इंडो-इस्लामिक वास्तुकला का ऊंचा उदाहरण है। 73 मीटर की ऊचाई के साथ, यह दुनिया की सबसे ऊंची ईंटों की मीनार है। कुतुब मीनार पर अरबी में उत्कीर्ण सजावट और शिलालेख हैं। यह कुतुब परिसर का हिस्सा है, जिसमें कई अन्य ऐतिहासिक संरचनाएं जैसे कुव्वत-उल-इस्लाम मस्जिद और Delhi का लोहे का खंभा शामिल हैं।
3. हुमायूँ का मकबरा (Humayun’s Tomb)
1565 और 1572 के बीच बनवाया गया हुमायूँ का मकबरा, हुमायूँ की विधवा, साम्राज्ञी हामिदा बानो बेगम द्वारा कमीशन किया गया था। यह ताज महल की पूर्ववर्ती इमारत के रूप में माना जाता है और इसके सममित बाग, जटिल टाइल वर्क और केंद्रीय गुंबद के साथ मुग़ल वास्तुकला की अद्भुतता को प्रदर्शित करता है। हुमायूँ का मकबरा 1993 में यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया।
4. भारत गेट (India Gate)
भारत गेट, एक युद्ध स्मारक, 1931 में उद्घाटित किया गया था और प्रथम विश्व युद्ध में मारे गए सैनिकों को समर्पित है। इसे सर एडविन लुटियन्स द्वारा डिज़ाइन किया गया था और यह पेरिस के आर्क डी ट्रायम्फ की डिजाइन से प्रेरित है, जिसमें 13,000 से अधिक सैनिकों के नाम खुदे हुए हैं। भारत गेट भारत की सैन्य धरोहर और राष्ट्रीय गर्व का प्रमुख प्रतीक है।
5. जामा मस्जिद (Jama Masjid)
1650 और 1656 के बीच सम्राट शाहजहाँ द्वारा निर्मित, जामा मस्जिद भारत की सबसे बड़ी और प्रभावशाली मस्जिदों में से एक है। यह एक बार में 25,000 से अधिक श्रद्धालुओं को समायोजित कर सकती है। मस्जिद में एक भव्य आँगन, एक बड़े प्रार्थना कक्ष और दो ऊँचे मीनारें हैं। इसकी वास्तुकला मुग़ल मस्जिद डिज़ाइन का बेहतरीन उदाहरण है, जिसमें लाल बलुआ पत्थर और सफेद संगमरमर का मिश्रण है।
6. लोटस टेम्पल (Lotus Temple)
लोटस टेम्पल, जिसे बहाई हाउस ऑफ वर्शिप भी कहा जाता है, 1986 में पूरा हुआ एक आधुनिक वास्तुकला का अद्भुत उदाहरण है। इसे आर्किटेक्ट फरिबोर्ज साहबा द्वारा डिज़ाइन किया गया है और यह कमल के फूल के आकार में है। इसे सफेद संगमरमर की शानदार सतह और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है। यह सभी धर्मों के लोगों के लिए खुला है और बहाई धर्म के एकता और शांति के सिद्धांत का प्रतीक है।
7. राष्ट्रपति भवन (Rashtrapati Bhavan)
राष्ट्रपति भवन, भारत के राष्ट्रपति की आधिकारिक निवास स्थान, सर एडविन लुटियन्स और हर्बर्ट बेकर द्वारा डिज़ाइन किया गया था और 1929 में पूरा हुआ था। यह एक विशाल ढांचा है जिसमें एक बड़ा गुंबद और विशाल बाग शामिल हैं, जिनमें मुग़ल बाग़ भी शामिल है, जो साल के कुछ समय में जनता के लिए खुलते हैं। इसकी वास्तुकला क्लासिकल और आधुनिक तत्वों का मिश्रण है, जो औपनिवेशिक शासन से स्वतंत्र भारत की ओर संक्रमण को दर्शाता है।
8. तुगलकाबाद किला (Tughlaqabad Fort)
14वीं सदी के प्रारंभ में सुलतान गाज़ी तुगलक द्वारा निर्मित तुगलकाबाद किला एक विशाल किलेबंदी है जो कभी Delhi सुलतानate की राजधानी थी। किला अपनी विशाल दीवारों, विशाल गेटों और उसके महलों और मस्जिदों के अवशेषों के लिए जाना जाता है। हालांकि अब ज्यादातर खंडहर में है, किले की भव्यता और रणनीतिक स्थिति मध्यकालीन सैन्य वास्तुकला और शहरी योजना की झलक प्रदान करती है।
9. Delhi: पुराना किला (Purana Qila)
पुराना किला, या ओल्ड फोर्ट, Delhi के सबसे पुराने किलों में से एक है, जिसे महाभारत में उल्लेखित प्राचीन शहर इंद्रप्रस्थ की जगह पर बनाया गया है। किला 16वीं सदी में मुग़ल सम्राट हुमायूँ द्वारा निर्मित किया गया था और बाद में शेर शाह सूरी द्वारा विस्तारित किया गया। किला परिसर में किला-ए-कुहना मस्जिद, एक बावड़ी और कई प्राचीन संरचनाएं शामिल हैं, जो दिल्ली के बहुस्तरीय इतिहास की झलक पेश करती हैं।
10. स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर (Swaminarayan Akshardham Temple)
2005 में पूरा हुआ स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर पारंपरिक हिंदू वास्तुकला का एक आधुनिक आश्चर्य है। मंदिर जटिल नक्काशी, बड़े केंद्रीय गुंबद और सुंदर बागों के लिए प्रसिद्ध है। यह भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर को अपनी प्रदर्शनी और वास्तुकला के भव्यता के माध्यम से प्रदर्शित करता है। मंदिर परिसर में यज्ञपुरुष मंडप, सहज आनंद जल प्रदर्शनी, और बीएपीएस सांस्कृतिक परिसर शामिल हैं।
11. गुरुद्वारा बंगला साहिब (Gurdwara Bangla Sahib)
गुरुद्वारा बंगला साहिब, एक प्रमुख सिख मंदिर, कन्नॉट प्लेस में स्थित है। यह मूल रूप से एक बंगला था जहां गुरु हर किशन, आठवें सिख गुरु, ने 1664 में Delhi की यात्रा के दौरान ठहराव किया था। गुरुद्वारा अपने शांत वातावरण, सुंदर वास्तुकला और एक बड़े जलाशय (सरवर) के लिए जाना जाता है जहां श्रद्धालु पवित्र स्नान करते हैं। यह पूजा और सामुदायिक सेवा का स्थान है, जो सिख धर्म के सिद्धांतों को दर्शाता है।
12. Delhi: कुल्का मंदिर (Kalka Mandir)
हिंदू देवी काली को समर्पित कुल्का मंदिर, Delhi के दिल में स्थित एक पूजा स्थल है। यह शहर के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है, जिसकी स्थापना 18वीं सदी में की गई थी। मंदिर की वास्तुकला और जीवंत सजावट इसे एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल बनाते हैं, जो भक्तों और पर्यटकों को आकर्षित करता है।
13. निजामुद्दीन दरगाह (Nizamuddin Dargah)
निजामुद्दीन दरगाह, सूफी संत निजामुद्दीन औलिया की मकबरा है, जो भारत के सबसे पूजनीय संतों में से एक हैं। 14वीं सदी में निर्मित, दरगाह एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है और इसका परिसर मस्जिद, कई मकबरों और एक हलचल भरे बाजार क्षेत्र को शामिल करता है, जो मध्यकालीन Delhi की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक जीवन की झलक प्रदान करता है।
14. सफदरजंग का मकबरा (Safdarjung’s Tomb)
1754 में निर्मित सफदरजंग का मकबरा, मुग़ल सम्राट अहमद शाह बहादुर के प्रधानमंत्री सफदरजंग का मकबरा है। यह एक देर मुग़ल वास्तुकला का उदाहरण है, जिसमें सुंदर गुंबद, मीनारें और हरे-भरे बाग शामिल हैं। मकबरा मुग़ल काल की वास्तुकला की विशेषता को दर्शाता है, जिसमें भव्यता और समरूपता पर जोर दिया गया है।
15. जंतर मंतर (Jantar Mantar)
Delhi का जंतर मंतर महाराजा जय सिंह II द्वारा निर्मित पांच खगोलीय वेधशालाओं में से एक है। 1724 में पूरा हुआ, वेधशाला में समय मापने, ग्रहणों की भविष्यवाणी करने और आकाशीय पिंडों का ट्रैकिंग करने के लिए उपयोग किए जाने वाले कई बड़े यंत्र शामिल हैं। इसकी अनूठी वास्तुकला और वैज्ञानिक डिजाइन इसे एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक और वैज्ञानिक स्थल बनाते हैं।
16. चांदनी चौक (Chandni Chowk)
चांदनी चौक एक ऐतिहासिक बाजार क्षेत्र है जो मुग़ल काल से Delhi का महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। इसे शाहजहाँ द्वारा 17वीं सदी में बसाया गया था और यह अपने व्यस्त सड़कों, ऐतिहासिक हवेलियों और जीवंत वातावरण के लिए जाना जाता है। इस क्षेत्र में प्रमुख स्थल फतेहपुरी मस्जिद और सिसगंज गुरुद्वारा हैं।
Delhi Metro ने दी गुड न्यूज! संडे से चेंज हो रही है टाइमिंग, जानिए नया बदलाव
17. हौज़ खास परिसर (Hauz Khas Complex)
हौज़ खास परिसर एक मध्यकालीन शहरी गांव है जिसमें Delhi सुलतान और मुग़ल काल की कई संरचनाएं शामिल हैं। इस परिसर में हौज़ खास झील, एक मस्जिद, एक मकबरा और एक मदरसा शामिल है। यह क्षेत्र ऐतिहासिक खंडहर और आसपास के पार्क की सुंदरता के लिए जाना जाता है।
18. Delhi: शांति वन (Shanti Vana)
शांति वन, जवाहरलाल नेहरू, भारत के पहले प्रधानमंत्री का स्मारक है। यह सरल लेकिन सुरुचिपूर्ण ढांचा हरे-भरे बागों के बीच स्थित है और नेहरू की न्यूनतावादी और प्रकृति की पसंद को दर्शाता है। स्मारक उन लोगों के लिए एक स्थान है जो भारत की स्वतंत्रता के लिए योगदान देने वालों को याद करते हैं।
19. महात्मा गांधी स्मारक (Mahatma Gandhi Memorial)
राज घाट पर स्थित महात्मा गांधी स्मारक उस स्थान को चिह्नित करता है जहां महात्मा गांधी का 1948 में अग्निदाह हुआ था। स्मारक एक साधारण काले संगमरमर का मंच है जिस पर गांधी का नाम खुदा हुआ है। यह राष्ट्रपिता के प्रति सम्मान और श्रद्धा का स्थान है।
20. राजपथ और सेंट्रल विस्टा (Rajpath and Central Vista)
राजपथ, जिसे पूर्व में किंग्सवे के नाम से जाना जाता था, एक औपचारिक एवेन्यू है जो राष्ट्रपति भवन से भारत गेट तक फैली हुई है। यह गणतंत्र दिवस परेड और अन्य राष्ट्रीय समारोहों का स्थल है। सेंट्रल विस्टा, एक चल रहे पुनर्विकास परियोजना, का उद्देश्य राजपथ के चारों ओर के क्षेत्र को आधुनिक बनाना और नए सरकारी भवन और सार्वजनिक स्थान बनाना है।
ये भवन और स्मारक मिलकर Delhi के समृद्ध और विविध इतिहास की कहानी बताते हैं, जो प्राचीन समय से आधुनिकता तक के शहर के विकास को दर्शाते हैं। प्रत्येक स्थल शहर की वास्तुकला, सांस्कृतिक और राजनीतिक धरोहर की अनूठी झलक प्रस्तुत करता है।
अन्य ख़बरों के लिए यहाँ क्लिक करें