ताइवान में उत्पत्ति: बबल टी की शुरुआत 1980 के दशक में ताइवान में हुई थी। यह सबसे पहले ताइचुंग शहर में बनाई गई थी और जल्दी ही लोकप्रिय हो गई।
टैपिओका मोती: बबल टी का मुख्य आकर्षण इसके चबाने योग्य टैपिओका मोती (बोबा) हैं, जो कैसावा स्टार्च से बनाए जाते हैं। ये मोती चाय में एक अद्वितीय बनावट और स्वाद जोड़ते हैं।
अनेकों फ्लेवर: बबल टी कई फ्लेवर में आती है, जैसे कि क्लासिक दूध चाय, फल आधारित चाय, और यहां तक कि कॉफी फ्लेवर। हर किसी की पसंद के अनुसार फ्लेवर उपलब्ध होते हैं।
कैफे संस्कृति: बबल टी कैफे एक महत्वपूर्ण सामाजिक स्थल बन गए हैं, जहां लोग मिलते हैं, बात करते हैं और समय बिताते हैं। ये कैफे युवा पीढ़ी के बीच विशेष रूप से लोकप्रिय हैं।