New Delhi: ऑल इंडिया किसान संघर्ष को-ऑर्डिनेशन कमिटी (AIKSCC) ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के नाम खत लिखकर दो टूक कहा है कि उनका आंदोलन (Farmers Protest) अराजनीतिक है। खत में कमिटी ने जोर दिया है कि किसानों का आंदोलन (Farmers Protest) किसी राजनीतिक दल से नहीं जुड़ा है।
पीएम मोदी और तोमर को अलग-अलग हिंदी में लिखे खत में AIKSCC ने कहा है कि सरकार का यह मानना गलत है कि किसानों के आंदोलन (Farmers Protest) के पीछ विपक्षी पार्टियों का हाथ है। यह पत्र ऐसे वक्त में लिखा गया है जब एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री ने विपक्षी दलों पर किसानों को तीन कृषि कानूनों (Farms Law) को लेकर गुमराह करने का आरोप लगाया था।
कृषि कानूनों (Farms Law) के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले करीब 40 किसान यूनियनों में से एक AIKSCC ने पीएम के नाम अपने खत में लिखा है, ‘सच्चाई तो यह है कि किसान आंदोलन (Farmers Protest) ने राजनीतिक दलों को अपने विचार बदलने पर मजबूर किया है और आपका (प्रधानमंत्री मोदी) यह दावा कि राजनीतिक दलों ने इसे हवा दी है, गलत है।’
AIKSCC ने अपने खत में लिखा है, ‘आंदोलन (Farmers Protest) कर रहे किसान संगठनों और समूहों में से किसी की भी कोई भी मांग किसी राजनीतिक दल से नहीं जुड़ी हुई है।’ वहीं, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को लिखे खुले खत में किसान संगठन ने आरोप लगाया है कि तीनों कृषि कानूनों (Farms Law) में गड़बड़ियां हैं। AIKSCC ने आरोप लगाया है कि कृषि मंत्री बातचीत में मुख्य मुद्दे से ध्यान भटका रहे थे।
इससे पहले गुरुवार को किसानों को लिखे एक खुले खत में कृषि मंत्री तोमर ने कांग्रेस और दूसरी विपक्षी पार्टियों पर नए कृषि कानूनों (Farms Law) को लेकर झूठ फैलाने का आरोप लगाया था। उन्होंने किसानों से इन झूठ के चक्कर में न आने की अपील की और कहा कि केंद्र उनकी हर चिंताओं को दूर करने के लिए तैयार है।