से आप  क्या समझते हैं?

क्या भूखे रहने से डायबिटीज बढ़ती है?

भूखे रहने से शरीर का ग्लुकोज स्तर गिर सकता है, जिससे इंसुलिन का संतुलन बिगड़ सकता है और डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है।

ग्लुकोज का स्तर:  

 भूखे रहने से वजन घट सकता है, जो डायबिटीज के रिस्क को बढ़ा सकता है। अत्यधिक वजन की गुमनामी भी डायबिटीज के लिए एक महत्वपूर्ण कारक हो सकती है।

वजन प्रबंधन: 

भूखे रहने से शरीर के हार्मोनल स्तर पर परिवर्तन हो सकते हैं, जो इंसुलिन के संवाहन में परेशानी पैदा कर सकते हैं।

हार्मोनल बदलाव:  

भूखे रहने से शरीर का कार्डियोवास्कुलर स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है, जो डायबिटीज के विकास में एक महत्वपूर्ण कारक हो सकता है।

कार्डियोवास्कुलर स्वास्थ्य:  

भूखे रहने से आपको पूरा पोषण नहीं मिलता है, जो शरीर के स्वस्थ फ़ंक्शन के लिए आवश्यक है। यह डायबिटीज के विकास में भी योगदान कर सकता है।

पूरा पोषण:  

भूखे रहना और डायबिटीज के बीच एक जीवनशैली का संबंध हो सकता है, जैसे कि अधिक बैठना, शारीरिक गतिविधियों की कमी, और अत्यधिक तनाव।

जीवनशैली कारक: