पाचन समस्याएं: पुदीना का उपयोग अपच, पेट फूलना और पेट दर्द को दूर करने में किया जाता है। इसमें मौजूद मेन्थॉल गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सिस्टम को शांत करता है और पाचन को सुधारता है।
सांस की ताजगी और मौखिक स्वास्थ्य: पुदीना में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो बैक्टीरिया को मारने और मुंह की दुर्गंध को दूर करने में मदद करते हैं।
सर्दी और खांसी: पुदीना का सेवन कफ और बलगम को कम करता है, जिससे सर्दी और खांसी से राहत मिलती है। इसके अलावा, यह नाक की बंदी को भी कम करता है।
सिरदर्द: पुदीना का तेल सिरदर्द के इलाज में इस्तेमाल किया जाता है। इसके ठंडे प्रभाव से मांसपेशियों में तनाव कम होता है और सिरदर्द में राहत मिलती है।
त्वचा की समस्याएं: पुदीना में एंटीसेप्टिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो त्वचा के जलन, खुजली और सूजन को कम करते हैं। इसका उपयोग मुँहासे और चर्म रोगों के इलाज में भी किया जाता है।
स्ट्रेस और थकान: पुदीना के सुगंधित गुण तनाव और थकान को कम करने में सहायक होते हैं। इसका सेवन या इसके तेल का उपयोग मानसिक शांति और ताजगी प्रदान करता है।