Geneva: भारत समेत दुनिया के तमाम देशों में कोरोना से निर्णायक जंग लड़ने के लिए वैक्सीनेशन (Corona Vaccination) कार्यक्रम की तैयारी तेजी से चल रही है. इस बीच, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चेतावनी दी है. डब्ल्यूएचओ के वैज्ञानिकों ने चेताया है कि कई देश कोविड-19 से निपटने के लिए व्यापक पैमाने पर टीकाकरण कार्यक्रम जरूर शुरू कर रहे हैं, लेकिन इस साल ‘हर्ड इम्युनिटी (Herd Immunity)’ बनने की संभावना बहुत कम है.
दुनियाभर विशेष रूप से यूरोप में संक्रमण के आंकड़े तेजी से बढ़ रहे हैं. जिसकी वजह से वैक्सीन कार्यक्रम शुरू होने के बावजूद कोरोनावायरस (Corona Virus) से जुड़े प्रतिबंध बढ़ाने पड़ रहे हैं.
ब्रिटेन में मामले तेजी से बढ़े हैं। फरवरी के मध्य तक स्टे-ऑन-होम लॉकडाउन लगा
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की मुख्य वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने सोमवार को चेताया कि वैक्सीन (Corona Vaccination) का उत्पादन बढ़ाने में समय लगेगा और वायरस के प्रसार को रोकने के लिए पर्याप्त डोज की जरूरत होगी. वायरस अब तक दुनिया में 9 करोड़ से ज्यादा लोगों को चपेट में ले चुका है और 20 लाख लोग जान गंवा चुके हैं.
स्वामीनाथन ने कहा, “हम 2021 में ‘पॉपुलेशन इम्युनिटी’ या ‘हर्ड इम्युनिटी’ (Herd Immunity)के मोर्चे पर किसी भी स्तर को पाने नहीं जा रहे हैं.” उन्होंने सामाजिक दूर, नियमित हाथ धुलने और मास्क पहनने पर जोर दिया है.
एक ही मास्क (Mask) का बार-बार इस्तेमाल है खतरनाक, रिसर्च में ख़ुलासा।
वायरस के नए वेरिएंट (Corona Virus New Strain) के तेजी से फैलने को लेकर भी विशेषज्ञ चिंतित हैं. ब्रिटेन ने सबसे पहले नया प्रकार पाया गया, जिसके बाद से वहां तेजी से संक्रमण फैलने का डर सता रहा है.