होम सेहत क्या है Thyroid ? किसकी कमी से होता है ये विकार

क्या है Thyroid ? किसकी कमी से होता है ये विकार

Thyroid रोग, चाहे वह हाइपरथायरायडिज्म हो या हाइपोथायरायडिज्म, आपके द्वारा खाए जाने वाले भोजन से महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित हो सकता है। यहां कुछ सामान्य दिशानिर्देश दिए गए हैं कि थायराइड रोग होने पर आपको क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए:

Thyroid रोग, जिसे अंतःस्रावी विकार भी कहा जाता है,Thyroid ग्रंथि द्वारा उत्पादित Thyroid हार्मोन के असामान्य स्तर के कारण होता है। यह Thyroid ग्रंथि, जो गले में स्थित एक तितली के आकार की ग्रंथि है,शरीर के चयापचय,वद्धि और विकास,हृदय गति,मूड और ऊर्जा स्तर सहित कई महत्वपूर्ण कार्यों को नियंत्रित करती है। Thyroid एक तितली के आकार की ग्रंथि है जो आपकी गर्दन के सामने, आपके श्वसननली के ठीक नीचे स्थित होती है। यह ग्रंथि शरीर के लिए आवश्यक कई महत्वपूर्ण कार्यों को नियंत्रित करने वाले हार्मोन का उत्पादन करती है।

Table of Contents

Thyroid द्वारा उत्पादित हार्मोन निम्नलिखित कार्यों को प्रभावित करते हैं:

शरीर का तापमान: थायराइड हार्मोन शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। जब शरीर का तापमान कम होता है, तो थायराइड ग्रंथि अधिक हार्मोन का उत्पादन करती है, जिससे शरीर गर्मी पैदा करता है।

यह भी पढ़े: जड़ी-बूटियों से अपने Thyroid स्वास्थ्य को बढ़ावा दें

What is Thyroid

हृदय गति और रक्तचाप: थायराइड हार्मोन हृदय गति और रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।

चयापचय: थायराइड हार्मोन भोजन को ऊर्जा में बदलने की प्रक्रिया को नियंत्रित करते हैं।

वजन: थायराइड हार्मोन वजन को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।

मस्तिष्क का कार्य: थायराइड हार्मोन मस्तिष्क के विकास और कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

हड्डियों का स्वास्थ्य: थायराइड हार्मोन हड्डियों के विकास और मजबूती को बनाए रखने में मदद करते हैं।

मांसपेशियों की ताकत: थायराइड हार्मोन मांसपेशियों की ताकत और समन्वय को बनाए रखने में मदद करते हैं।

मनोदशा: थायराइड हार्मोन मूड और भावनाओं को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। 

यह भी पढ़े: Heart Disease जीवनशैली का प्रभाव

Thyroid रोग के दो मुख्य प्रकार होते हैं:

हाइपरथायरायडिज्म (Hyperthyroidism): जब थायराइड ग्रंथि अत्यधिक हार्मोन (too much hormone) का उत्पादन करती है।

हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism): जब थायराइड ग्रंथि पर्याप्त हार्मोन (not enough hormone) का उत्पादन नहीं करती है।

Thyroid रोग के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:

आयोडीन की कमी (Iodine deficiency): थायराइड हार्मोन बनाने के लिए आयोडीन एक आवश्यक खनिज है। आयोडीन की कमी, जो कि दुनिया भर में एक आम समस्या है, हाइपोथायरायडिज्म का एक प्रमुख कारण है।

ऑटोइम्यून बीमारियां (Autoimmune diseases): ये बीमारियां तब होती हैं जब रोग प्रतिरोधक क्षमता (immune system) गलती से स्वस्थ शरीर के ऊतकों पर हमला करती है।

थायराइड ग्रंथि की सूजन (Inflammation of the thyroid gland): थायराइडिटिस (thyroiditis) नामक यह स्थिति थायराइड ग्रंथि की सूजन और क्षति का कारण बन सकती है।

थायराइड कैंसर (Thyroid cancer): यह एक दुर्लभ प्रकार का कैंसर है जो थायराइड ग्रंथि में कोशिकाओं के अनियंत्रित विकास के कारण होता है।

दवाएं (Medications): कुछ दवाएं थायराइड हार्मोन के उत्पादन को प्रभावित कर सकती हैं।

विकिरण उपचार (Radiation treatment): गर्दन या छाती पर विकिरण उपचार थायराइड ग्रंथि को नुकसान पहुंचा सकता है और हाइपोथायरायडिज्म का कारण बन सकता है।

यह भी पढ़े: Cancer कैंसर में क्या परहेज करना चाहिए?

Thyroid का सबसे अच्छा इलाज कौन सा है?

Thyroid रोग का इलाज रोग के प्रकार, उसकी गंभीरता और व्यक्तिगत स्वास्थ्य स्थिति के आधार पर भिन्न होता है।

यहां मुख्य प्रकार के थायराइड रोगों और उनके उपचारों का संक्षिप्त विवरण दिया गया है:

हाइपरथायरायडिज्म (Hyperthyroidism):

दवाएं: एंटी-थायराइड दवाएं थायराइड ग्रंथि द्वारा उत्पादित हार्मोन की मात्रा को कम करने में मदद करती हैं।

रेडियोआयोडीन उपचार: इस उपचार में रेडियोधर्मी आयोडीन को शरीर में मौखिक रूप से लिया जाता है, जो थायराइड ग्रंथि की कोशिकाओं को नष्ट कर देता है।

सर्जरी: यदि दवाएं या रेडियोआयोडीन उपचार प्रभावी नहीं हैं, तो थायराइड ग्रंथि के एक हिस्से याทั้งหมด को हटाने के लिए सर्जरी की जा सकती है।

हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism):

थायराइड हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी: इस उपचार में सिंथेटिक थायराइड हार्मोन (जैसे लेवोथायरोक्सिन) को मौखिक रूप से लिया जाता है ताकि शरीर में कमी वाले हार्मोन को बदल सके।

आहार परिवर्तन: आयोडीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन, जैसे कि नमक, मछली और डेयरी उत्पाद, हाइपोथायरायडिज्म वाले लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है।

सभी प्रकार के थायराइड रोगों के लिए:

जीवनशैली में बदलाव: स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम और तनाव प्रबंधन थायराइड रोग के लक्षणों को कम करने और समग्र स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद कर सकते हैं।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह जानकारी केवल सामान्य जानकारी प्रदान करने के लिए है और किसी भी तरह से चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। थायराइड रोग के इलाज के लिए सबसे अच्छा विकल्प निर्धारित करने के लिए, आपको हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।

Thyroid में परहेज: क्या खाएं, क्या ना खाएं 

Thyroid रोग, चाहे वह हाइपरथायरायडिज्म हो या हाइपोथायरायडिज्म, आपके द्वारा खाए जाने वाले भोजन से महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित हो सकता है। यहां कुछ सामान्य दिशानिर्देश दिए गए हैं कि थायराइड रोग होने पर आपको क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए:

हाइपरथायरायडिज्म के लिए:

खाने योग्य:

फल और सब्जियां: ये विटामिन, खनिज और फाइबर से भरपूर होते हैं जो आपके समग्र स्वास्थ्य के लिए आवश्यक होते हैं।

साबुत अनाज: ये जटिल कार्बोहाइड्रेट का एक अच्छा स्रोत हैं जो आपको ऊर्जा प्रदान करते हैं और रक्त शर्करा के स्तर को स्थिर रखने में मदद करते हैं।

दुबला प्रोटीन: चिकन, मछली, टोफू और फलियां जैसे दुबले प्रोटीन स्रोत मांसपेशियों के निर्माण और मरम्मत में मदद करते हैं।

स्वस्थ वसा: एवोकैडो, नट्स, बीज और जैतून का तेल जैसे स्वस्थ वसा स्रोत हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।

सीमित करें:

आयोडीन युक्त खाद्य पदार्थ: आयोडीन युक्त नमक, समुद्री भोजन, अंडे और डेयरी उत्पादों का सेवन कम करें।

प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ: इनमें अक्सर सोडियम, चीनी और अस्वस्थ वसा की मात्रा अधिक होती है।

कैफीन और शराब: ये उत्तेजक आपके थायराइड हार्मोन के स्तर को बढ़ा सकते हैं।

तनाव: तनाव थायराइड हार्मोन के स्तर को भी बढ़ा सकता है, इसलिए तनाव प्रबंधन तकनीकों का अभ्यास करना महत्वपूर्ण है।

हाइपोथायरायडिज्म के लिए:

खाने योग्य:

आयोडीन युक्त खाद्य पदार्थ: आयोडीन युक्त नमक, समुद्री भोजन, अंडे और डेयरी उत्पादों का सेवन करें।

फल और सब्जियां: ये विटामिन, खनिज और फाइबर से भरपूर होते हैं जो आपके समग्र स्वास्थ्य के लिए आवश्यक होते हैं।

साबुत अनाज: ये जटिल कार्बोहाइड्रेट का एक अच्छा स्रोत हैं जो आपको ऊर्जा प्रदान करते हैं और रक्त शर्करा के स्तर को स्थिर रखने में मदद करते हैं।

दुबला प्रोटीन: चिकन, मछली, टोफू और फलियां जैसे दुबले प्रोटीन स्रोत मांसपेशियों के निर्माण और मरम्मत में मदद करते हैं।

स्वस्थ वसा: एवोकैडो, नट्स, बीज और जैतून का तेल जैसे स्वस्थ वसा स्रोत हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।

सीमित करें:

सोया उत्पाद: कुछ अध्ययनों से पता चला है कि सोया उत्पाद थायराइड हार्मोन के अवशोषण में हस्तक्षेप कर सकते हैं। यदि आप सोया उत्पादों का सेवन करते हैं, तो उन्हें थायराइड दवा से कम से कम 4 घंटे पहले या बाद में लें।

गोभी परिवार की सब्जियां: ब्रोकोली, गोभी, और फूलगोभी जैसी गोभी परिवार की सब्जियां गोइट्रोजेन नामक यौगिकों से भरपूर होती हैं, जो थायराइड हार्मोन के उत्पादन में हस्तक्षेप कर सकती हैं। यदि आपको हाइपोथायरायडिज्म है, तो इन सब्जियों का सेवन सीमित करें या उन्हें पकाकर खाएं।

अल्कोहल: शराब थायराइड हार्मोन के चयापचय में हस्तक्षेप कर सकती है।

Exit mobile version