होम देश Dushyant Chautala बोले कहां गए किसान नेता, सरकार से बात क्यों नहीं...

Dushyant Chautala बोले कहां गए किसान नेता, सरकार से बात क्यों नहीं करते?

कृषि कानून को लेकर किसानों के विरोध प्रदर्शन पर हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) ने कहा कि आंदोलन को चलाने वाले 40 किसान नेता कहां गए

Dushyant Chautala said, Where did the farmer leaders gone they are not talking to the government?
हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) ने कहा कि आंदोलन को चलाने वाले 40 किसान नेता कहां गए

Panipat:  कृषि कानून (Farm Laws) को लेकर किसानों के विरोध प्रदर्शन पर हरियाणा (Haryana) के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) ने किसान नेताओं पर निशाना साधा है. एक शादी समारोह में समालखा पहुंचे दुष्यंत चौटाला ने किसान आंदोलन (Farmers Protest) और कृषि कानूनों (Farm Laws) को लेकर समाधान न निकालने को लेकर कहा कि आंदोलन को चलाने वाले 40 किसान नेता कहां गए और वो सरकार से चर्चा क्यों नहीं करते? 

Dushyant Chautala के साथ शादी समारोह में बाबा रामदेव (Baba Ramdev) भी पहुंचे थे. उन्होंने भी किसान आंदोलन (Farmers Protest) पर सरकार और किसानों के बीच संवाद के जरिये हल निकालने की बात कही है.

Dushyant Chautala: सरकार को अल्टिमेटम, किसानों को एमएसपी नहीं दिला सका तो इस्तीफा दे दूंगा

Dushyant Chautala ने पंचायती चुनाव को लेकर भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि पंचायती चुनाव को लेकर प्रक्रिया चल रही है जो एक महीने में पूरी हो जाएगी. उन्होंने इस बार चुनाव में 50 प्रतिशत महिलाओं की भागीदारी होने की भी बात कही.

Dushyant Chautala ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि देश में चल रहे किसान आंदोलन (Farmers Protest) में अन्नदाता और सरकार के मध्य आपसी सहमति से बीच का रास्ता निकलना चाहिए. उन्होंने कहा गतिरोध खत्म करके और मिल बैठकर के किसानों के हित की नीतियां बनाने की बातचीत हो जाए तो समस्या का समाधान हो सकता है. उन्होंने कहा कि किसान आन्दोलन (Farmers Protest) पर कुछ बातें किसानों और कुछ बातें सरकार को मान लेनी चाहिए.

Farmers Protest: हरियाणा के सीएम खट्टर अमित शाह से मिले- कहा नुकसान की भरपाई के लिए कानून लाएंगे

पत्रकारों से बातचीत करते हुए बाबा रामदेव (Baba Ramdev) ने कहा कि किसानों की आड़ में कुछ शरारती तत्व अपनी राजनीतिक रोटियां सेंक रहे हैं और उनसे किसानों को बचना चाहिए. स्वामी रामदेव ने कहा कि कानून को टालने से समाधान निकलता है तो समय अवधि बढ़ाकर डेढ़ साल की बजाय ढाई-तीन साल के लिए कानून टाल देना चाहिए. किसी भी समस्या का समाधान हमेशा बातचीत से ही निकलता है.

Exit mobile version