Shivratri हिंदू धर्म के प्रमुख पर्वों में से एक है, जो भगवान शिव की आराधना और साधना के लिए समर्पित होता है। इस दिन विशेष रूप से शिव मंत्रों का जाप करने से भक्तों को आध्यात्मिक शांति, सुख-समृद्धि और मोक्ष की प्राप्ति होती है। Shivratri के अवसर पर कुछ विशेष मंत्रों का जाप अत्यंत फलदायी माना जाता है।
सामग्री की तालिका
Shivratri का महत्व
महाशिवरात्रि फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। यह पर्व भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह का दिन माना जाता है। इस दिन व्रत, रुद्राभिषेक, रात्रि जागरण और मंत्र जप करने से भक्तों को शिव कृपा प्राप्त होती है।
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Shivratri पर किए जाने वाले प्रमुख मंत्र जाप
भगवान शिव की आराधना के लिए विभिन्न प्रकार के मंत्रों का जाप किया जाता है। इनमें महामृत्युंजय मंत्र, शिव पंचाक्षर मंत्र, रुद्र गायत्री मंत्र, और अन्य बीज मंत्र प्रमुख हैं।
1. महामृत्युंजय मंत्र
महामृत्युंजय मंत्र को मृत्यु को जीतने वाला मंत्र कहा जाता है। इस मंत्र के जाप से रोग, भय और अकाल मृत्यु से रक्षा होती है।
मंत्र: ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्॥
मंत्र जाप विधि:
- शिवरात्रि की रात 108 बार या 1008 बार इस मंत्र का जाप करें।
- रुद्राक्ष की माला का उपयोग करें।
- दीप जलाकर और जल का अर्घ्य चढ़ाकर जाप करें।
2. पंचाक्षर मंत्र
यह मंत्र भगवान शिव के पांच पवित्र अक्षरों से बना हुआ है।
मंत्र: ॐ नमः शिवाय॥
मंत्र जाप विधि:
- इस मंत्र का निरंतर जाप करने से मन को शांति और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है।
- इसका जाप जलाभिषेक करते समय करने से विशेष फल मिलता है।
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3. रुद्र गायत्री मंत्र
रुद्र गायत्री मंत्र भगवान शिव की विशेष कृपा पाने के लिए उच्चारित किया जाता है।
मंत्र: ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि।तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥
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मंत्र जाप विधि:
- इस मंत्र का जाप प्रातःकाल और रात्रि को विशेष रूप से करें।
- रुद्राक्ष धारण करके जाप करने से इसका प्रभाव और बढ़ जाता है।
4. कालभैरव मंत्र
कालभैरव भगवान शिव का एक रूप हैं। इस मंत्र का जाप करने से शत्रु बाधा समाप्त होती है।
मंत्र: ॐ कालभैरवाय नमः॥
मंत्र जाप विधि:
- इस मंत्र का जाप मध्यरात्रि में करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है।
- नकारात्मक शक्तियों से रक्षा के लिए यह मंत्र अत्यंत प्रभावी होता है।
5. शिव तांडव स्तोत्र
शिव तांडव स्तोत्र भगवान शिव की महिमा का गान करता है। यह स्तोत्र रावण द्वारा रचित है। इसका पाठ करने से शिव कृपा शीघ्र प्राप्त होती है।
उदाहरण श्लोक: जटाटवी-गलज्जल-प्रवाह-पावित-स्थले,गलेऽवलम्ब्य लम्बितां भुजंग-तुङ्ग-मालिकाम्।
मंत्र जाप विधि:
- इस स्तोत्र का पाठ सूर्योदय और सूर्यास्त के समय करें।
- शिवलिंग के समक्ष बैठकर इसका उच्चारण करना शुभ माना जाता है।
6. लघु रुद्र मंत्र
भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए यह मंत्र अत्यंत प्रभावी है।
मंत्र: ॐ नमो भगवते रुद्राय॥
मंत्र जाप विधि:
- इस मंत्र का जाप 1008 बार करने से विशेष लाभ प्राप्त होता है।
- जल या दूध से अभिषेक करते समय इस मंत्र का जाप करें।
7. शिव बीज मंत्र
शिव बीज मंत्र अत्यंत शक्तिशाली होता है और इसे साधना में विशेष महत्व दिया जाता है।
मंत्र: ॐ ह्रीं नमः शिवाय॥
मंत्र जाप विधि:
- इस मंत्र का जाप साधकों के लिए अत्यंत फलदायी होता है।
- ध्यान और समाधि की अवस्था में इस मंत्र का उच्चारण करना विशेष लाभदायक होता है।
मंत्र जाप के लाभ
- आध्यात्मिक उन्नति – शिव मंत्रों के जाप से मानसिक शांति और आध्यात्मिक जागृति होती है।
- स्वास्थ्य में सुधार – महामृत्युंजय मंत्र विशेष रूप से रोगों से मुक्ति दिलाने में सहायक होता है।
- नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति – रुद्र मंत्र और कालभैरव मंत्र का जाप करने से बुरी शक्तियों और शत्रु बाधाओं से बचाव होता है।
- सकारात्मकता और सफलता – शिव मंत्रों का जाप जीवन में सफलता और समृद्धि को आकर्षित करता है।
- मोक्ष प्राप्ति – Shivratri पर मंत्र जाप करने से जन्म-मरण के बंधन से मुक्ति मिलती है।
Shivratri पर मंत्र जाप की विशेष विधि
- शुद्धि और ध्यान – स्नान करने के बाद साफ वस्त्र पहनें और शिवलिंग के समक्ष बैठकर ध्यान करें।
- रुद्राक्ष माला का उपयोग – मंत्र जाप के लिए रुद्राक्ष माला का उपयोग करें।
- अभिषेक के साथ जाप – जल, दूध, शहद, और बेलपत्र से शिवलिंग का अभिषेक करते हुए मंत्रों का जाप करें।
- रात्रि जागरण – शिवरात्रि पर चार प्रहर में मंत्र जाप करने का विशेष महत्व है।
- दान और सेवा – मंत्र जाप के बाद जरूरतमंदों को अन्न और वस्त्र दान करें।
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निष्कर्ष
Shivratri भगवान शिव की कृपा पाने के लिए सबसे उत्तम अवसर है। इस दिन उपयुक्त मंत्रों का जाप करने से जीवन में शांति, समृद्धि और आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त होती है। महामृत्युंजय मंत्र, पंचाक्षर मंत्र, रुद्र गायत्री मंत्र, और शिव तांडव स्तोत्र विशेष रूप से प्रभावशाली माने जाते हैं। इन मंत्रों का जाप पूर्ण श्रद्धा और भक्ति भाव से करने पर भगवान शिव की कृपा अवश्य प्राप्त होती है।
इस Shivratri पर भगवान शिव के पवित्र मंत्रों का जाप करें और उनके आशीर्वाद से अपने जीवन को सुख, समृद्धि और शांति से भर दें। हर-हर महादेव!
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