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Newsnowसंस्कृतिVirupaksha Temple: कर्नाटक का ऐतिहासिक और आध्यात्मिक धरोहर

Virupaksha Temple: कर्नाटक का ऐतिहासिक और आध्यात्मिक धरोहर

मंदिर का संरक्षण भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा किया जा रहा है। यह स्थान हर साल लाखों भक्तों और पर्यटकों को आकर्षित करता है।

Virupaksha Temple, कर्नाटक के हम्पी शहर में स्थित एक प्राचीन मंदिर है, जो भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर भारतीय द्रविड़ स्थापत्य शैली का एक उत्कृष्ट उदाहरण है और हम्पी के यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों में से एक है। 7वीं शताब्दी में निर्मित यह मंदिर विजयनगर साम्राज्य के दौरान धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र रहा। तुंगभद्रा नदी के किनारे स्थित इस मंदिर में महाशिवरात्रि और पंपा महोत्सव जैसे त्योहार भव्य रूप से मनाए जाते हैं। अपनी जटिल नक्काशी, विशाल गोपुरम, और ऐतिहासिक महत्व के कारण यह मंदिर आस्था और पर्यटन का प्रमुख केंद्र है।

विरुपाक्ष मंदिर: कर्नाटक की ऐतिहासिक और आध्यात्मिक धरोहर

Virupaksha Temple: The Landmark of Karnataka

Virupaksha Temple भारत के कर्नाटक राज्य के हम्पी शहर में स्थित एक प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और पंपापति के रूप में उनकी पूजा की जाती है। यह हम्पी के प्रसिद्ध स्मारकों में से एक है और यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में सूचीबद्ध है। विरुपाक्ष मंदिर भारतीय संस्कृति, वास्तुकला और धार्मिक आस्था का प्रतीक है। यह मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि ऐतिहासिक और कलात्मक दृष्टि से भी अद्वितीय है।

मंदिर का इतिहास

Virupaksha Temple का इतिहास 7वीं शताब्दी तक जाता है। इसे चालुक्य राजवंश के दौरान बनाया गया था। बाद में, विजयनगर साम्राज्य के शासकों ने इस मंदिर का विस्तार और संरक्षण किया। विजयनगर साम्राज्य के दौरान यह मंदिर सबसे प्रमुख पूजा स्थलों में से एक था।
यह मंदिर तुंगभद्रा नदी के किनारे स्थित है, और इसे पंपा क्षेत्र का मुख्य तीर्थ स्थान माना जाता है। यह स्थान भगवान शिव और देवी पार्वती के विवाह से जुड़ी कथाओं के लिए प्रसिद्ध है।

मंदिर की वास्तुकला

Virupaksha Temple की वास्तुकला द्रविड़ शैली का अद्भुत उदाहरण है। इसमें भव्य गोपुरम (प्रवेश द्वार), विशाल प्रांगण, और जटिल नक्काशीदार खंभे हैं।

  1. गोपुरम: Virupaksha Temple का मुख्य गोपुरम 50 मीटर ऊँचा है और इसमें जटिल नक्काशी की गई है।
  2. गर्भगृह: Virupaksha Temple का गर्भगृह वह स्थान है जहाँ भगवान विरुपाक्ष (शिव) की मूर्ति स्थापित है।
  3. रंगमंडप: यह मंडप उत्सव और धार्मिक कार्यक्रमों के लिए उपयोग किया जाता है।
  4. नदी का प्रभाव: तुंगभद्रा नदी का पानी मंदिर की वास्तुकला में शामिल है और इसे पवित्र जल के रूप में माना जाता है।

Virupaksha Temple में पत्थरों पर उकेरी गई कहानियाँ भारतीय पौराणिक कथाओं का वर्णन करती हैं। इनमें रामायण और महाभारत के दृश्य शामिल हैं।

भगवान विरुपाक्ष और धार्मिक महत्व

Virupaksha Temple: The Landmark of Karnataka

भगवान शिव को विरुपाक्ष के रूप में पूजा जाता है। यह मंदिर पंपादेवी (देवी पार्वती) और भगवान शिव के विवाह का स्थल माना जाता है।
यह स्थान भारतीय उपमहाद्वीप के सबसे पवित्र स्थलों में से एक है। भक्तों का मानना है कि भगवान विरुपाक्ष की पूजा करने से सभी कष्ट दूर होते हैं और मनोकामनाएँ पूरी होती हैं।

त्योहार और उत्सव

Virupaksha Temple में हर साल कई प्रमुख त्योहार मनाए जाते हैं, जिनमें सबसे महत्वपूर्ण महाशिवरात्रि और कार्तिक महोत्सव हैं।

  1. महाशिवरात्रि: भगवान शिव को समर्पित यह त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। भक्त पूरे दिन उपवास रखते हैं और रातभर शिवलिंग की पूजा करते हैं।
  2. पंपा महोत्सव: यह उत्सव भगवान शिव और देवी पार्वती के विवाह के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है।
  3. रथोत्सव: इस दौरान भगवान की मूर्ति को एक विशाल रथ पर विराजित कर भव्य शोभायात्रा निकाली जाती है।

दर्शन और पूजा का समय

Virupaksha Temple हर दिन सुबह 6:00 बजे खुलता है और रात 9:00 बजे बंद होता है। पूजा के विशेष समय इस प्रकार हैं:

  1. सुबह की आरती: सुबह 6:30 बजे।
  2. मध्याह्न पूजा: दोपहर 12:00 बजे।
  3. शाम की आरती: शाम 7:00 बजे।

Virupaksha Temple में दर्शन के लिए भक्तों की लंबी कतारें लगती हैं, खासकर त्योहारों के दौरान।

Virupaksha Temple: The Landmark of Karnataka

हम्पी और विरुपाक्ष मंदिर का ऐतिहासिक महत्व

हम्पी, जहां विरुपाक्ष मंदिर स्थित है, विजयनगर साम्राज्य की राजधानी थी। इस क्षेत्र को पंपा क्षेत्र भी कहा जाता है।

  • यह स्थान अपने भव्य मंदिरों, पत्थरों की नक्काशी और प्राचीन खंडहरों के लिए प्रसिद्ध है।
  • विजयनगर साम्राज्य के दौरान, यह क्षेत्र एक प्रमुख व्यापारिक और सांस्कृतिक केंद्र था।

पर्यटकों के लिए आकर्षण

Dilwara Temple: स्थापत्य कला और धार्मिक आस्था का अद्भुत संगम

Virupaksha Temple के अलावा, हम्पी में कई और ऐतिहासिक स्थल हैं जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं:

  1. विट्ठल मंदिर: अपने पत्थर के रथ के लिए प्रसिद्ध।
  2. हजार राम मंदिर: रामायण की कहानियों की नक्काशी के लिए प्रसिद्ध।
  3. हम्पी बाज़ार: प्राचीन समय में व्यापार का केंद्र।

मंदिर तक पहुँचने के मार्ग

Virupaksha Temple तक पहुँचने के लिए कई परिवहन विकल्प उपलब्ध हैं:

  1. सड़क मार्ग: बेंगलुरु से हम्पी तक बसें और टैक्सियाँ उपलब्ध हैं।
  2. रेल मार्ग: हम्पी का निकटतम रेलवे स्टेशन होसपेट है, जो मंदिर से 13 किमी दूर है।
  3. हवाई मार्ग: निकटतम हवाई अड्डा हुबली है, जो हम्पी से 150 किमी दूर है।

मंदिर की वर्तमान स्थिति

Virupaksha Temple: The Landmark of Karnataka

मंदिर का संरक्षण भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा किया जा रहा है। यह स्थान हर साल लाखों भक्तों और पर्यटकों को आकर्षित करता है।

समृद्धि और आस्था का प्रतीक

Virupaksha Temple भारतीय संस्कृति और धार्मिकता का प्रतीक है। यह मंदिर भगवान शिव के प्रति अटूट भक्ति और वास्तुकला की उत्कृष्टता का उदाहरण है। यहां का वातावरण हर भक्त को आध्यात्मिक शांति और प्रेरणा प्रदान करता है।

Virupaksha Temple न केवल कर्नाटक, बल्कि पूरे भारत का गौरव है और इसे एक बार अवश्य देखने का अनुभव हर व्यक्ति के जीवन को समृद्ध करता है।

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