होम सेहत Freckles क्या है? झाइयाँ क्यों पड़ती है?

Freckles क्या है? झाइयाँ क्यों पड़ती है?

झाइयाँ एक सामान्य त्वचा समस्या है जो मुख्य रूप से सूर्य की किरणों, आनुवंशिक कारणों, हार्मोनल असंतुलन और उम्र के साथ विकसित होती हैं।

झाइयाँ (Freckles) एक सामान्य त्वचा की समस्या है, जिसे हम सभी ने कभी न कभी देखा या महसूस किया होगा। विशेषकर भारतीय त्वचा के प्रकार में, झाइयाँ काफी आम होती हैं। ये चेहरे पर छोटे-छोटे भूरे या काले धब्बों के रूप में दिखाई देती हैं। कई बार यह समस्या उम्र के साथ बढ़ती जाती है, लेकिन कुछ लोगों में ये बचपन या युवावस्था से ही देखने को मिल सकती हैं। झाइयाँ आमतौर पर चेहरे पर, खासकर गालों, नाक, माथे और ठुड्डी पर नजर आती हैं।

झाइयाँ क्या हैं?

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Freckles त्वचा पर पिगमेंटेशन (रंगद्रव्य) के असमान वितरण के कारण होती हैं। जब त्वचा की बाहरी परत में मेलेनिन (Melanin) नामक रंगद्रव्य का उत्पादन असामान्य रूप से बढ़ जाता है, तो यह त्वचा के कुछ हिस्सों को अधिक गहरा बना देता है, जिससे झाइयाँ दिखाई देती हैं। यह प्रक्रिया अक्सर त्वचा के उन हिस्सों पर होती है जो धूप के सीधे संपर्क में रहते हैं, जैसे चेहरा, गर्दन, और हाथ।

सूर्य की किरणें (UV Rays)

सूर्य की हानिकारक अल्ट्रावायलेट किरणें (UV rays) झाइयों के मुख्य कारणों में से एक हैं। जब हमारी त्वचा धूप के संपर्क में आती है, तो शरीर में मेलेनिन का उत्पादन बढ़ जाता है। मेलेनिन एक प्राकृतिक सुरक्षात्मक पिगमेंट है जो त्वचा को UV किरणों से बचाने का काम करता है। लेकिन जब इसका उत्पादन असमान रूप से होता है, तो यह कुछ क्षेत्रों में अत्यधिक जमा हो जाता है, जिससे झाइयाँ विकसित हो जाती हैं।

आनुवांशिक कारण (Genetics)

Freckles आनुवंशिक रूप से भी हो सकती हैं। यदि आपके माता-पिता या दादा-दादी में से किसी को Freckles की समस्या थी, तो आपको भी यह समस्या हो सकती है। कुछ लोगों में त्वचा की संवेदनशीलता आनुवंशिक होती है, जिससे वे झाइयों के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाते हैं।

हार्मोनल असंतुलन (Hormonal Imbalance)

हार्मोनल बदलाव, खासकर महिलाओं में, झाइयों के विकास का एक बड़ा कारण हो सकता है। गर्भावस्था, मासिक धर्म, या रजोनिवृत्ति के दौरान हार्मोनल बदलावों के कारण त्वचा में असमान मेलेनिन उत्पादन हो सकता है, जिससे Freckles दिखाई दे सकती हैं।

उम्र (Age)

उम्र के साथ त्वचा की संरचना और गुणवत्ता में परिवर्तन होता है। जैसे-जैसे हम बड़े होते जाते हैं, त्वचा पतली और संवेदनशील हो जाती है। इसके अलावा, उम्र बढ़ने के साथ मेलेनिन का उत्पादन भी प्रभावित होता है, जिससे Freckles और उम्र के धब्बे बढ़ सकते हैं।.

त्वचा की देखभाल में कमी (Poor Skincare Routine)

त्वचा की सही देखभाल न करना, जैसे नियमित रूप से धूप से सुरक्षा न करना, त्वचा को साफ न रखना, और त्वचा को हाइड्रेटेड न रखना, झाइयों को बढ़ा सकता है। यदि त्वचा को सही पोषण नहीं मिलता है, तो यह असमान रंगद्रव्य का उत्पादन कर सकती है, जिससे Freckles अधिक स्पष्ट हो जाती हैं।

प्रदूषण (Pollution)वातावरण में मौजूद प्रदूषण, धूल और हानिकारक रासायनिक तत्व भी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं। ये त्वचा की सतह पर जमकर ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस (Oxidative Stress) पैदा करते हैं, जिससे त्वचा की रंगत असमान हो सकती है और Freckles विकसित हो सकती हैं।

झाइयों से कैसे बचा जा सकता है?

धूप से सुरक्षा (Sun Protection)Freckles से बचने के लिए सबसे जरूरी कदम है धूप से अपनी त्वचा की सुरक्षा करना। सूर्य की अल्ट्रावायलेट किरणों से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाएं:

सनस्क्रीन का उपयोग करें : UVA और UVB दोनों किरणों से सुरक्षा देने वाला कम से कम SPF 30 का सनस्क्रीन लगाएं। धूप में निकलने से 15-30 मिनट पहले इसे लगाएं और हर 2-3 घंटे में दोबारा लगाएं।

सूर्य से बचने के लिए टोपी और चश्मा पहनें

यदि आप बाहर जा रहे हैं तो एक बड़ी टोपी और धूप का चश्मा पहनें ताकि आपकी त्वचा धूप के सीधे संपर्क में न आए।

दोपहर के समय धूप से बचें : दोपहर 10 बजे से 4 बजे तक सूर्य की किरणें सबसे अधिक प्रभावशाली होती हैं, इसलिए इस समय धूप में निकलने से बचें।

सही स्किनकेयर रूटीन अपनाएं (Follow a Good Skincare Routine)

एक सही स्किनकेयर रूटीन Freckles से बचने में मदद कर सकता है:-

क्लीनिंग दिन में दो बार माइल्ड क्लेंज़र से अपने चेहरे को साफ करें ताकि त्वचा से गंदगी और तेल निकल जाए।

मॉइस्चराइज़िंग : त्वचा को हाइड्रेटेड रखने के लिए एक अच्छा मॉइस्चराइज़र लगाएं। यह त्वचा को सूखने और झाइयाँ बढ़ने से रोकने में मदद करता है।

एक्सफोलिएशन : हफ्ते में एक या दो बार हल्के एक्सफोलिएटर से त्वचा की मृत कोशिकाओं को निकालें। इससे त्वचा की सतह ताजगी महसूस करेगी और Freckles कम हो सकती हैं।

एंटीऑक्सीडेंट्स का सेवन (Antioxidants Intake)

एंटीऑक्सीडेंट्स युक्त खाद्य पदार्थ त्वचा को झाइयों से बचाने में मदद करते हैं। विटामिन सी, विटामिन ई, और बीटा-कैरोटीन जैसे तत्व त्वचा की रंगत को सुधारने में सहायक होते हैं। इनका सेवन करने से त्वचा पर ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस कम होता है और झाइयाँ कम दिखाई देती हैं।

विटामिन सी नींबू, संतरा, आमला, और बेल जैसे फलों में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। विटामिन ई बादाम, अखरोट, और सूरजमुखी के बीज में विटामिन ई प्रचुर मात्रा में होता है। बीटा-कैरोटीन गाजर, शकरकंद, और पालक में बीटा-कैरोटीन पाया जाता है जो त्वचा को स्वस्थ रखता है।

हाइड्रेशन (Hydration)

पर्याप्त पानी पीना और त्वचा को हाइड्रेटेड रखना Freckles को रोकने का एक कारगर तरीका है। शरीर की नमी की पूर्ति होने पर त्वचा में चमक और लचक बनी रहती है, जिससे रंगत असमान नहीं होती।

प्राकृतिक उपचार (Natural Remedies)कुछ प्राकृतिक उपाय Freckles को कम करने में मदद कर सकते हैं:

नींबू का रस : नींबू के रस में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में होता है, जो त्वचा को हल्का और साफ करता है। इसे सीधे झाइयों पर लगाने से यह धब्बों को कम कर सकता है।

Face काला होने का कारण क्या है?

एलोवेरा जेल : एलोवेरा जेल में त्वचा को शांत और मॉइस्चराइज करने के गुण होते हैं। इसे नियमित रूप से लगाने से झाइयाँ कम हो सकती हैं।

शहद और दही का मास्क : शहद में प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं और दही में लैक्टिक एसिड होता है जो त्वचा को एक्सफोलिएट करता है। इन दोनों को मिलाकर मास्क तैयार करें और झाइयों पर लगाएं।

चिकित्सकीय उपचार (Medical Treatments)

यदि Freckles बहुत ज्यादा बढ़ गई हैं और घरेलू उपायों से कम नहीं हो रही हैं, तो आप चिकित्सकीय उपचार की मदद ले सकते हैं। कुछ प्रमुख उपचार हैं:

लेजर थेरेपी (Laser Therapy)

लेजर तकनीक से त्वचा की ऊपरी परत को हल्का कर दिया जाता है, जिससे झाइयाँ कम हो जाती हैं।

केमिकल पील (Chemical Peel)

इस प्रक्रिया में एक रासायनिक घोल को त्वचा पर लगाया जाता है, जो त्वचा की ऊपरी परत को निकाल देता है और नई त्वचा का निर्माण करता है।

माइक्रोडर्माब्रेशन (Microdermabrasion)

इसमें त्वचा की ऊपरी परत को निकालने के लिए एक विशेष उपकरण का उपयोग किया जाता है, जिससे झाइयाँ कम हो जाती हैं।

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