Karwa Chauth पर शादीशुदा महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। लेकिन पूरे दिन यह व्रत रखना डायबिटीज के मरीजों के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है।
मधुमेह से पीड़ित महिलाओं के लिए, हमने कुछ सामान्य गलतियाँ सूचीबद्ध की हैं जिनसे आपको इस व्रत के दौरान बचना चाहिए जो आपके स्वास्थ्य के लिए बुरा साबित हो सकता है।
Karwa Chauth पर किन खाद्य पदार्थों से आपको बचना चाहिए
मिठाइयों में शक्कर की मात्रा बहुत अधिक होती है, जिससे ब्लड शुगर का स्तर तेजी से बढ़ सकता है।
तली हुई चीजें वसा में उच्च होती हैं, जो वजन बढ़ा सकती हैं और इंसुलिन प्रतिरोध को बढ़ा सकती हैं।
आलू में स्टार्च की मात्रा अधिक होती है, जो ब्लड शुगर को बढ़ा सकती है।
इन पेय पदार्थों में बहुत अधिक मात्रा में शक्कर होती है, जिससे ब्लड शुगर का स्तर तेजी से बढ़ सकता है।
सूखे मेवों में कैलोरी और शक्कर की मात्रा अधिक होती है।
पनीर में वसा की मात्रा अधिक होती है, जो वजन बढ़ा सकती हैं।
मैदा से बनी चीजें जैसे पूरी, पराठा आदि में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है, जो ब्लड शुगर को बढ़ा सकती है।
मधुमेह रोगी के लिए नियमित रूप से दवा लेना बहुत जरूरी है अन्यथा यह आपके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल सकता है।
मधुमेह से पीड़ित मरीजों को दिन में दो से तीन बार अपने रक्त शर्करा के स्तर की जांच करने की सलाह दी जाती है।
व्रत रखने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए। स्वास्थ्य विशेषज्ञ मधुमेह से पीड़ित मरीजों को निर्जला व्रत न रखने की सलाह देते हैं।
उपवास के दौरान शरीर में पानी की कमी हो सकती है, जिससे ब्लड शुगर का स्तर बढ़ सकता है। इसलिए, नियमित रूप से पानी पीते रहें।
यह जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए है और इसे किसी चिकित्सकीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।