नई दिल्ली: PM Modi ने बुधवार को जी20 शिखर सम्मेलन से पहले मंत्रिपरिषद की बैठक में पहली बार तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन की विवादास्पद ‘सनातन धर्म’ टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी। और कहा की ‘उचित जवाब देने की जरूरत है।
‘सनातन धर्म’ विवाद पर पहली बार बोले PM Modi
PM Modi ने बैठक में मौजूद अपने मंत्रियों से कहा कि डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन की विवादास्पद ‘सनातन धर्म’ टिप्पणी का उचित जवाब दिया जाना चाहिए। उन्होंने मंत्रियों को इंडिया बनाम भारत विवाद पर टिप्पणी न करने की भी सलाह दी और कहा कि इस मामले पर केवल अधिकृत व्यक्ति को ही बोलना चाहिए।
जी20 शिखर सम्मेलन से पहले मंत्रिपरिषद की बैठक में बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “इतिहास में न जाएं, बल्कि संविधान के अनुसार तथ्यों पर टिके रहें। साथ ही, मुद्दे की समसामयिक स्थिति के बारे में भी बोलें।
PM Modi की यह प्रतिक्रिया उदयनिधि स्टालिन के उस बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने नए संसद के उद्घाटन के लिए केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को निमंत्रण न दिए जाने को सनातन धर्म में मौजूद भेदभाव का उदाहरण बताया।
उदयनिधि स्टालिन के बयान से शुरू हुआ विवाद
यह विवाद उस वक्त शुरू हुआ, जब तमिलनाडु के युवा कल्याण एवं खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने दो सितंबर को चेन्नई में आयोजित एक कार्यक्रम में सनातन धर्म को लेकर विवादास्पद टिप्पणी की। जिसमे उन्होंने सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया और कोरोना वायरस से करते हुए इसे नष्ट किए जाने की वकालत की।
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अपने बयानों से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में बुधवार को डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे के खिलाफ उत्तर प्रदेश के रामपुर में एफआईआर दर्ज की गई।