कम वसा वाला पनीर चुनें: कम वसा या स्किम्ड मिल्क से बना पनीर चुनें, जिसमें संतृप्त वसा कम हो। संतृप्त वसा का अधिक सेवन हृदय रोग के जोखिम को बढ़ा सकता है।

नमक की मात्रा कम रखें:   पनीर में सोडियम की मात्रा अधिक हो सकती है, जो ब्लड प्रेशर बढ़ा सकता है। इसलिए, कम नमक वाला पनीर या घर पर बनाए गए पनीर का उपयोग करें।

मॉडरेशन में सेवन करें:    पनीर का सेवन मॉडरेशन में करें। हृदय रोगियों को अपनी कुल कैलोरी और वसा सेवन पर ध्यान देना चाहिए।

प्रोटीन का स्रोत:   पनीर एक अच्छा प्रोटीन स्रोत है, जो मांसपेशियों की मरम्मत और संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। हृदय रोगियों के लिए प्रोटीन महत्वपूर्ण होता है।

फल और सब्जियों के साथ मिलाकर खाएं:    पनीर को सलाद, सब्जियों या फलों के साथ मिलाकर खाने से इसे संतुलित आहार का हिस्सा बनाया जा सकता है।

अन्य डेयरी उत्पादों के विकल्प:   यदि पनीर का सेवन सीमित करना है, तो दही, स्किम्ड दूध, और लो-फैट चीज़ जैसे अन्य डेयरी उत्पादों को भी शामिल किया जा सकता है।

चिकित्सक की सलाह:   हृदय रोगियों को किसी भी आहार परिवर्तन से पहले अपने चिकित्सक या आहार विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उनका आहार उनकी स्वास्थ्य स्थिति के अनुकूल है।