काला चना (Black Chickpeas) Diabetes के मरीजों के लिए एक सुपरफूड की तरह काम करता है। यह फाइबर, प्रोटीन और कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) वाला होता है, जो ब्लड शुगर को स्थिर रखने में मदद करता है।
यह भी पढ़ें: Diabetes को नियंत्रित करने के लिए 10 खाद्य पदार्थ
Diabetes में काले चने के फायदे:
ब्लड शुगर कंट्रोल करता है
- इसमें कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट होते हैं, जो धीरे-धीरे पचते हैं और ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ने से रोकते हैं।
हाई फाइबर से भरपूर
- काला चना फाइबर का अच्छा स्रोत है, जिससे पाचन धीमा होता है और शुगर धीरे-धीरे रिलीज होती है।
इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ाता है
- इसमें मौजूद पोषक तत्व इंसुलिन के प्रभाव को बेहतर बनाते हैं, जिससे डायबिटीज कंट्रोल में रहती है।
वजन घटाने में मददगार
- हाई फाइबर और प्रोटीन इसे लंबे समय तक पेट भरा रखने में मदद करते हैं, जिससे बार-बार भूख नहीं लगती।
दिल की सेहत में फायदेमंद
- काला चना कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है और हृदय रोगों के खतरे को कम करता है।
यह भी पढ़ें: Whole Grains: सेहत के लिए सही चुनाव
Diabetes मरीज काला चना कैसे खाएं?
1️⃣ भीगा हुआ काला चना: रातभर भिगोकर सुबह खाली पेट खाएं, जिससे ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में मदद मिलेगी।
2️⃣ उबला हुआ चना: इसे हल्के मसालों के साथ खाकर हेल्दी स्नैक के रूप में ले सकते हैं।
3️⃣ चना सलाद: अंकुरित चने में प्याज, टमाटर, नींबू और धनिया मिलाकर खाएं।
4️⃣ चना सूप: उबले हुए चनों का सूप बनाकर पिएं, यह पाचन को भी सुधारता है।
5️⃣ चना चाट: बिना तले हुए चनों में कटी हुई सब्जियां और नींबू मिलाकर स्वादिष्ट चाट तैयार करें।
कितनी मात्रा में खाएं?
- रोजाना 50-70 ग्राम काला चना पर्याप्त होता है।
- इसे संतुलित आहार के रूप में शामिल करें, ज्यादा मात्रा में खाने से पेट फूल सकता है।
ध्यान देने योग्य बातें:
ज्यादा मात्रा में काला चना खाने से गैस और ब्लोटिंग हो सकती है।
किडनी की समस्या वाले मरीजों को अधिक सेवन से बचना चाहिए।