लखनऊ के जिलाधिकारी ने यूपी पल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी की सैलरी तत्काल प्रभाव से रोकने का निर्देश दिया है। प्रदूषण नियंत्रण करने में दिखाई जा रही लापरवाही के मद्देनजर जिलाधिकारी यह फैसला लिया है। इसके अलावा जिलाधिकारी ने क्षेत्रीय अधिकारी से दो दिन के अंदर स्पष्टीकरण देने को कहा है।
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शनिवार को जारी एक आदेश में जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने लखनऊ में प्रदूषण की खराब हालत का हवाला देते हुए क्षेत्रीय अधिकारी से कहा, ‘आपको बार–बार निर्देशित किया गया है कि प्रदूषण पर नियंत्रण पाने के लिए तत्काल प्रभावी कार्यवाही की जाए। पहले की बैठकों में लिए गए महत्वपूर्ण फैसलों पर भी आपने कोई कार्यवाही नहीं की। आपको फील्ड विजिट के निर्देश दिए थे लेकिन आपने ऐसा नहीं किया।‘
आदेश में आगे लिखा है कि अगले आदेशों तक आपका वेतन रोका जाता है साथ ही निर्देशित किया जाता है कि दो दिनों के अंदर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें कि क्यों आप अपने सरकारी दायित्वों का निर्वाह नहीं कर रहे हैं। अगर दो दिनों तक स्पष्टीकरण नहीं आया तो माना जाएगा कि आपको कुछ नहीं कहना है ऐसे में आपके खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।
राजधानी लखनऊ सहित उत्तर प्रदेश के कई शहरों में प्रदूषण का बुरा हाल है। लखनऊ में छाई धुंध और हवा की कम रफ्तार के चलते शुक्रवार को प्रदूषण का स्तर गंभीर स्थिति में पहुंच गया। प्रदूषण के मामले में लखनऊ ने दिल्ली को भी पीछे छोड़ दिया है। सेंट्रल पलूशन कंट्रोल बोर्ड के एक्यूआई बुलेटिन के मुताबिक, लखनऊ का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 349 बहुत खराब से बढ़कर 447 गंभीर स्थिति में दर्ज हुआ। लखनऊ देश के तीसरे सबसे प्रदूषित शहर की श्रेणी में रहा।