Soy Milk, एक लोकप्रिय पौधे आधारित दूध विकल्प है, जो कई लोगों द्वारा अपनी पोषण संबंधी विशेषताओं के कारण पसंद किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सोया दूध के बारे में कुछ ऐसे तथ्य भी हैं जो शायद आपको पहले से नहीं पता होंगे? आइए जानते हैं उनमें से कुछ:
यह भी पढ़ें: रोजाना Milk पीने से वजन बढ़ सकता है: मिथक या तथ्य?
Soy Milk के बारे में
सोयाबीन की उत्पत्ति चीन में हुई थी: सोयाबीन की खेती सबसे पहले चीन में शुरू हुई थी और हजारों सालों से एशियाई व्यंजनों का एक प्रमुख हिस्सा रहा है। सोया दूध भी इसी प्राचीन परंपरा का एक हिस्सा है।
सोया दूध में प्रोटीन की मात्रा गाय के दूध के बराबर होती है: सोया दूध में प्रोटीन की मात्रा गाय के दूध के बराबर होती है, जो इसे शाकाहारियों और लैक्टोज असहिष्णु लोगों के लिए एक बेहतरीन विकल्प बनाती है। इसके अलावा, सोया प्रोटीन में सभी आवश्यक अमीनो एसिड होते हैं, जो शरीर के लिए आवश्यक होते हैं।
सोया दूध में आइसोफ्लेवोन्स होते हैं: सोया दूध में आइसोफ्लेवोन्स नामक पौधे आधारित एस्ट्रोजन होते हैं। इन आइसोफ्लेवोन्स को हृदय रोग, ऑस्टियोपोरोसिस और कुछ प्रकार के कैंसर से बचाने में मददगार माना जाता है।
सोया दूध को विभिन्न प्रकार के स्वादों में उपलब्ध है: सोया दूध अब केवल मूल स्वाद में ही नहीं, बल्कि विभिन्न प्रकार के स्वादों जैसे कि चॉकलेट, वेनिला, बादाम आदि में भी उपलब्ध है। यह इसे बच्चों और उन लोगों के लिए एक आकर्षक विकल्प बनाता है जो विभिन्न स्वादों का आनंद लेना पसंद करते हैं।
Soy Milk को विभिन्न प्रकार के व्यंजनों में इस्तेमाल किया जा सकता है: सोया दूध को न केवल पीने के लिए, बल्कि विभिन्न प्रकार के व्यंजनों जैसे कि दलिया, स्मूदी, बेकिंग आदि में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। यह गाय के दूध का एक बेहतरीन विकल्प है।
यह भी पढ़ें: Kachori Recipes: आप अपनी शाम की चाय के साथ ट्राई कर सकते हैं
क्या आप जानते हैं कि सोया दूध के बारे में और कौन से रोचक तथ्य हैं?
अस्वीकरण: यह जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए है और किसी भी चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं ली जानी चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।