Kartik Amavasya हिंदू संस्कृति में सभी अमावस्याओं में सबसे पवित्र है जो कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष में आती है। हिंदू संस्कृति और मान्यताओं के अनुसार, कार्तिका अमावस्या हिंदू त्योहार, दिवाली की अमावस्या को छोड़कर, अमावस्या को ज्यादातर अशुभ माना जाता है। लोग इस दिन देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा करते हैं।
Kartik Amavasya 2022: तिथि और समय
कार्तिक अमावस्या (शुरू) 24 अक्टूबर 2022 17:29:35 IST
कार्तिक अमावस्या (समाप्त) 25 अक्टूबर, 2022 16:20:38 IST
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इस साल, 25 अक्टूबर को आंशिक सूर्य ग्रहण है जो 16:49:20 IST से शुरू होगा और 18:06:00 IST तक चलेगा। इसके कारण, गोवर्धन पूजा जो आमतौर पर दिवाली के अगले दिन होती है, 26 अक्टूबर, 2022 को मनाई जाएगी।
Kartik Amavasya 2022: अनुष्ठान और पूजा
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प्रातः काल स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
अपने दिन की शुरुआत सूर्य को जल, गुड़ और तिल चढ़ाकर करें।
भक्तों को सुबह विष्णु स्तोत्र, सहस्रनाम का पाठ करना चाहिए।
इस दिन शुद्ध शाकाहारी (सात्विक) भोजन ही करें।
परिवार से नकारात्मकता को दूर रखने के लिए घर और मंदिर में दीपक जलाएं।
कार्तिक अमावस्या का महत्व
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हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, महाभारत के दौरान, भगवान कृष्ण ने स्वयं कार्तिक अमावस्या का महत्व समझाया था। उन्होंने कहा, “यह दिन मुझे बहुत प्रिय है। इस दिन मेरी पूजा करने से किसी व्यक्ति के जीवन पर ग्रहों (ग्रह दोष) का कोई भी नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा।”
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इस दिन, 14 साल के वनवास के बाद अयोध्या में भगवान राम की वापसी को चिह्नित करने के लिए दीपक जलाने की परंपरा है। कार्तिक अमावस्या को भी पितरों की पूजा करने का पवित्र दिन माना जाता है।