गर्मियों का मौसम आते ही ठंडे पेय, रसदार फल और स्वादिष्ट स्ट्रीट फूड खाने की ललक बढ़ जाती है। लेकिन सावधान रहें — यही समय Food Poisoning का भी सबसे बड़ा खतरा लेकर आता है। तेज गर्मी में बैक्टीरिया तेजी से पनपते हैं, और एक छोटी सी लापरवाही आपकी सेहत को भारी नुकसान पहुँचा सकती है। हां, गर्मियों में Food Poisoning आम बात है और यह खतरनाक भी हो सकती है।
सामग्री की तालिका
इस लेख में हम बताएंगे कि गर्मियों में Food Poisoning क्यों बढ़ जाती है, इसके 4 खतरनाक लक्षण कौन से हैं, और कब तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए। समय पर इलाज आपकी जान बचा सकता है।
गर्मियों में Food Poisoning क्यों ज्यादा होती है?
गर्मियों की गर्मी और नमी बैक्टीरिया को पनपने के लिए सबसे अनुकूल माहौल देती है। तापमान बढ़ते ही Salmonella, E. coli, और Listeria जैसे बैक्टीरिया तेजी से बढ़ते हैं। वैज्ञानिकों के अनुसार, हर 10 डिग्री सेल्सियस तापमान बढ़ने पर बैक्टीरिया की वृद्धि की गति दोगुनी हो जाती है।
इन कारणों से गर्मियों में Food Poisoning का खतरा बढ़ जाता है:
- बाहर खाने और पिकनिक का चलन बढ़ना
- गंदे पानी का सेवन
- स्ट्रीट फूड की लत और उसमें साफ-सफाई की कमी
- बिजली कटौती और रेफ्रिजरेशन की समस्या
- बासी खाना जल्दी खराब होना
इसलिए गर्मियों में सतर्क रहना बेहद जरूरी है।

Food Poisoning क्या है?
Food Poisoning तब होती है जब कोई व्यक्ति दूषित भोजन खा लेता है। यह दूषित भोजन इन कारणों से हो सकता है:
- बैक्टीरिया (जैसे Salmonella)
- वायरस (जैसे Norovirus)
- परजीवी
- केमिकल्स या टॉक्सिन्स
लक्षण दूषित भोजन खाने के कुछ घंटों से लेकर 1-2 दिनों के अंदर दिखाई दे सकते हैं। समस्या यह है कि अधिकतर लोग शुरुआती लक्षणों को सामान्य पेट की खराबी समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, जिससे स्थिति गंभीर हो सकती है।
ये 4 लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं
Food Poisoning के बहुत से लक्षण होते हैं, लेकिन नीचे बताए गए चार लक्षण सबसे खतरनाक माने जाते हैं। इन पर ध्यान देना और समय रहते डॉक्टर से संपर्क करना बेहद जरूरी है।
1. लगातार और तेज उल्टियां
अगर उल्टी रुकने का नाम न ले रही हो, पानी भी नहीं रुक रहा हो या उल्टी में खून या बदबू आ रही हो — तो ये गंभीर संकेत हैं।
ऐसा तब होता है जब शरीर खुद को विषैले तत्वों से छुटकारा दिलाने की कोशिश करता है। लेकिन बार-बार उल्टी होने से हो सकते हैं:
- गंभीर डिहाइड्रेशन
- इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन
- शॉक की स्थिति
यदि उल्टी 24 घंटे से अधिक समय तक जारी रहे या नियंत्रण से बाहर हो, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।
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2. तेज बुखार और कंपकंपी
अगर बुखार 101°F से अधिक हो जाए और उसके साथ कंपकंपी, पसीना या शरीर में दर्द हो, तो यह संक्रमण के फैलने का संकेत हो सकता है।
संभावित कारण:
- शरीर में बैक्टीरियल इन्फेक्शन
- ब्लडस्ट्रीम में संक्रमण (सेप्सिस)
- आंतों की सूजन
हल्का बुखार सामान्य हो सकता है, लेकिन तेज और लंबे समय तक चलने वाला बुखार खतरनाक है, खासकर अगर उसके साथ चक्कर या कमजोरी महसूस हो।
3. खून या काले रंग का दस्त
Food Poisoning में अक्सर दस्त होते हैं, लेकिन यदि आपके दस्त में:
- खून हो
- काला या टार जैसा रंग हो
- म्यूकस मौजूद हो
- बदबू असामान्य हो
तो यह आंतों को नुकसान, भीतरी ब्लीडिंग या गंभीर संक्रमण का संकेत है। अगर दस्त बार-बार हो रहे हों (दिन में 6 बार से अधिक) तो शरीर का पानी तेजी से खत्म हो सकता है, खासकर बच्चों और बुजुर्गों में।
4. डिहाइड्रेशन के गंभीर लक्षण
Food Poisoning में डिहाइड्रेशन सबसे बड़ी चिंता का विषय होता है। निम्नलिखित लक्षणों को नजरअंदाज न करें:
- मुंह सूख जाना और होंठ फटना
- 8 घंटे से ज्यादा पेशाब न आना
- आंखों का धंस जाना
- लो ब्लड प्रेशर या चक्कर आना
- अत्यधिक कमजोरी
अगर ये लक्षण दिखें तो तुरंत अस्पताल जाएं, क्योंकि डिहाइड्रेशन से किडनी फेलियर, दौरे और यहां तक कि मौत भी हो सकती है।
Food Poisoning से बचने के 10 आसान उपाय
किन लोगों को सबसे ज्यादा खतरा?
कुछ लोगों को Food Poisoning से ज्यादा खतरा होता है:
- गर्भवती महिलाएं – लिस्टीरिया का असर गर्भ में पल रहे शिशु पर भी पड़ सकता है
- छोटे बच्चे – उनकी इम्युनिटी पूरी तरह विकसित नहीं होती
- बुजुर्ग – उम्र के कारण रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है
- डायबिटीज, किडनी रोग या अन्य बीमारियों से पीड़ित लोग
इन लोगों में लक्षण तेजी से गंभीर हो सकते हैं, इसलिए विशेष सतर्कता जरूरी है।
किन चीजों से सबसे ज्यादा Food Poisoning होती है?
खाद्य वस्तु | जोखिम का कारण |
कच्ची सलाद | ठीक से न धोने पर संक्रमण हो सकता है |
स्ट्रीट फूड | धूल, मक्खियों और गंदे पानी का इस्तेमाल |
बिना उबला दूध | बैक्टीरिया का खतरा |
बचा हुआ चावल/मांस | जल्दी खराब हो जाते हैं |
बाहर कटे फल | गंदे हाथों या चाकू से संक्रमण |
नल के पानी से बनी बर्फ | E. coli का स्रोत हो सकती है |
सुझाव: खाने से पहले सूंघें, सावधानी से टेस्ट करें और भोजन को फ्रिज में सही तरीके से स्टोर करें।
अगर Food Poisoning हो जाए तो क्या करें?
शुरुआती 12 से 24 घंटे में घर पर इन बातों का ध्यान रखें:
- खूब पानी पिएं – ORS, नारियल पानी या इलेक्ट्रोलाइट ड्रिंक्स लें
- ठोस भोजन से परहेज करें – हल्की खिचड़ी, दाल का पानी लें
- मसालेदार, तला हुआ और दूध से बनी चीजें न खाएं
- प्रोबायोटिक्स लें – जैसे दही या कैप्सूल्स
- लक्षणों पर नजर रखें – अगर स्थिति बिगड़ती है तो डॉक्टर के पास जाएं
कब अस्पताल जाना जरूरी होता है?
अगर निम्नलिखित में से कोई भी स्थिति हो, तो डॉक्टर तुरंत अस्पताल में भर्ती कर सकते हैं:
- गंभीर डिहाइड्रेशन और IV फ्लूइड्स की जरूरत
- अंगों में कोई नुकसान दिखना
- दौरे या बेहोशी
- गर्भावस्था के दौरान लक्षण
- 24–48 घंटे तक कुछ भी खा-पी न सकना
ऐसे मामलों में तुरंत इलाज बेहद जरूरी है।
गर्मियों में Food Poisoning से बचने के 10 आसान उपाय
- खाने से पहले हाथ धोएं
- भोजन को 2 घंटे के अंदर फ्रिज में रखें
- केवल उबला या फिल्टर्ड पानी पिएं
- बार-बार गर्म किया गया खाना न खाएं
- कच्चे और पके भोजन को अलग रखें
- चाकू और कटिंग बोर्ड को अच्छी तरह साफ करें
- अधिकतर घर का बना खाना खाएं
- मेयोनीज़ आधारित सलाद से परहेज करें
- एक्सपायरी डेट जरूर देखें
- किसी भी संदेहास्पद भोजन को न खाएं
गर्मियों में सावधानी ही सबसे बड़ी सुरक्षा
Food Poisoning कोई मामूली समस्या नहीं है। यह जानलेवा साबित हो सकती है अगर समय पर लक्षणों की पहचान न हो। गर्मियों का मौसम स्वाद और मौज-मस्ती के लिए सही है, लेकिन इसमें सतर्कता भी उतनी ही जरूरी है। अगर आपको या आपके किसी परिजन को तेज उल्टी, बुखार, खून वाले दस्त या डिहाइड्रेशन जैसे लक्षण दिखें, तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।
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