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Gond ke Laddoo: सर्दियों में गोंद के लड्डू खाने के हैं फायदे, जानें क्या।

गोंद के लड्डुओं (Gond ke Laddoo) को तीन महीने तक रखकर खाया जा सकता है. रोजाना सुबह नाश्ते में एक या दो लड्डू खा सकते हैं और सर्दी (Winter Season) में खुद को स्वस्थ रख सकते हैं.

Benefits of eating Gond ke ladoo in winter know what
गोंद के लड्डू (Gond ke Laddu) को तीन महीने तक रखकर खाया जा सकता है. रोजाना सुबह नाश्ते में एक या दो लड्डू खा सकते हैं

सर्दियों में अक्सर आपने घरों में गोंद के लड्डू (Gond ke Laddoo) तैयार होते देखे होंगे. ये लड्डू बच्चों और बड़ों दोनों को खूब पसंद आते हैं और इसके कई फायदे भी हैं. ठंड के मौसम (Winter Season) में गोंद के लड्डू (Gond ke Laddoo) का सेवन करने से शरीर को गर्माहट मिलती है. इसमें प्राकृतिक गोंद यानी खाद्य गोंद होती है, जिसे पेड़ों की छाल से निकाला जाता है. आमतौर पर गोंद के लड्डू (Gond ke Laddoo) को देसी घी, गोंद, नारियल का बूरा, बहुत सारे नट्स और ड्राई फ्रूट्स से तैयार किया जाता है.

गोंद के लड्डू (Gond ke Laddoo) को तीन महीने तक रखकर खाया जा सकता है. रोजाना सुबह नाश्ते में एक या दो लड्डू खा सकते हैं और सर्दी (Winter Season) में खुद को स्वस्थ रख सकते हैं. इससे मिलने वाले फायदे को देखते हुए गर्भवती महिलाओं से लेकर स्तनपान कराने वाली माताओं तक को गोंद से बने लड्डू खाने की सलाह दी जाती है. सर्दियों में इसे अपने आहार में शामिल करने से ढेरों फायदें होते हैं.

ये हैं गोंद के फायदे

• यह गिरते तापमान में शरीर को गर्म रखने में मदद करता है.

• यह शरीर को ठंड, मौसमी वायरस के संक्रमण से बचाता है और सर्दी की बीमारियों से सुरक्षित रखता है.

• यह उन लोगों के लिए पौष्टिक विकल्प है जो कि सर्दियों के मौसम में थके हुए और ऊर्जा की कमी महसूस करते हैं.

• यह आंखों की रोशनी में सुधार करता है.

• यह प्रतिरक्षा को बढ़ाता है और अगर गोंद के लड्डू को गुड़ के साथ तैयार किया जाता है तो यह  स्टेमिना में भी सुधार करता है.

• यह प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम और मैग्नीशियम से भरपूर होता है, जो हड्डियों और ऊतकों को मजबूत बनाता है.

• गोंद के लड्डू गठिया में भी फायदेमंद होते हैं क्योंकि यह जोड़ों को चिकनाई देता है. यह पीठ और जोड़ों के दर्द से राहत देता है.

• हाई फाइबर के कारण यह कब्ज के इलाज में प्रभावी है.

• यह पुरुषों में यौन कमजोरी में भी सुधार करता है.

• यह गर्भवती महिलाओं के लिए पौष्टिक भोजन है क्योंकि यह हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है और बच्चे के जन्म के बाद पीठ दर्द से बचाता है.

• स्तनपान कराने वाली माताओं को अतिरिक्त कैलोरी की आवश्यकता होती है, ऐसे में गोंद का लड्डू कारगर है और यह तेजी से रिकवरी करने से मदद करता है. यह दूध के उत्पादन को भी बढ़ाता है.

• कब्ज से परेशान लोगों के लिए इसका सेवन फायदेमंद साबित होता है. रोजाना एक लड्डू खाने से इस परेशानी को दूर किया जा सकता है.

• शरीर में खून की कमी को पूरा करने के लिए भी गोंद के लड्डू का सेवन किया जा सकता है.

आपको बता दें गोंद और गोंद कतीरा दोनों अलग होते हैं 

कई लोग गोंद कतीरा और गोंद को एक समझ लेते हैं. वास्तव में दोनों अलग-अलग हैं. दोनों के विपरीत प्रभाव होते हैं. गोंद जहां शरीर को गर्मी देता है, वहीं गोंद कतीरा शरीर को ठंडा करता है.  गोंद कतीरा गर्मी के मौसम में शरीर का तापमान कम करता है.

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