Navratri

                      के चौथे  दिन किस देवी की पूजा की जाती है?

Navratri के चौथे  दिन

नवरात्रि के चौथे दिन को माँ कुश्मांडा का दिन कहा जाता है

Navratri के चौथे  दिन

और इस दिन को चौथा नवरात्रि का अवतरण माना जाता है। 

Navratri के चौथे  दिन

माँ कुश्मांडा को आठ हाथों और त्रिशूल धारण करती मिलती हैं। 

Navratri के चौथे  दिन

उन्हें एक शेर पर सवार देखा जाता है, जो उनकी शक्ति और साहस का प्रतीक है। 

Navratri के चौथे  दिन

माँ कुश्मांडा का अर्थ होता है "खुशियों का निवारण"। वे अपने भक्तों को दुखों और 

Navratri के चौथे  दिन

अन्य बुराइयों से मुक्ति प्रदान करती हैं। इस दिन के पूजा में भक्त भगवान शिव का भी 

Navratri के चौथे  दिन

पूजन करते हैं, क्योंकि माँ कुश्मांडा की कृपा प्राप्त करने के लिए भगवान शिव का 

Navratri के चौथे  दिन

आशीर्वाद भी अत्यंत आवश्यक माना जाता है। इस दिन भक्त नवग्रहों का भी पूजन 

Navratri के चौथे  दिन

करते हैं और उनसे अच्छे भविष्य की कामना करते हैं।