इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने बुधवार को उत्तर प्रदेश के Sambhal में हरिहर मंदिर-शाही जामा मस्जिद विवाद मामले में ट्रायल कोर्ट में चल रही कार्यवाही पर रोक लगा दी। संभल की विवादित शाही जामा मस्जिद की इंतेजामिया कमेटी की याचिका पर सुनवाई करते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मुकदमे की कार्यवाही रोकने का आदेश दिया है।
यह भी पढ़ें: UP के Sambhal में मस्जिद सर्वेक्षण पर हिंसा के कारण इंटरनेट और स्कूल बंद
अदालत ने उत्तर प्रदेश सरकार सहित मामले के सभी पक्षों को चार सप्ताह के भीतर अपना जवाब दाखिल करने का भी निर्देश दिया। इसके बाद, पक्षों की प्रतिक्रिया के जवाब में, मस्जिद समिति को अगले दो सप्ताह के भीतर अदालत में प्रत्युत्तर दाखिल करना होगा।
मस्जिद कमेटी की याचिका पर जस्टिस रंजन अग्रवाल की एकल पीठ ने सुनवाई की। अगली सुनवाई, जो 25 फरवरी को है, पर कार्यवाही नए मामले के रूप में की जाएगी।
Sambhal में विवाद और हिंसा
बता दें कि Sambhal जिला अदालत में यह मुकदमा 19 नवंबर को अधिवक्ता हरिशंकर जैन व अन्य ने दाखिल किया था। उन्होंने अपनी याचिका में दलील दी है कि शाही जामा मस्जिद की जगह पहले हरिहर मंदिर थी। इस मामले की सुनवाई करते हुए जिला अदालत ने सर्वे का आदेश दिया था।
यह भी पढ़ें: Gyanvapi case: HC ने खारिज की मस्जिद प्रबंधन की आपत्तियां, जारी रहेगा ASI सर्वे
सर्वेक्षण अधिकृत टीम द्वारा किया गया था, लेकिन दूसरे सर्वेक्षण के दौरान, पुलिस के साथ टीम पर उपद्रवियों की भीड़ ने भारी हमला कर दिया। हिंसा इतनी बढ़ गई कि चार उपद्रवियों की मौत हो गई, जबकि करीब 20 पुलिसकर्मी घायल हो गए। झड़प के दौरान एक बदमाश ने सर्किल ऑफिसर (सीओ) पर भी गोली चला दी थी। इसके बाद, पुलिस ने बड़े पैमाने पर कार्रवाई शुरू की और मामले में 50 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया। सीओ पर गोली चलाने वाले शख्स को भी बाद में गिरफ्तार कर लिया गया।