श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में 6 अक्टूबर को आतंकियों ने नन्नेर गांदेरबल में बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष गुलाम कादिर पर हमला कर दिया था। इस दौरान एक आतंकी शाबिर-ए-शाह पर जवाबी कार्रवाई में काबू पा लिया गया। वहीं, इस हमले में मोहम्मद अल्ताफ नाम का एक कॉन्स्टेबल शहीद हो गया था। दरअसल, अल्ताफ को दोनों ओर से फायरिंग के दौरान गोली लगी थी। इस बात की जानकारी एसएसपी गांदेरबल के पोसवाल ने दी।
पुलिस की ओर से यह भी बताया गया कि जांच के दौरान हॉस्पिटल के सिक्यॉरिटी गार्ड के रूप में काम कर रहे कैसर अहमद शेख की भूमिका को लेकर खुलासा हुआ। वह हिज्बुल मुजाहिदीन का एक सक्रिय सदस्य था। उसके दो साथी जो एसकेआईएमएस और एसएमएचएस में एटीएम के प्राइवेट गार्ड थे, उन्हें गिरफ्तार किया गया है।
‘हथियार, पाकिस्तान का झंडा और…’
एसएसपी ने बताया, ‘वे युवाओं को आतंक में शामिल कराने के लिए एक मोबाइल ऐप और सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते थे। जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि वे और हमलों की योजना बना रहे थे और पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं से संपर्क में थे। हमने दो पिस्टल, मैग्जीन्स और गोला-बारूद बरामद किया है। यही नहीं, इन लोगों के पास से पाकिस्तानी झंडा भी मिला है।’
हिज्बुल का सरगना भी हुआ ढेर
जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खात्मे में लगी भारतीय सेना को लगातार बड़ी कामयाबी मिल रही है। सेना ने हिज्बुल मुजाहिदीन के सरगना सैफुल्लाह (Hizbul Mujahideen chief Saifullah) को मार गिराया है। इससे पहले मई महीने में सेना ने हिज्बुल के टॉप कमांडर रियाज नायकू (Riyaz Naikoo killed) को ढेर किया था।