नई दिल्ली: DRDO (Defence Research and Development Organisation) द्वारा विकसित कोरोनोवायरस रोगियों के इलाज के लिए दवा को देश के शीर्ष ड्रग कंट्रोलर द्वारा आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दे दी गई है, भारत हर दिन हजारों लोगों को मारने वाली महामारी की दूसरी लहर से लड़ रहा है।
DRDO द्वारा विकसित दवा एक पाउच में पाउडर के रूप में आती है और इसे पानी में घोलकर मौखिक रूप से लिया जाता है।
डीआरडीओ (DRDO) की लैब और हैदराबाद स्थित डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज (Dr Reddy’s Laboratories) ने एंटी-कोविड चिकित्सीय अनुप्रयोग दवा को 2-डीऑक्सी-डी-ग्लूकोज (2-DG) विकसित किया।
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ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने क्लिनिकल परीक्षण के परिणामों के बाद दवा को मंज़ूरी दे दी है, दवा में मौजूद एक अणु अस्पताल में भर्ती मरीजों को तेजी से ठीक करने में मदद करता है और पूरक ऑक्सीजन निर्भरता को कम करता है।
दवा के साथ इलाज किए गए कोविड रोगियों का अधिक अनुपात आरटी-पीसीआर परीक्षणों में नकारात्मक पाया गया
पिछले साल मई और अक्टूबर के बीच परीक्षणों के दूसरे चरण में दवा- Covid-19 रोगियों में सुरक्षित पाई गई थी और मरीज़ों की सेहत में महत्वपूर्ण सुधार हुआ था। दूसरे दौर में 110 मरीजों पर इसका परीक्षण किया गया। जबकि तीसरे दौर का परीक्षण छह अस्पतालों में किया गया था, भारत भर के 11 अस्पतालों में इस दवा का सफल परीक्षण किया गया था।
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Covid-19 मामलों में अचानक उछाल आने के बाद भारत को कोविड के रोगियों के लिए आवश्यक दवाओं, चिकित्सा ऑक्सीजन और अन्य आपूर्ति की भारी कमी ने देश की स्वास्थ्य प्रणाली को अपंग बना दिया है। राहत की बात यह रही की इस सब के बीच भरपूर अंतरराष्ट्रीय मदद मिल रही है।
भारत ने आज 4,187 कोरोनोवायरस मौतें दर्ज की हैं, जो अब तक की सबसे अधिक दैनिक गणना है, यहां तक कि अधिक से अधिक राज्यों में विनाशकारी नए उछाल को रोकने के लिए लॉकडाउन (Lockdown) लगाए गए हैं। 4.01 लाख से अधिक नए संक्रमणों ने कुल संक्रमित मरीज़ों की संख्या को 2.18 करोड़ से अधिक पर पहुँचा दिया है।