Govardhan Puja परंपरागत रूप से भगवान कृष्ण को विभिन्न प्रकार के व्यंजन अर्पित करने का पर्व है, जिसे अन्नकूट के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन श्रद्धालु अपने घरों में अलग-अलग प्रकार के स्वादिष्ट और पारंपरिक पकवान बनाते हैं और उन्हें भगवान कृष्ण को अर्पित करते हैं। यहाँ Govardhan Puja के लिए आठ मुख्य पारंपरिक व्यंजनों की चर्चा की गई है, जिन्हें आप इस पर्व के लिए बना सकते हैं। प्रत्येक व्यंजन का स्वाद, पोषण और आध्यात्मिक महत्ता इस त्योहार को और भी खास बनाती है।
Table of Contents
1. मलाई कोफ्ता
मलाई कोफ्ता Govardhan Puja के अन्नकूट थाली में एक महत्वपूर्ण व्यंजन माना जाता है। यह व्यंजन गाढ़े, मलाईदार ग्रेवी में बने नरम पनीर और आलू के कोफ्तों से तैयार होता है। मलाई कोफ्ता एक समृद्ध और स्वादिष्ट व्यंजन है जो भगवान कृष्ण को प्रिय है। इसको बनाने के लिए पनीर, आलू, काजू, और मलाई का उपयोग किया जाता है।
विधि:
- पनीर और आलू को मसलकर उसमें मसाले और काजू मिलाकर छोटे-छोटे गोले बना लें।
- इन गोलों को तेल में हल्का सा तल लें।
- अब टमाटर, अदरक, हरी मिर्च से गाढ़ी ग्रेवी तैयार करें और इसमें क्रीम डालें।
- तैयार कोफ्तों को ग्रेवी में डालकर कुछ देर पकाएँ और फिर भगवान को भोग अर्पित करें।
2. खीर
खीर भारतीय मिठाइयों में एक लोकप्रिय और पारंपरिक मिठाई है जो किसी भी पूजा में खास स्थान रखती है। Govardhan Puja पर इसे विशेष रूप से भगवान कृष्ण को भोग में अर्पित किया जाता है। खीर चावल, दूध, और शक्कर से बनी होती है, और इसे मेवे, केसर और इलायची के साथ सजाया जाता है।
विधि:
- चावल को पानी में भिगोकर रखें।
- दूध को गाढ़ा होने तक उबालें और फिर उसमें चावल डालकर धीमी आँच पर पकाएँ।
- चीनी, इलायची पाउडर, काजू, बादाम, और किशमिश डालकर खीर को सजाएँ।
- इसे ठंडा या गरम दोनों तरह से परोसा जा सकता है और भगवान को भोग में अर्पित किया जाता है।
3. दही-बड़े
दही-बड़े एक पारंपरिक व्यंजन है जो Govardhan Puja के अन्नकूट में शामिल होता है। यह व्यंजन उरद दाल के वड़े और ताजे दही के साथ तैयार किया जाता है। दही-बड़े को इमली और हरी चटनी से सजाया जाता है, जिससे इसका स्वाद और भी अधिक लाजवाब हो जाता है।
विधि:
- उरद दाल को पीसकर उसमें मसाले मिलाकर वड़े बना लें।
- इन वड़ों को पानी में डुबोकर नरम कर लें और फिर ताजे दही में डालें।
- इमली की चटनी, हरी चटनी और चाट मसाला डालकर सजाएँ और इसे भोग में अर्पित करें।
4. पुरी और आलू की सब्जी
पुरी और आलू की सब्जी एक सरल लेकिन स्वादिष्ट व्यंजन है जिसे Govardhan Puja के अवसर पर बनाना शुभ माना जाता है। यह भगवान को प्रिय व्यंजनों में से एक है और इसे पारंपरिक भोजन में विशेष स्थान प्राप्त है। यह व्यंजन जल्दी और आसानी से तैयार हो जाता है।
विधि:
- गेहूँ के आटे में नमक और पानी मिलाकर लोई बनाकर छोटी-छोटी पूरियाँ बना लें।
- पूरियों को गरम तेल में तल लें।
- आलू की सब्जी के लिए, उबले हुए आलू को टमाटर, हरी मिर्च और मसालों के साथ हल्का सा भून लें।
- इसे भगवान को भोग में अर्पित करें।
5. मिश्री माखन
भगवान कृष्ण का यह सबसे प्रिय व्यंजन माना जाता है। मिश्री माखन सरलता से घर पर बनाया जा सकता है और इसे विशेष रूप से Govardhan Puja के लिए तैयार किया जाता है। यह व्यंजन ताजे माखन और मिश्री से बनता है और बहुत ही स्वादिष्ट होता है।
विधि:
- ताजा माखन लें और उसमें मिश्री के दाने मिलाएँ।
- माखन को अच्छे से मिलाएँ ताकि मिश्री का स्वाद माखन में आ जाए।
- इसे भगवान कृष्ण को भोग के रूप में अर्पित करें।
6. मूंग दाल हलवा
मूंग दाल हलवा एक पौष्टिक और स्वादिष्ट मिठाई है, जो विशेष रूप से ठंड के मौसम में बनाई जाती है। Govardhan Puja में इसका विशेष महत्व होता है और इसे बनाना थोड़ा श्रमसाध्य होता है, लेकिन इसका स्वाद इस श्रम को सार्थक बनाता है।
विधि:
- मूंग दाल को भिगोकर पीस लें।
- घी में मूंग दाल को धीमी आँच पर भूनें जब तक कि वह सुनहरी हो जाए।
- दूध, चीनी और मेवा डालकर इसे गाढ़ा होने तक पकाएँ।
- भगवान को भोग के रूप में अर्पित करें।
7. मलाई पेडा
मलाई पेडा एक स्वादिष्ट मिठाई है जो दूध से बनती है और इसे भगवान कृष्ण को भोग में अर्पित किया जाता है। यह मिठाई हर उम्र के लोगों को पसंद आती है और इसे घर पर आसानी से बनाया जा सकता है।
विधि:
- दूध को गाढ़ा होने तक उबालें।
- इसमें चीनी, इलायची पाउडर और केसर मिलाकर पकाएँ।
- इसे ठंडा होने पर छोटे-छोटे गोले बनाकर पेडा का आकार दें और भगवान को भोग में अर्पित करें।
8. मठरी और नमकीन
मठरी और नमकीन एक पारंपरिक नमकीन स्नैक है जिसे गोवर्धन पूजा में शामिल किया जाता है। यह कुरकुरा और मसालेदार होता है, और पूजा के प्रसाद में शामिल करने के लिए बिल्कुल उपयुक्त है।
विधि:
- मैदा या आटे में नमक, अजवाइन और घी डालकर मुलायम आटा गूंध लें।
- इस आटे की छोटी-छोटी मठरियाँ बना लें और तेल में तल लें।
- इसे भगवान को भोग के रूप में अर्पित करें और इसे प्रसाद के रूप में वितरित करें।
Govardhan Puja 2024: पूजा सामग्री के लिए आवश्यक मार्गदर्शन
गोवर्धन पूजा के भोग का महत्व
Govardhan Puja में अन्नकूट का विशेष महत्व है, जिसमें विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट और पौष्टिक व्यंजन भगवान कृष्ण को अर्पित किए जाते हैं। यह पर्व हमें प्रकृति और उसके संसाधनों के प्रति आभार प्रकट करने की सीख देता है। भगवान को भोग अर्पित करने के बाद इन व्यंजनों को परिवार, मित्रों और ज़रूरतमंदों के साथ साझा करना चाहिए, जो हमें करुणा और दान की भावना का महत्व सिखाता है।
इन सभी पारंपरिक व्यंजनों को गोवर्धन पूजा के अवसर पर बनाने से न केवल भगवान कृष्ण की कृपा प्राप्त होती है, बल्कि यह पर्व एकता, प्रेम, और साझा करने के महत्व को भी प्रकट करता है।
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