चेहरे पर Alum लगाने का उपयोग कई परंपरागत सुंदरता रूटीन में किया जाता है, क्योंकि इसे त्वचा के लिए कई लाभकारी माना जाता है। फिटकरी में कसाव और जीवाणुरोधी गुण होते हैं, जो त्वचा को टाइट करने, सूजन को कम करने और मुंहासों के इलाज में सहायक माने जाते हैं। हालांकि, किसी भी त्वचा देखभाल सामग्री की तरह, फिटकरी का उपयोग भी सही मात्रा में ही करना चाहिए, अन्यथा इससे नुकसान भी हो सकता है।
आइए विस्तार से समझें कि चेहरे पर फिटकरी लगाने से क्या होता है, इसके फायदे, सावधानियां, और इसे सुरक्षित तरीके से उपयोग करने के उपाय:
Table of Contents
1. त्वचा का कसाव और एंटी-एजिंग लाभ
चेहरे पर Alum लगाने का एक मुख्य कारण इसके कसाव वाले गुण हैं, जिससे त्वचा संकुचित होती है। यह अस्थायी रूप से त्वचा को टाइट कर सकता है और महीन रेखाओं को कम कर सकता है। कई लोग इसे झुर्रियों को कम करने के लिए आँखों के आस-पास या चेहरे पर लगाते हैं ताकि त्वचा अधिक युवा और टाइट दिख सके।
कैसे काम करता है: फिटकरी त्वचा को संकुचित करती है, जिससे त्वचा पर कसाव आता है। इससे त्वचा की सतह चिकनी और छोटे पोर्स दिखाई देने लगते हैं।
सीमाएँ: यह टाइटिंग प्रभाव अस्थायी होता है और लंबे समय तक नहीं रहता। लगातार फिटकरी का उपयोग करने से त्वचा में सूखापन और जलन हो सकती है।
2. मुंहासों और पिंपल्स में कमी
Alum में जीवाणुरोधी और सूजन-रोधी गुण होते हैं, जो मुंहासों और पिंपल्स को कम करने में मदद कर सकते हैं। कुछ लोग फिटकरी को सीधे पिंपल्स पर लगाते हैं ताकि संक्रमण और सूजन को कम किया जा सके।
- कैसे काम करता है: फिटकरी के जीवाणुरोधी गुण त्वचा पर बैक्टीरिया को नष्ट करते हैं, जो मुंहासों का कारण बन सकते हैं। इसके सूजन-रोधी गुण सूजन और जलन को कम कर सकते हैं।
- सावधानियाँ: फिटकरी को सीधे पिंपल्स पर लगाने से सूखापन हो सकता है, जिससे त्वचा अतिरिक्त तेल का उत्पादन कर सकती है, जो नए मुंहासों का कारण बन सकता है। संवेदनशील त्वचा वाले लोगों को इसका उपयोग बहुत कम मात्रा में करना चाहिए।
3. अत्यधिक तेल उत्पादन में कमी
Alum के कसाव वाले गुण त्वचा के अत्यधिक तेल उत्पादन को कम करने में मदद कर सकते हैं, जो कि तैलीय त्वचा वाले लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है।
- कैसे काम करता है: फिटकरी त्वचा को कसने और पोर्स को संकुचित करने में मदद करती है, जिससे त्वचा की तेल ग्रंथियों को अस्थायी रूप से कम किया जा सकता है।
- सावधानियाँ: फिटकरी का सूखाने वाला प्रभाव अधिक हो सकता है। बार-बार इसका उपयोग त्वचा में जलन, शुष्कता और असंतुलन का कारण बन सकता है।
4. त्वचा को उज्ज्वल और एक्सफोलिएट करना
Alum का उपयोग त्वचा की चमक बढ़ाने के लिए किया जाता है। इसे हल्के एक्सफोलिएटिंग स्क्रब में भी मिलाया जा सकता है, जिससे मृत त्वचा कोशिकाओं को हटाने में मदद मिलती है और एक ताजा रूप प्रकट होता है।
- कैसे काम करता है: फिटकरी का दानेदार रूप, अन्य सामग्रियों के साथ मिलाकर, एक शारीरिक एक्सफोलिएंट के रूप में कार्य करता है जो मृत त्वचा को हटाता है।
- सावधानियाँ: कठोर एक्सफोलिएशन त्वचा की रक्षा परत को नुकसान पहुंचा सकता है। फिटकरी का बहुत अधिक उपयोग त्वचा की सतह पर सूक्ष्म दरारें पैदा कर सकता है।
5. छोटे कट और रेज़र बर्न का इलाज
Alum का उपयोग अक्सर शेविंग के बाद छोटे कट और रेज़र बर्न का इलाज करने के लिए किया जाता है, क्योंकि इसके एंटीसेप्टिक गुण होते हैं। शेविंग के बाद त्वचा पर इसका उपयोग जलन को कम करता है और मामूली रक्तस्राव को रोकता है।
- कैसे काम करता है: फिटकरी के एंटीसेप्टिक और जमावट वाले गुण छोटे कट को ठीक करने में मदद करते हैं, जिससे खून बहना कम हो जाता है और त्वचा की जलन भी कम होती है।
- सावधानियाँ: शेविंग के बाद फिटकरी का अधिक उपयोग त्वचा में शुष्कता और जलन पैदा कर सकता है। इसके बाद एक मॉइस्चराइजर का उपयोग जरूर करना चाहिए।
6. काले धब्बों और दाग-धब्बों को हल्का करना
पारंपरिक सौंदर्य उपचारों में, Alum का उपयोग काले धब्बों और दाग-धब्बों को हल्का करने के लिए किया जाता है। यह हल्के ब्लीचिंग गुणों के कारण हाइपरपिग्मेंटेशन को कम करने में सहायक हो सकता है।
- कैसे काम करता है: फिटकरी में ऐसे यौगिक होते हैं जो नियमित उपयोग से पिग्मेंटेशन को हल्का कर सकते हैं।
- सावधानियाँ: फिटकरी के हल्केपन का प्रभाव कभी-कभी कठोर हो सकता है, विशेषकर यदि इसे बार-बार या अत्यधिक मात्रा में उपयोग किया जाए। यह संवेदनशील या सूजन वाली त्वचा पर कभी नहीं लगानी चाहिए।
7. Alum के उपयोग के जोखिम और दुष्प्रभाव
चेहरे पर फिटकरी लगाने के लाभों के साथ कुछ जोखिम भी जुड़े होते हैं:
- त्वचा में जलन और संवेदनशीलता: चेहरे पर लंबे समय तक फिटकरी का उपयोग करने से त्वचा में जलन, लालिमा और जलन हो सकती है। संवेदनशील त्वचा वाले लोगों को इसे बहुत सावधानी से उपयोग करना चाहिए।
- शुष्कता और छिलने की संभावना: फिटकरी त्वचा की प्राकृतिक नमी को हटा सकती है, जिससे त्वचा में शुष्कता और कसाव महसूस हो सकता है। फिटकरी लगाने के बाद हमेशा एक हाइड्रेटिंग मॉइस्चराइज़र का उपयोग करना चाहिए।
- एलर्जी प्रतिक्रियाओं का खतरा: कुछ लोगों को फिटकरी से एलर्जी हो सकती है। चेहरे पर इसे लगाने से पहले, एक छोटे से हिस्से पर पैच टेस्ट करें ताकि एलर्जी की कोई प्रतिक्रिया हो तो उसे समझा जा सके।
8. चेहरे पर फिटकरी का सुरक्षित उपयोग कैसे करें
यदि आप Alum का उपयोग अपने स्किनकेयर रूटीन में करना चाहते हैं, तो कुछ सावधानियां बरतना आवश्यक है:
- फिटकरी को पतला करें: फिटकरी का पाउडर सीधे उपयोग करने के बजाय, एक छोटे टुकड़े को पानी में घोलें और उस घोल को त्वचा पर हल्के से लगाएं। इससे इसकी कठोरता कम होती है।
- अन्य सामग्रियों के साथ मिलाकर उपयोग करें: फिटकरी को गुलाब जल, शहद या दही जैसी कोमल सामग्रियों के साथ मिलाएं, जो इसे अधिक सौम्य बनाते हैं और मॉइस्चराइजिंग गुण भी जोड़ते हैं।
- सप्ताह में एक या दो बार: चेहरे पर फिटकरी का दैनिक उपयोग नहीं करना चाहिए। सप्ताह में एक या दो बार लगाना पर्याप्त होता है।
- मॉइस्चराइज़र का उपयोग करें: फिटकरी का सूखाने वाला प्रभाव होने के कारण, इसके बाद हमेशा एक हाइड्रेटिंग मॉइस्चराइज़र या सीरम का उपयोग करें।
9. Alum के विकल्प
जो लोग Alum के संभावित दुष्प्रभावों को लेकर चिंतित हैं, वे अन्य विकल्प आजमा सकते हैं:
- एलोवेरा जेल: इसमें त्वचा को शीतलता प्रदान करने और जीवाणुरोधी गुण होते हैं जो मुंहासों और जलन को बिना सूखेपन के कम करते हैं।
- विच हेज़ल: यह पौधों से प्राप्त एक कसावकारी है जो त्वचा को टाइट करने और तेल नियंत्रण में मदद कर सकता है।
- ग्रीन टी एक्सट्रैक्ट: इसमें एंटीऑक्सीडेंट और सूजन-रोधी गुण होते हैं जो मुंहासों को नियंत्रित करने, त्वचा को टाइट करने और सूजन को कम करने में सहायक होते हैं।
- सैलिसिलिक एसिड: यह मुंहासों के इलाज और मृत त्वचा कोशिकाओं को एक्सफोलिएट करने के लिए एक सौम्य समाधान है।
Alum चेहरे पर लगाने से क्या होता है?
निष्कर्ष
Alum के कसाव, जीवाणुरोधी और सूजन-रोधी गुणों के कारण यह त्वचा के लिए कई लाभ प्रदान कर सकती है। हालांकि, इसे सावधानीपूर्वक और सीमित मात्रा में उपयोग करना चाहिए, क्योंकि अधिक मात्रा में इसका उपयोग त्वचा में सूखापन, जलन और त्वचा की सुरक्षा परत को कमजोर कर सकता है। अगर चेहरे पर फिटकरी लगाने का विचार कर रहे हैं, तो पहले पैच टेस्ट करें, इसे पतला करें, और बहुत ही कम उपयोग करें। मॉइस्चराइजर के साथ इसका उपयोग करें और संवेदनशील त्वचा वाले लोग इसके उपयोग से बचें।
अन्य ख़बरों के लिए यहाँ क्लिक करें