Mahakumbh 2025 इतिहास के सबसे बड़े श्रद्धालु समागम का गवाह बन रहा है,अब तक 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में पुण्य स्नान कर चुके हैं, और हर दिन लाखों की संख्या में लोग प्रयागराज आ रहे हैं। इस अभूतपूर्व मानवीय और वाहनों के प्रवाह को प्रबंधित करना किसी भी प्रशासन या पुलिस बल के लिए अब तक की सबसे कठिन चुनौती है।
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प्रयागराज का बुनियादी ढांचा अपनी अधिकतम क्षमता से आगे बढ़कर काम कर रहा है, और ऐसे में यातायात में देरी स्वाभाविक है। यह किसी प्रशासनिक असफलता का नहीं, बल्कि तीर्थयात्रियों की असाधारण संख्या का परिणाम है।
Mahakumbh 2025 के लिए यूपी पुलिस की रणनीति
इसके बावजूद, यूपी पुलिस के हर सिपाही से लेकर वरिष्ठ अधिकारियों तक, सभी दिन-रात अथक परिश्रम कर रहे हैं। वे श्रद्धालुओं को मार्गदर्शन दे रहे हैं, सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं और शहर को सुव्यवस्थित बनाए रखने में अपनी पूरी शक्ति झोंक रहे हैं। इतने विशाल मानवीय प्रवाह का प्रबंधन करना एक ऐतिहासिक कार्य है, और हमारे पुलिसकर्मी असाधारण धैर्य, समर्पण और निष्ठा का प्रदर्शन कर रहे हैं,दुनिया में कहीं भी ऐसी कोई मिसाल नहीं है कि किसी पुलिस बल ने इतनी विशाल मानव-आवाजाही और वाहनों के प्रवाह को इतनी दक्षता से प्रबंधित किया हो।
यह सिर्फ एक आयोजन का संचालन नहीं, बल्कि इतिहास रचने जैसा कार्य है,माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के कुशल नेतृत्व एवं सघन पर्यवेक्षण मे यूपी पुलिस की रणनीतिक योजना, त्वरित निर्णय लेने की क्षमता और अथक सेवा इस आयोजन को वैश्विक मानक बना रही है। आने वाली पीढ़ियाँ इसे अनुशासन, समर्पण और कर्तव्यपरायणता के प्रतीक के रूप में याद करेंगी।
मीडिया एवं सोशल मीडिया पर आलोचना होना स्वाभाविक है, लेकिन यह देखना भी अत्यंत हृदयस्पर्शी है कि कई श्रद्धालु—चाहे वे आम लोग हों या प्रतिष्ठित व्यक्तित्व—वीडियो के माध्यम से पुलिस और प्रशासन के असाधारण प्रयासों की सराहना कर रहे हैं।
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महाकुंभ न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टि से भी भारत की धरोहर है। यह दुनिया को हमारे अनुशासन और प्रशासनिक कौशल की झलक देता है। यूपी पुलिस का यह प्रयास आने वाले आयोजनों के लिए एक मानक स्थापित करेगा।
सम्भल से खलील मलिक कि ख़ास रिपोर्ट