Lucknow: नाका थाने के थाना प्रभारी मनोज कुमार मिश्रा ने बताया कि सोमवार देर रात राजेन्द्र नगर क्षेत्र के अंतर्गत चौकी प्रभारी संजय गिरी द्वारा गस्त के दौरान 2 नाबालिक लड़कियां घूमती हुई पाई गईं। जब उनसे देर रात अकेले में घूमने का कारण पूछा गया तो दोनों पुलिसकर्मियों को बरगलाने की कोशिश करने लगीं। पुलिस टीम द्वारा सख्ती दिखाने पर किशोरियों ने बताया कि वे दोनों रविवार रात घर में हो रहे क्लेश से तंग होकर बस के जरिए लखनऊ (Lucknow) भाग आई थी। इतनी जानकारी के बाद दोनों किशोरियों को कृष्णानगर स्थित आशा ज्योति केंद्र में दाखिल किया गया और वहीं से किशोरियों के परिवारजनों को सूचना दी गई। मंगलवार सुबह किशोरियों के पिता गाजियाबाद पुलिस टीम के साथ लखनऊ (Lucknow) आए। यहां पर कागजी कार्रवाई के बाद दोनों किशोरियों को पिता को सौंप दिया गया।
अन्य दो किशोरियां घर से स्कूल जाने की बात कहकर लखनऊ घूमने आईं
थाना प्रभारी ने बताया कि सोमवार देर शाम जौनपुर की रहने वाली 2 अन्य नाबालिक लड़कियों का भी रेस्क्यू किया गया। देर शाम एक ऑटों वाले ने दो नाबालिक लड़कियों पर घर से भागने का संदेश जताते हुए पुलिस को सूचना दी। ऑटो वाले की निशानदेही पर पहुंची पुलिस टीम की तरफ से की गई पूछताछ में दोनों लड़कियों ने घर से परेशान होकर लखनऊ (Lucknow) आने की बात बताई। दोनों किशोरियों के बैग में उनकी स्कूल ड्रेस भी पाई गई, जिस पर उन्होंने बताया कि वे दोनों सुबह स्कूल जाने की बात कहकर घर से निकली थी। थाना प्रभारी के मुताबिक, जौनपुर की दोनों लड़कियों को भी आशा ज्योति केंद्र में दाखिल करने के बाद उनके परिवार को सूचना दे दी गई है। नाबालिग लड़कियों के माता-पिता के आने के बाद उन्हें सौंप दिया जाएगा।