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भारत ने 2,022 COVID मामले दर्ज किए, 46 मौतें

भारत कोविड अपडेट: सक्रिय मामलों में कुल संक्रमण का 0.03 प्रतिशत शामिल है, जबकि राष्ट्रीय COVID-19 वसूली दर 98.75 प्रतिशत दर्ज की गई थी, मंत्रालय ने कहा।

(प्रतीकात्मक) भारत कोविड अपडेट: 46 ताजा घातक घटनाओं के साथ मृत्यु संख्या 5,24,459 हो गई।

नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सोमवार को अपडेट किए गए आंकड़ों के अनुसार, भारत ने 2,022 नए कोरोनावायरस संक्रमण जोड़े, जिससे COVID-19 मामलों की कुल संख्या 4,31,38,393 हो गई, जबकि सक्रिय मामले घटकर 14,832 हो गए।

COVID-19 से 46 ताजा मौतें हुईं 

India records 2,022 covid cases, 46 deaths
(प्रतीकात्मक तस्वीर)

सुबह 8 बजे अपडेट किए गए आंकड़ों में कहा गया है कि 46 ताजा मौतों के साथ मरने वालों की संख्या बढ़कर 5,24,459 हो गई।

मंत्रालय ने कहा कि सक्रिय मामलों में कुल संक्रमणों का 0.03 प्रतिशत शामिल है, जबकि राष्ट्रीय COVID​​​​-19 की वसूली दर 98.75 प्रतिशत दर्ज की गई थी।

24 घंटे की अवधि में सक्रिय COVID-19 मामलों में 123 मामलों की कमी दर्ज की गई है।

मंत्रालय के अनुसार दैनिक सकारात्मकता दर 0.69 प्रतिशत और साप्ताहिक सकारात्मकता दर 0.49 प्रतिशत दर्ज की गई।

बीमारी से स्वस्थ होने वालों की संख्या बढ़कर 4,25,99,102 हो गई, जबकि मृत्यु दर 1.22 प्रतिशत दर्ज की गई।

राष्ट्रव्यापी COVID-19 टीकाकरण अभियान के तहत अब तक देश में प्रशासित संचयी खुराक 192.38 करोड़ से अधिक हो गई है।

भारत की COVID-19 टैली ने 7 अगस्त, 2020 को 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख, 5 सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख का आंकड़ा पार कर लिया था।

यह 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर को एक करोड़ के आंकड़े को पार कर गई।

देश ने 4 मई को दो करोड़ और पिछले साल 23 जून को तीन करोड़ के गंभीर मील के पत्थर को पार किया।

45 नए लोगों में केरल के 43 और उत्तर प्रदेश, दिल्ली और पंजाब के एक-एक व्यक्ति शामिल हैं।

देश में अब तक कुल 5,24,459 मौतें हुई हैं, जिनमें महाराष्ट्र से 1,47,856, केरल से 69,586, कर्नाटक से 40,106, तमिलनाडु से 38,025, दिल्ली से 26,201, उत्तर प्रदेश से 23,519 और पश्चिम बंगाल से 21,203 लोगों की मौत हुई है।

मंत्रालय ने जोर देकर कहा कि 70 प्रतिशत से अधिक मौतें सहरुग्णता के कारण हुईं।

मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर कहा, “हमारे आंकड़ों का भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के साथ मिलान किया जा रहा है।” आंकड़ों का राज्यवार वितरण आगे सत्यापन और सुलह के अधीन है।

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