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Farmers Protest को लेकर Mia Khalifa ने फिर किया ट्वीट, बोलीं- ट्वीट करना जारी जब तक पैसे नहीं मिलते

New Delhi: एक्ट्रेस मिया खलीफा (Mia Khalifa) और अमांडा सर्नी (Amanda Cerny) ने जब से किसान आंदोलन (Farmers Protest) को लेकर ट्वीट किए हैं, उन्हें सोशल मीडिया पर जमकर निशाना बनाया जा रहा है. कई ट्रोल्स में तो उन पर पैसा लेकर ट्वीट (Tweet) करने तक के आरोप लग रहे हैं. लेकिन किसान आंदोलन (Farmers Protest) को लेकर इन दोनों ने अपना समर्थन जारी रखा है.

इंटरनेशनल हस्तियों के ट्वीट को दुष्प्रचार बताए जाने पर Amanda Cerny ने कहा- इन बेवकूफों को किसने हायर किया है…

अब तो वह इसे लेकर ट्विटर पर ट्रोल्स पर जमकर तंज भी कस रही हैं. अमांडा सर्नी (Amanda Cerny) ने पहले पेड ट्वीट को लेकर जवाब दिया था और इस पर मिया खलीफा (Mia Khalifa) का भी जवाब आ गया है. 

अमेरिकी एक्ट्रेस Amanda Cerny ने किसान आंदोलन का किया समर्थन, इंस्टाग्राम पर खुलकर रखी अपनी राय

अमेरिका एक्ट्रेस अमांडा सर्नी (Amanda Cerny) ने ट्वीट कर कहा है, ‘यह सिर्फ तंग करने के लिए है. मेरे कई सवाल हैं…मुझे कौन पैसे दे रहा है? मुझे कितना पैसा मिल रहा है? मैं अपने इनवॉयस कहां भेजूं? मुझे पैसे कब मिलेंगे? मैंने खूब ट्वीट किए हैं…क्या मुझे एक्स्ट्रा पैसे मिलेंगे?’

Greta Thunberg पर दिल्ली पुलिस की FIR, बोलीं-अब भी किसानों के साथ खड़ी हूं

अमांडा सर्नी (Amanda Cerny) के इस ट्वीट पर मिया खलीफा (Mia Khalifa) ने रिप्लाई करते हुए लिखा, ‘हम तब तक ट्वीट करना जारी रखेंगी जब तक हमें पैसे नहीं मिलते.’ इस तरह मिया खलीफा ने भी ट्रोल्स की जमकर क्लास ली. अमांडा और मिया खलीफा के यह ट्वीट खूब वायरल हो रहे हैं. 

Farmers Protest: टिकरी बॉर्डर पर एक और किसान ने आत्महत्या की, सुसाइड नोट भी मिला

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New Delhi:  कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन (Farmers Protest) के बीच रविवार को एक और किसान ने आत्महत्या (Suicide) कर अपनी जान दे दी. दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर किसानों के प्रदर्शन में शामिल हरियाणा के कर्मवीर सिंगवाल (Karmaveer Singwal) ने आज सुबह पेड़ में रस्सी के सहारे फंदा लटका कर खुदकुशी कर ली. किसान की आत्महत्या के बाद आसपास के इलाके में मौजूद लोग जुट गए. मृतक कर्मवीर सिंगवाल अपने पीछे एक सुसाइड नोट भी छोड़ गया, जिसमें उन्होंने आंदोलनकारी किसानों के नाम संदेश लिखा है. सिंगवाल ने इसमें कहा है कि काले कानूनों के खिलाफ मरते दम तक किसानों को संघर्ष करना है.

Farmers Protest: Another farmer committed suicide on the tikri border, a suicide note has been found
काले कानूनों के खिलाफ मरते दम तक किसानों को संघर्ष करना है.

जब तक माँगे नहीं मानी जाएँगी किसान घरों को नहीं लौटेंगे- राकेश टिकैत

यह कोई पहला मौका नहीं है जब प्रदर्शनकारी किसानों ने आत्महत्या की. इससे पहले जनवरी महीने में भी कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ सिंघू बॉर्डर (Singhu Border) पर प्रदर्शन में भाग ले रहे पंजाब के 40 वर्षीय एक किसान ने जहरीला पदार्थ खाकर कथित रूप से आत्महत्या कर ली थी. तब हरियाणा पुलिस ने यह जानकारी दी थी. सोनीपत के कुंडली पुलिस थाने में निरीक्षक रवि कुमार ने बताया था कि किसान अमरिंदर सिंह पंजाब के फतेहगढ़ साहिब जिले का निवासी था. किसान को सोनीपत के स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई.

Farmers Protest: दिल्ली बॉर्डर पर बढ़ता जा रहा किसानों का जमावड़ा

नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ देश के विभिन्न हिस्सों, खासकर पंजाब और हरियाणा के किसान दिल्ली की सीमाओं पर पिछले दो महीने से भी अधिक समय से प्रदर्शन (Farmers Protest)  कर रहे हैं. बीते साल दिसंबर महीने के आखिरी सप्ताह में सिंघू सीमा पर ही सिख उपदेशक संत राम सिंह ने कथित तौर पर खुदकुशी कर ली थी. केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान कई दिनों से सिंघू बॉर्डर समेत दिल्ली की अनेक सीमाओं पर डेरा डाले हैं.

Driving Licence के लिए महीनों के इंतजार से मिलेगी मुक्ति, बिना टेस्ट बनेगा लाइसेंस

New Delhi: ड्राइविंग लाइसेंस (Driving Licence) बनवाने में आने वाली समस्याओं को दूर करने के लिए सरकार ने नई पहल की है। इसके तहत ड्राइविंग टेस्ट के बिना भी ड्राइविंग लाइसेंस (Driving Licence) बनवाया जा सकता है। इसके लिए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने एक ड्राफ्ट जारी किया है। यदि यह नियम लागू हो जाता है तो आपको ड्राइविंग टेस्ट से मुक्ति मिल जाएगी।

31 मार्च 2021 तक ड्राइविंग लाइसेंस सहित सभी तरह के परमिट और फिटनेस सर्टिफ़िकेट को वैध किया गया।

ड्राफ्ट के मुताबिक, सरकार लोगों को अच्छी ड्राइविंग ट्रेनिंग देना चाहती है। इसके लिए मंत्रालय ने ट्रेनिंग सेंटर्स के लिए नई गाइडलाइन जारी की है। ड्राफ्ट में कहा गया है कि इन सेंटर्स से ड्राइवर ट्रेनिंग सफलतापूर्वक पूरी करने वालों को क्षेत्रीय ट्रांसपोर्ट ऑफिस (RTO) में ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदन करते समय ड्राइविंग टेस्ट से छूट दी जाए।

सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है कि इस कदम से ट्रांसपोर्ट इंडस्ट्री को मदद मिलेगी और प्रशिक्षित ड्राइवर्स की कमी दूर होगी। इससे ट्रांसपोर्ट इंडस्ट्री की दक्षता बढ़ेगी और हादसों में कमी आएगी। मंत्रालय ने यह ड्राफ्ट 29 जनवरी को जारी किया है और संबंधित स्टेकहोल्डर्स से इस पर प्रतिक्रिया मांगी हैं। मंत्रालय 2025 तक सड़क हादसों की संख्या आधी करना चाहता है।

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मौजूदा समय में ड्राइविंग लाइसेंस (Driving Licence) बनवाने के लिए RTO में ऑनलाइन आवेदन करना पड़ता है। इसके बाद ऑनलाइन लिखित और ड्राइविंग टेस्ट देना पड़ता है। इन दोनों टेस्ट को पास करने के बाद लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस मिलता है। यह लाइसेंस 6 महीने के लिए वैध रहता है। 6 महीने बाद परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस (Driving Licence) बनवाना पड़ता है। टेस्ट में फेल होने पर ड्राइविंग लाइसेंस नहीं मिलता है।

कोविड-19 के कारण सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने लाइसेंस और वाहन संबंधित समस्त कार्यों को ऑनलाइन कर दिया है। इस कारण लोगों को ऑनलाइन आवेदन के बाद ड्राइविंग टेस्ट के लिए महीनों लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। यदि सरकार की यह पहल अमल में आ जाती है तो लोगों को महीनों लंबे इंतजार से मुक्ति मिल जाएगी।

सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय 16 सेवाओं को ऑनलाइन करने की तैयारी कर रहा है। इसमें लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस (Driving Licence), ड्राइविंग लाइसेंस का रिन्युअल, डुप्लीकेट ड्राइविंग लाइसेंस, ड्राइविंग लाइसेंस और वाहन पंजीकरण के पते में बदलाव, इंटरनेशनल ड्राइविंग परमिट, अस्थाई वाहन पंजीकरण, पंजीकरण के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र, डुप्लीकेट पंजीकरण प्रमाण पत्र और वाहन ट्रांसफर जैसी सेवाएं शामिल हैं। मंत्रालय की योजना आधार वैरिफिकेशन के जरिए इन सेवाओं को ऑनलाइन उपलब्ध कराने की है।

Chamoli: ग्लेशियर टूटने से धौलीगंगा नदी का जल स्तर बढ़ा, ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट को काफी नुकसान

उत्तराखंड के चमोली (Chamoli) जिले में रविवार को ग्लेशियर टूट गया (avalanche)। इसके बाद धौलीगंगा नदी में जल स्तर अचानक बढ़ गया। उत्तराखंड के मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने बताया कि आपदा में 100 से 150 लोगों के मारे जाने की आशंका है। चमोली (Chamoli) के तपोवन इलाके में हुई इस घटना से ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट को काफी नुकसान पहुंचा है। यहां काम करने वाले कई मजदूर लापता हैं।

Water level of Dhauliganga river rises due to breaking of glacier in Chamoli, great damage to Rishiganga power project
चमोली (Chamoli) के तपोवन इलाके में हुई इस घटना से ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट को काफी नुकसान पहुंचा है। यहां काम करने वाले कई मजदूर लापता हैं।

नदी के किनारे बसे कई घर पानी में बह गए हैं। आसपास के गांवों को खाली कराया जा रहा है। ऋषिगंगा के अलावा एनटीपीसी के भी एक प्रोजेक्ट को नुकसान पहुंचा है। तपोवन बैराज, श्रीनगर डैम और ऋषिकेश डैम भी क्षतिग्रस्त हुए हैं।

Uttrakhand: कोविड-19 के 254 नए मामले, 90 मामले अकेले देहरादून जिले में

उत्तराखंड पुलिस के मुताबिक, श्री नगर, ऋषिकेश और हरिद्वार में पानी का स्तर खतरे के निशान से ऊपर जा सकता है। वहीं गृहमंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से फोन पर बात की। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि नंदप्रयाग से आगे अलकनंदा नदी का बहाव सामान्य हो गया है।

उत्तर प्रदेश में भी हाई अलर्ट। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंगा किनारे बसे सभी जिलों में नदी के जलस्तर पर नजर बनाए रखने के निर्देश दिए।

ITBP के 200 से ज्यादा जवान, SDRF की 10 और NDRF की टीमें रेस्क्यू काम में जुटी हुई हैं। कुछ और टीमें एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर से पहुंच रही हैं। ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट को भी इस आपदा में काफी नुकसान पहुंचा है। सरकार ने हेल्पलाइन नंबर 1905, 1070 और 9557444486 जारी किए हैं। सरकार ने अपील की है कि इस घटना के बारे में पुराने वीडियो सर्कुलेट कर अफवाह न फैलाएं। हरिद्वार में कुंभ मेला चल रहा है। इसलिए राज्य सरकार ने यहां भी हाई अलर्ट जारी कर दिया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जनता से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है। वो खुद चमोली रवाना हो चुके हैं। एहतियातन भागीरथी नदी का पानी रोक दिया गया है।

जून 2013 में आई आपदा में 4 हजार से ज्यादा की जान गई थी

16-17 जून 2013 को बादल फटने से रुद्रप्रयाग, चमोली, उत्तरकाशी, बागेश्वर, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ जिलों में भारी तबाही मची थी। इस आपदा में 4,400 से अधिक लोग मारे गए या लापता हो गए। 4,200 से ज्यादा गांवों का संपर्क टूट गया। इनमें 991 स्थानीय लोग अलग-अलग जगह पर मारे गए। 11,091 से ज्यादा मवेशी बाढ़ में बह गए या मलबे में दबकर मर गए। ग्रामीणों की 1,309 हेक्टेयर भूमि बाढ़ में बह गई। 2,141 भवनों का नामों-निशान मिट गया। 100 से ज्यादा बड़े व छोटे होटल ध्वस्त हो गए। आपदा में नौ नेशनल हाई-वे, 35 स्टेट हाई-वे और 2385 सड़कें 86 मोटर पुल, 172 बड़े और छोटे पुल बह गए या क्षतिग्रस्त हो गए थे।

Farmers Chakka Jam: हरियाणा के लगभग सभी जिलों में सफल रहा चक्का जाम।

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Haryana: नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान संगठनों द्वारा शनिवार को आहूत ‘चक्का जाम’ (Chakka Jam) के दौरान किसानों व अन्य संगठनों ने जिले में 51 स्थानों पर राष्ट्रीय, राज्य राजमार्गों एवं स्थानीय मार्गों पर जाम लगाया। इसके चलते जींद-रोहतक, जींद-पटियाला, जींद-कैथल, जींद-करनाल, जींद-सफीदों, असंध-पानीपत, जींद-हिसार, जींद-हिसार, जींद-बरवाला, नरवाना-टोहाना, जींद-गोहाना मार्ग तीन घंटे के लिए बाधित रहे। प्रदर्शनकारियों ने एसपी आवास के सामने सफीदों बाईपास पर भी जाम लगाया। किसानों ने सड़कों पर बैठकर धरना दिया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। तीन घंटे के चक्का जाम (Chakka Jam) के कारण काफी संख्या में वाहन राष्ट्रीय, राज्य राजमार्गों एवं स्थानीय मार्गों पर फंस गए। इसके चलते वाहन चालकों तथा यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। किसान संगठनों के चक्का जाम (Chakka Jam) के आह्वान के चलते पुलिस बल अलर्ट पर रहा। चक्का जाम (Chakka Jam) वाले स्थानों पर तीन बजे ट्रैक्टर व अन्य वाहनों के हॉर्न बजाकर चक्का जाम खोल दिया गया।

Farmers Chakka Jam: चक्का जाम के आहवान पर राजस्थान में कांग्रेस का मिला समर्थन

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान जिले में शनिवार को 51 जगह पर किसानों ने मार्गों को जाम (Chakka Jam) किया। हालांकि प्रशासन को 15 जगह पर मार्ग जाम होने की उम्मीद थी और उसी के हिसाब से तैयारियां की हुई थी। जहां पर मार्ग जाम (Chakka Jam) होने की उम्मीद थी प्रशासन ने सुबह ही उन रास्तों पर नाके लगा लिए थे और दोपहर 12 बजते ही इन रास्तों से वाहनों को जाने पर रोक लगाकर लिंक रास्तों से वाहनों को निकाला जा रहा था, लेकिन प्रशासन की उम्मीद के विपरित ग्रामीणों ने कई जगह पर जाम लगाया। इसके चलते वाहन चालकों को परेशानी झेलनी पड़ी। सबसे पहला जाम (Chakka Jam) जींद-कैथल मार्ग पर गांव कंडेला में लगा। जहां पर कंडेला खाप के प्रधान टेकराम कंडेला के नेतृत्व में ग्रामीणों ने पहले तो मार्ग पर खड़े होकर वाहनों को रोका। इसके बाद सड़क के बीच में कुर्सियां लगाकर बैठ गए। हालांकि जाम के दौरान एंबुलेंस को नहीं रोका। अगर किसी मार्ग से एंबुलेंस निकली तो ग्रामीणों ने मार्ग के ऊपर से खड़े होकर उसके आगे जाने दिया। हालांकि इस दौरान वाहन ग्रामीण क्षेत्रों से निकलते रहे। किसानों ने लिंक मार्ग को रोकने की बजाए मुख्य मार्गों पर ही फोकस रखा। हालांकि अधिकतर जाम (Chakka Jam) स्थल पर किसान ही वाहन चालकों को लिंक रास्तों के बारे में बताते रहे।

Farmers Chakka Jam: जब तक माँगे नहीं मानी जाएँगी किसान घरों को नहीं लौटेंगे- राकेश टिकैत

किसानों ने अपने ऐलान के मुताबिक सभी प्रमुख स्थानों पर जाम (Chakka Jam) लगाया। शनिवार को निर्धारित समय से पहले ही काफी संख्या में किसान चिन्हित किए गए 11 स्थानों पर जुटने लगे थे। इसके बाद ठीक 12 बजे जाम शुरू कर दिया गया। जिले में किसानों का सबसे ज्यादा फोकस दिल्ली चंडीगढ़ नेशनल हाईवे स्थित बसताड़ा टोल प्लाजा पर रहा। जबकि अन्य स्थानों में उन्होंने मेरठ रोड, निसिंग में गुरुद्वारे के समीप, इंद्री में अनाज मंडी के पास, जलमाना में प्योंत टोल प्लाजा और असंध में जींद हाईवे सहित कुल 11 जगह जाम लगाकर अपनी एकजुटता दर्शाई।

दिल्ली बॉर्डर पर बढ़ता जा रहा किसानों का जमावड़ा

बसताड़ा टोल प्लाजा पर जुटे किसानों को जाम के दौरान अलग-अलग ड्यूटी सौंपी गई थी। इसके तहत युवाओं ने वाहनों को रोकने का मोर्चा संभाला जबकि बुजुर्ग स्टेज पर चल रहे भाषणों के अलावा रागिनी का आनंद लेते रहे। इस दौरान हुक्का गुडगुडाने से लेकर कुल्फी खिलाने तक का इंतजाम किया गया था। जबकि लंगर भी पूरी समयावधि में लगातार चलता रहा।

बड़ौत में पुलिस ने जबरन खत्म कराया किसानों का धरना

यमुनानगर में किसानाें ने दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक 10 जगहों पर चक्का जाम (Chakka Jam) किया गया। हालांकि किसानों ने सात जगहों पर जाम लगाने की घोषणा की थी। परंतु किसानाें ने तीन जगहों खुंडेवाला गांव के मोड़ पर, बहरामपुर व सुढल गांव के पास भी जाम लगा दिया। जगाधरी-अंबाला बाइपास पर भंभौली गुरुद्वारा के नजदीक तिकौना चौक पर सबसे ज्यादा किसान एकत्रित हुए। किसानों ने दोपहर का भोजन भी यहीं पर किया। जाम में महिलाएं भी अच्छी खासी संख्या में हिस्सा लेने पहुंची। एसपी कमलदीप गोयल ने उन सभी जगहों पर निरीक्षण किया जहां पर किसानों ने जाम लगाया था। वैसे तो किसानों के जाम का आमजन पर कोई खास असर नहीं हुआ। परंतु तीन अन्य जगहों पर अचानक जाम लगाने से बाइपास व लिंक मार्गों पर वाहनों की लंबी कतार लग गई। पुलिस ने सुरक्षा के लिहाज से 22 जगहों पर नाके लगाए थे।

किसानों का ऐलान, अडानी और अंबानी के सभी उत्पादों का बहिष्कार करेंगे

पानीपत में जो लोग जाम में फंसे, उनके लिए लंगर का इंतजाम था। सभी से कहा जा रहा था कि तीन घंटे तक वाहन आगे नहीं जा सकते। आप लोग यहां पर लंगर खा सकते हैं। लाइन से लंगर वरताया जा रहा था। पानीपत में नेशनल हाईवे पर टोल के पास ही ये लंगर लगाया गया

Mumbai: बंगले पर Porn Film बना रहे 5 लोगों को पुलिस ने किया अरेस्ट

Mumbai: मॉडल्स और स्ट्रगलिंग एक्ट्रेस को ब्लैकमेल कर अश्लील फिल्म (Porn Film) बनाने के आरोप में मुंबई पुलिस ने 5 लोगों को अरेस्ट किया है। इन फिल्मों (Porn Film) को ये पोर्न वेबसाइटों और सोशल मीडिया पर अपलोड करते थे। सभी आरोपियों को शुक्रवार को ही अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 10 फरवरी तक हिरासत में भेज दिया गया है।

मुंबई में बोरीवली के गोराई इलाके की सास-बहू और साजिश की हैरान कर देने वाली वारदात

अपराध शाखा के संपत्ति प्रकोष्ठ के अधिकारी लक्ष्मीकांत सालुंके ने बताया कि शहर के मलाड-मालवानी इलाके के मढ आईलैंड स्थित एक बंगले पर छापेमारी कर दो मेल एक्टर, एक लाइट मैन, एक महिला फोटोग्राफर और एक ग्राफिक डिजाइनर को उस समय गिरफ्तार किया गया, जब ये मोबाइल फोन से अश्लील फिल्म (Porn Film) की शूटिंग की जा रही थी।

ज़ारा खान (Zara Khan) को सोशल मीडिया पर रेप की धमकी, आरोपी गिरफ्तार

सालुंके ने बताया कि गिरोह से एक महिला को रेस्क्यू किया गया। अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार हुई महिला ने बताया कि वह अश्लील फिल्म (Porn Film) की शूटिंग कर इंटरनेट और सोशल मीडिया पर इसका प्रोमो अपलोड करती थी और लोगों को भुगतान के आधार पर फुल एक्सेस दे देती थी।

नीरव मोदी की बहन Purvi Modi सरकारी गवाह बनी

अधिकारी ने बताया, ‘घटनास्थल से 6 मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, कैमरा और संबंधित उपकरण, मेमोरी कार्ड आदि जब्त किया गया है, जिसकी कीमत 5.68 लाख रुपए है। हमने आरोपियों के खाते में जमा 36.60 लाख रुपए भी जब्त कर लिए हैं।’

 साइबर धोखाधड़ी का शिकार हुए एक्टर, फैंस को दी सावधान रहने की नसीहत

अधिकारी ने बताया, ‘आरोपियों के खिलाफ संपत्ति प्रकोष्ठ के एपीआई लक्ष्मीकांत सालुंके की शिकायत के आधार पर मालवानी पुलिस ने भारतीय दंड संहिता, आईटी एक्ट और Indecent Representation of Women (Prohibition) Act की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।’