व्यक्ति का वजन और उम्र:   सामान्यतः, अधिक वजन वाले लोगों में कैलोरी और शुगर बर्न करने की दर अधिक होती है।

चलने की गति:   तेज चलने से अधिक कैलोरी और शुगर बर्न होती है।

मौजूदा फिटनेस स्तर:   फिटनेस स्तर भी महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि नियमित रूप से व्यायाम करने वाले लोगों में मेटाबॉलिज्म रेट अधिक होता है।

खाने का समय और मात्रा:  आपने आखिरी बार क्या और कितनी मात्रा में खाया था, इसका भी प्रभाव पड़ता है।

रक्त शर्करा के स्तर में सुधार:   एक घंटे की मध्यम गति से पैदल चलना रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है।

शारीरिक वजन में कमी:   नियमित पैदल चलने से शरीर का वजन नियंत्रित रहता है, जिससे इन्सुलिन प्रतिरोध कम होता है और रक्त शर्करा नियंत्रित रहती है।

इन्सुलिन सेंसिटिविटी:   पैदल चलने से इन्सुलिन सेंसिटिविटी बढ़ती है, जिसका मतलब है कि शरीर ग्लूकोज को अधिक प्रभावी ढंग से उपयोग करता है।