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Uttarakhand वक्फ बोर्ड का फैसला: गरीबों को Eid पर मिलेगी ‘मोदी-धामी’ खाद्य किट

इस पहल का उद्देश्य वक्फ बोर्ड की संपत्तियों से उचित राजस्व प्राप्त करना और उसे मुस्लिम समुदाय के गरीब तबके के कल्याण में उपयोग करना है। शम्स ने कहा कि वर्तमान में बोर्ड को हजारों रुपये मूल्य की अपनी संपत्तियों से केवल 100-150 रुपये किराया मिल रहा है, जिसे बाजार या सर्किल दर के अनुसार संशोधित किया जाएगा। ​

Uttarakhand वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स ने घोषणा की है कि आगामी ईद के अवसर पर राज्य के गरीब मुसलमानों के बीच ‘मोदी-धामी’ नामक खाद्य किट वितरित की जाएंगी। इन किटों में दो लीटर दूध, दो किलोग्राम चावल, एक किलोग्राम चीनी, एक पैकेट सेवईं और सूखे मेवे शामिल होंगे, ताकि लाभार्थी अपने घर पर शीर (मिठाई) बना सकें।

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Poor people will get food kits on Eid in Uttarakhand

शम्स ने बताया कि वक्फ बोर्ड की हालिया बैठक में यह निर्णय लिया गया, जिसका उद्देश्य रमजान के महीने में रोजा रखने वाले गरीबों, अनाथों और विधवाओं के चेहरों पर मुस्कान लाना है। इसके अतिरिक्त, बच्चों को तोहफे के रूप में नि:शुल्क कपड़े भी प्रदान किए जाएंगे, ताकि वे अपना त्योहार अच्छे से मना सकें। ​

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Uttarakhand में वक्फ संपत्तियों से अवैध कब्जे हटाने की तैयारी

शम्स ने इस पहल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ओर से ईद की मुबारकबाद के रूप में प्रस्तुत किया है। उन्होंने कहा कि यह उन लोगों के लिए एक संदेश है जो पिछले 75 वर्षों से वक्फ बोर्ड में सक्रिय हैं, कि अब मुस्लिम समुदाय के लिए कुछ बेहतर करने और उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने का अवसर है।

इसके अलावा, वक्फ बोर्ड ने अपनी संपत्तियों पर अवैध कब्जों को हटाने के लिए एक अस्थायी राज्य स्तरीय वक्फ न्यायाधिकरण के गठन का भी निर्णय लिया है, जो इस महीने के अंत तक स्थापित किया जाएगा।

Poor people will get food kits on Eid in Uttarakhand

इस पहल का उद्देश्य वक्फ बोर्ड की संपत्तियों से उचित राजस्व प्राप्त करना और उसे मुस्लिम समुदाय के गरीब तबके के कल्याण में उपयोग करना है। शम्स ने कहा कि वर्तमान में बोर्ड को हजारों रुपये मूल्य की अपनी संपत्तियों से केवल 100-150 रुपये किराया मिल रहा है, जिसे बाजार या सर्किल दर के अनुसार संशोधित किया जाएगा। ​

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यह कदम राज्य में मुस्लिम समुदाय के गरीब तबके के जीवन स्तर में सुधार लाने और उन्हें मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।

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