होम सेहत Periods ना आने पर कौन सी बीमारी होती है?

Periods ना आने पर कौन सी बीमारी होती है?

Periods की अनुपस्थिति केवल प्रजनन स्वास्थ्य की समस्या नहीं है, बल्कि यह किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत भी हो सकता है। यदि आपको अमेनोरिया का अनुभव होता है, तो जल्द से जल्द डॉक्टर से परामर्श लें।

Periods चक्र महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य का एक महत्वपूर्ण संकेतक है। यह हार्मोनल संतुलन पर निर्भर करता है, जो ओव्यूलेशन और गर्भाशय की परत को नियंत्रित करता है। जब Periods अनपेक्षित रूप से बंद हो जाता है, तो यह किसी अंतर्निहित स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है। पीरियड्स न आने को अमेनोरेया (Amenorrhea) कहा जाता है, जो अपने आप में कोई बीमारी नहीं बल्कि किसी अन्य स्वास्थ्य स्थिति का लक्षण होता है। इस लेख में हम Periods की अनुपस्थिति से जुड़ी बीमारियों, उनके कारणों और उपचार के बारे में जानेंगे।

अमेनोरिया को समझना

अमेनोरेया दो प्रकार की होती है:

  1. प्राथमिक अमेनोरिया – जब 15 वर्ष की उम्र तक किसी लड़की को पहली बार Periods न हो।
  2. द्वितीयक अमेनोरिया – जब किसी महिला के नियमित पीरियड्स अचानक से तीन या अधिक महीनों तक बंद हो जाएँ और वह गर्भवती, स्तनपान कराने वाली या रजोनिवृत्ति (मेनोपॉज) में न हो।
Which disease occurs due to absence of Periods

पीरियड्स न आने से जुड़ी बीमारियाँ

1. पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS)

PCOS महिलाओं में द्वितीयक अमेनोरिया का सबसे आम कारण है। यह हार्मोनल असंतुलन से जुड़ी एक समस्या है, जिसमें शरीर में पुरुष हार्मोन (एंड्रोजन) का स्तर बढ़ जाता है, जिससे अनियमित या अनुपस्थित Periods हो सकता है।

  • कारण: इंसुलिन प्रतिरोध, हार्मोनल असंतुलन, अनुवांशिकता।
  • लक्षण: अनियमित पीरियड्स, मोटापा, मुंहासे, अनचाहे बालों की वृद्धि।
  • उपचार: जीवनशैली में बदलाव, हार्मोनल थेरेपी, इंसुलिन-सेंसिटाइजिंग दवाएँ।

2. हाइपोथैलेमिक अमेनोरिया

इस स्थिति में मस्तिष्क के हाइपोथैलेमस भाग द्वारा Periods को नियंत्रित करने वाले संकेतों का उत्पादन रुक जाता है। यह अत्यधिक तनाव, अत्यधिक व्यायाम या वजन में अचानक गिरावट के कारण हो सकता है।

  • कारण: मानसिक तनाव, खाने की गड़बड़ी, अत्यधिक व्यायाम।
  • लक्षण: कम बॉडी फैट, हड्डियों में कमजोरी, अवसाद, थकान।
  • उपचार: पोषण में सुधार, शारीरिक तनाव कम करना, काउंसलिंग।

3. प्रिमेच्योर ओवेरियन इनसफिशिएंसी (POI)

इसे जल्दी मेनोपॉज भी कहा जाता है, जिसमें 40 वर्ष की उम्र से पहले ही अंडाशय (ओवरी) काम करना बंद कर देते हैं। इससे एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर गिर जाता है, जिससे Periods बंद हो सकता है।

  • कारण: आनुवंशिकता, ऑटोइम्यून बीमारियाँ, कीमोथेरेपी, रेडिएशन थेरेपी।
  • लक्षण: गरम फ्लश (hot flashes), रात में पसीना, मूड स्विंग, बांझपन।
  • उपचार: हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (HRT), कैल्शियम और विटामिन D सप्लीमेंट।

4. हाइपरप्रोलैक्टिनेमिया

इस स्थिति में शरीर में प्रोलैक्टिन हार्मोन का स्तर अधिक हो जाता है, जिससे ओव्यूलेशन और Periods प्रभावित होते हैं।

  • कारण: पिट्यूटरी ग्रंथि में ट्यूमर, कुछ दवाएँ (एंटीडिप्रेसेंट, एंटीसाइकोटिक)।
  • लक्षण: स्तनों से दूध आना, सिरदर्द, दृष्टि समस्याएँ।
  • उपचार: डोपामाइन एगोनिस्ट दवाएँ, आवश्यक होने पर सर्जरी।

5. थायरॉइड विकार

हाइपोथायरायडिज्म (थायरॉइड का कम सक्रिय होना) और हाइपरथायरायडिज्म (थायरॉइड का अधिक सक्रिय होना) दोनों Periods में अनियमितता और अमेनोरिया का कारण बन सकते हैं।

  • कारण: ऑटोइम्यून बीमारियाँ (हाशिमोटो थायरॉयडिटिस, ग्रेव्स डिजीज), आयोडीन की कमी।
  • लक्षण: थकान, वजन में बदलाव, बाल झड़ना, ठंड या गर्मी सहन न कर पाना।
  • उपचार: थायरॉइड हार्मोन थेरेपी, उचित दवा।

6. कुशिंग सिंड्रोम

यह बीमारी शरीर में लंबे समय तक अधिक कोर्टिसोल हार्मोन बने रहने के कारण होती है, जिससे हार्मोन असंतुलन और अमेनोरिया हो सकता है।

  • कारण: लंबे समय तक स्टेरॉयड का सेवन, अधिवृक्क ग्रंथि (एड्रिनल ग्लैंड) में ट्यूमर।
  • लक्षण: चेहरे का गोल आकार, वजन बढ़ना, बैंगनी रंग के स्ट्रेच मार्क्स।
  • उपचार: स्टेरॉयड का सेवन कम करना, ट्यूमर को हटाने के लिए सर्जरी।

Weight Loss के 8 असरदार तरीके, तेजी से घटाएं वजन!

7. एशरमैन सिंड्रोम

यह एक दुर्लभ स्थिति है जिसमें गर्भाशय के अंदर स्कार टिशू (घाव) बन जाते हैं, जिससे Periods रुक जाता है।

  • कारण: बार-बार गर्भाशय की सफाई (D&C), गर्भाशय में संक्रमण।
  • लक्षण: हल्का या अनुपस्थित Periods, श्रोणि दर्द, बांझपन।
  • उपचार: स्कार टिशू को हटाने के लिए सर्जरी, हार्मोन थेरेपी।

अमेनोरिया का निदान

अमेनोरेया का सही कारण जानने के लिए निम्नलिखित जाँच की जाती है:

  • चिकित्सा इतिहास की समीक्षा
  • शारीरिक परीक्षण
  • रक्त परीक्षण (हार्मोन स्तर, थायरॉइड फंक्शन, प्रोलैक्टिन स्तर की जाँच)
  • अल्ट्रासाउंड (ओवरी और गर्भाशय की संरचना की जाँच के लिए)
  • MRI या CT स्कैन (पिट्यूटरी ग्रंथि में ट्यूमर की संभावना की जाँच के लिए)

Sugar की लत छोड़ने के 7 असरदार तरीके!

उपचार विकल्प

अमेनोरेया का उपचार उसके कारण पर निर्भर करता है:

  • जीवनशैली में बदलाव: संतुलित आहार, तनाव कम करना, व्यायाम संतुलित मात्रा में करना।
  • हार्मोनल थेरेपी: गर्भनिरोधक गोलियाँ, एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन सप्लीमेंट।
  • दवा प्रबंधन: थायरॉइड विकार, इंसुलिन प्रतिरोध, उच्च प्रोलैक्टिन स्तर के लिए उचित दवा।
  • सर्जिकल हस्तक्षेप: यदि ट्यूमर या संरचनात्मक समस्याएँ पाई जाती हैं।

निष्कर्ष

Periods की अनुपस्थिति केवल प्रजनन स्वास्थ्य की समस्या नहीं है, बल्कि यह किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत भी हो सकता है। यदि आपको अमेनोरिया का अनुभव होता है, तो जल्द से जल्द डॉक्टर से परामर्श लें। उचित उपचार से हार्मोन संतुलन को बहाल किया जा सकता है और स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं को रोका जा सकता है।

अन्य ख़बरों के लिए यहाँ क्लिक करें

Exit mobile version