नोएडा पुलिस और साइबर सेल ने एक बड़े Porn Racket का पर्दाफाश किया है, जिसमें एक दंपति (कपल) मुख्य आरोपी के रूप में सामने आया है। इस गिरोह के जरिए लड़कियों को मोटी रकम का लालच देकर पोर्नोग्राफी कंटेंट तैयार कराया जाता था और इसे ऑनलाइन बेचा जाता था। जांच में यह भी पता चला कि इस अवैध कारोबार में विदेशी फंडिंग का इस्तेमाल किया जा रहा था।
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कैसे चलता था यह Porn Racket?
- पुलिस के अनुसार, यह कपल हाई-प्रोफाइल तरीके से यह धंधा चला रहा था।
- नए मॉडल्स और लड़कियों को सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफॉर्म्स के जरिए संपर्क किया जाता था।
- उन्हें लाखों रुपये के पैकेज ऑफर किए जाते थे और फिर उनका कंटेंट रिकॉर्ड कर ऑनलाइन बेचा जाता था।
- इस रैकेट का संचालन डिजिटल प्लेटफॉर्म्स और गुप्त नेटवर्क के जरिए किया जा रहा था।
विदेशी फंडिंग का एंगल
- जांच में सामने आया कि इस अवैध धंधे के लिए विदेशों से वित्तीय सहायता ली जा रही थी।
- पैसा विभिन्न ऑनलाइन पेमेंट गेटवे और क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से ट्रांसफर किया जाता था।
- पुलिस अब फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन और बैंक डिटेल्स की जांच कर रही है।
पुलिस की कार्रवाई और कानूनी पहलू
- पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके कब्जे से डिजिटल सबूत जुटाए हैं।
- आईटी अधिनियम, 2000 और भारतीय दंड संहिता (IPC) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
- विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) और मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) के तहत भी जांच हो सकती है।
साइबर अपराध और सावधानी
- सोशल मीडिया और अन्य ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर अनजान लोगों से संपर्क करने से बचें।
- किसी भी संदिग्ध प्रस्ताव या लालच में न आएं, खासकर अगर वह मोटी रकम से जुड़ा हो।
- साइबर अपराध से जुड़े मामलों की जानकारी तुरंत पुलिस या साइबर हेल्पलाइन को दें।
यह मामला ऑनलाइन पोर्नोग्राफी और साइबर अपराध के खतरनाक बढ़ते ट्रेंड को दर्शाता है। पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि इस गिरोह के अन्य सदस्यों और विदेशी कनेक्शन का भी खुलासा किया जा सके।