वसा एवं वजन वृद्धि: भूखे रहने से शरीर का वसा अधिक बनता है, जिससे शरीर की insulin sensitivity कम हो जाती है। यह insulin resistance का कारण बनता है जिससे डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है।
खराब खानपान: भूखे रहने से लोग अक्सर अधिक सुखी, प्रोसेस्ड, और अधिक तल युक्त आहार का सेवन करते हैं, जो डायबिटीज का कारण बन सकता है।
इंसुलिन संतुलन: उपयुक्त खानपान न होने के कारण, भूखे रहने से insulin का संतुलन भंग हो सकता है, जो डायबिटीज के लिए एक मुख्य कारक है।
मोटापा: भूखे रहने से लंबे समय तक भोजन न करने के कारण, वजन का नियंत्रण कठिन हो जाता है और मोटापा बढ़ सकता है, जो डायबिटीज का खतरा बढ़ाता है।
ग्लूकोज अनियमितता: भूखे रहने से शरीर में ग्लूकोज की अनियमितता हो सकती है, जिससे डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है।
अवसाद और तनाव: भूखे रहने से मानसिक स्थिति पर बुरा असर पड़ सकता है, जो डायबिटीज के खतरे को बढ़ा सकता है।