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PMAY: प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के क्रियान्वयन में मिर्जापुर को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ

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UP: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर (Mirzapur) जिले को नए साल के पहले दिन ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने पुरस्कार के तोहफे से नवाजा है। साथ ही आवास योजना में बेहतर काम करने के लिए जिले की सराहना भी की है। बताया गया कि यह पुरस्कार पूरे देश में प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के क्रियान्वयन में सर्वश्रेष्ठ चुने गए जिलों को दिया गया है। इसमें उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर को प्रथम पायदान, झारखंड के झुमरी तलैया को दूसरा स्थान, छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ को तीसरा , केरल के मुक्काम को चौथा और मध्य प्रदेश के खुराल को पांचवा स्थान प्राप्त हुआ है। 

Mirzapur gets first position in implementation of Prime Minister's Urban Housing Scheme (PMAY)
अब तक 31 हज़ार से ज्यादा आवासों का आवंटन प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना (PMAY) के तहत करने के लिए मिर्जापुर (Mirzapur) को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (Video Conferencing) के माध्यम से प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के अन्तर्गत विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री और अन्य शहरों से जुड़े लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि यह योजना उन लाखों गरीबों के लिए है, जो अब तक झोपड़ियों और कच्चे मकानों में रहते थे लेकिन हमारी सरकार ने उन्हें आवास योजना के अंतर्गत पक्का मकान दिया और उनके असंभव दिख रहे सपने को साकार करने का काम किया। प्रधानमंत्री मोदी ने बताया की यह योजना साल 2022 तक चलेगी, जिससे लाखों लोगों का पक्के मकान में रहने का सपना साकार होगा।

इसके बारे में जिला नगरीय विकास अधिकरण की परियोजना अधिकारी प्रतिभा श्रीवास्तव ने बताया कि मिर्ज़ापुर जिले में 31 दिसंबर 2020 तक 31 हजार 659 लोगों ने आवेदन किया था, जिसमें से 28 हजार 714 की जियो टैगिंग का काम पूरा हो चुका है। अब तक 20 हजार 902 लाभार्थियों को प्रथम किश्त तथा 14 हजार 108 लोगों को दूसरी किश्त तथा 10 हजार 783 लोगों को तीसरी किश्त जारी की जा चुकी है। इसमें से 10 हजार 792 लाभार्थियों के आवास बन चुके हैं।

नगर पालिका के अध्यक्ष ने इसके लिए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को आभार व्यक्त करते हुए बताया कि यह मिर्जापुर के लिए गौरव की बात है। हमें 2020 में आवास (PMAY) के लिए पूरे देश में प्रथम स्थान मिला है और आगे 2021 में भी हमे प्रथम स्थान मिलेगा क्योंकि हमने 31 हज़ार से ज्यादा आवास देने का काम किया है जो 2021 में पूरे भी हो जाएंगे।

Delhi: नए साल में बारिश के साथ गिर सकते हैं ओले, पंजाब-हरियाणा और यूपी भी शीतलहर की चपेट में।

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New Delhi: राष्‍ट्रीय राजधानी दिल्‍ली (Delhi) समेत राजस्‍थान, पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्‍तर प्रदेश (Western Uttar Pradesh) में कड़ाके की सर्दी जारी रही है. यही नहीं, कई जगह तो रात का तापमान पांच डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया है. वहीं, मौसम विभाग के मुताबिक, पूर्वी राजस्थान, दिल्ली (Delhi), पश्चिमी उत्‍तर प्रदेश में 2 से 6 जनवरी तक बूंदा-बांदी होगी. इसके अलावा 4 और 5 जनवरी को पूर्वी राजस्थान,पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्‍तर प्रदेश में ओले (Hailstone) भी गिर सकते हैं. जबकि दिल्‍ली में 3,4 और 5 जनवरी को बारिश (Rain) होगी. वहीं 4 और 5 जनवरी तक तापमान 10-12 डिग्री सेल्सियस तक चला जाएगा.

मौसम विभाग (IMD) के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि दिल्‍ली (Delhi) में लगातार तीसरे दिन शीतलहर (Cold Waves) चल रही है. जबकि शहर के मौसम की सूचना देने वाली सफदरजंग वेधशाला में मौसम का सबसे कम न्यूनतम तापमान 3.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. श्रीवास्तव ने कहा कि ‘ठंड की स्थिति’ बने रहने के आसार हैं क्योंकि अधिकतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहने का अनुमान है.  लोधी रोड मौसम केंद्र में न्यूनतम तापमान 3.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. आपको बता दें कि दिल्ली में 20 दिसंबर को न्यूनतम तापमान 3.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. जबकि 18 दिसंबर को अधिकतम तापमान 15.2 डिग्री रहा था.

राजस्‍थान का कैसा है हाल

बहरहाल, इस समय दिल्‍ली (Delhi)  समेत राजस्‍थान (Rajasthan), पंजाब (Punjab), हरियाणा (Haryana) और पश्चिमी उत्‍तर प्रदेश (Western Uttar Pradesh) में कड़ाके की सर्दी जारी है. अगर राजस्‍थान की बात करें तो शेखावाटी अंचल के सीकर पिलानी, गंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, अलवर और भरतपुर में शीतलहर के साथ कड़ाके की सर्दी से जनजीवन प्रभावित हुआ. जबकि राज्य के एक मात्र पर्वतीय पर्यटक स्थल माउंट आबू (Mount Abu) में न्यूनतम तापमान और गिरकर शून्य से 4.4 डिग्री सेल्सियस नीचे पहुंच गया. इसके अलावा चूरू में शून्य से 1.3 डिग्री सेल्सियस नीचे और सीकर में जमाव बिन्दू पर न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया. पिलानी में 0.2 डिग्री और वनस्थली में 1.8 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। भीलवाड़ा में 2.5 डिग्री सेल्सियस, ऐरनपुरा (पाली) में 3.8 डिग्री, गंगानगर में 3.9 डिग्री, चित्तौड़गढ़ में चार डिग्री सेल्सियस, बूंदी में 4.2 डिग्री सेल्सियस, जयपुर-बीकानेर और सवाईमाधोपुर में 4.6-4.6 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया.

Delhi: 31 मार्च 2021 तक ड्राइविंग लाइसेंस सहित सभी तरह के परमिट और फिटनेस सर्टिफ़िकेट को वैध किया गया।

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New Delhi: दिल्ली परिवहन विभाग (Delhi Transport Department) ने नए साल पर दिल्ली वासियों को बड़ा तोहफ़ा दिया है. जिसमें विभाग ने 31 मार्च 2021 तक ड्राइविंग लाइसेंस (Driving Licence) सहित सभी तरह के परमिट और फिटनेस सर्टिफ़िकेट को वैध कर दिया है. आपको बता दें दिल्ली में सभी तरह के वाहनों पर दस्तावेज़ों की वैधता की मिलने वाली छूट 31 दिसंबर को समाप्त हो रही थी. जिसको दिल्ली परिवहन विभाग ने कोरोना (Corona) महामारी की वजह से 31 मार्च 2021 तक के लिए आगे बढ़ा दिया है.  

NHAI ने दी थी सभी राज्यों को सलाह

हाल ही में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने एक प्रेस नोट जारी करके सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों को कोरोना महामारी की वजह से ड्राइविंग लाइसेंस, पंजीकरण, वाहन फिटनेस प्रमाण पत्र और सभी तरह के परमिट 31 मार्च 2021 तक वैध करने की सलाह दी थी. जिसके बाद दिल्ली परिवहन विभाग (Delhi Transport Department) ने इस नियम को लागू करते हुए नए साल पर दिल्ली वासियों को बड़ा तोहफ़ा दिया है. सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अनुसार मोटर वाहन अधिनियम 1988 और केंद्रीय मोटर वाहन नियम 1989 के तहत वाहनों के फिटनेस, परमिट, लाइसेंस, पंजीकरण या अन्य दस्तावेज़ की वैधता को 31 मार्च 2021 तक बढ़ाने का फैसला किया है. मंत्रालय ने आगे सलाह दी है कि सभी संबंधित दस्तावेज़ जिनकी वैधता का विस्तार लॉकडाउन और कोरोना (Corona) महामारी के कारण नहीं हो सका या होने की संभावना नहीं है और जिन दस्तावेज़ की वैधता एक फरवरी 2020 को समाप्त हो गई है उन्हें 31 मार्च 2021 तक वैध माना जाएगा.

HSRP और कलर-कोडिग फ़्यूल स्टिकर पर जारी रहेगी कार्रवाई

इस सबके बावजूद दिल्ली (Delhi) में HSRP और कलर-कोडिग फ़्यूल स्टिकर पर कार्रवाई जारी है. दिल्ली परिवहन विभाग के विशेष आयुक्त के के दहिया के अनुसार बीते शनिवार को कुल 205 चालान काटे गए. उन्होंने बताया कि इस अभियान को फिलहाल जारी रखा जाएगा और जो लोग इसका पालन नहीं करेंगे उन्हें जुर्माना भरना होगा. कोरोना महामारी की वजह से पिछले दिनों दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi High Court) ने कलर-कोडिग फ्यूल स्टिकर और HSRP प्राप्त करने के लिए समय सीमा बढ़ाने का सुझाव दिया था. जिस पर दिल्ली सरकार (Delhi Govt.) ने अभी तक कोई फैसला नहीं किया है. वहीं आपको बता दें जिन वाहनों पर HSRP नहीं है उनसे 5,500 रुपये का जुर्माना वसूला जा रहा है.

Loan App Scam: लोन ऐप स्कैम का मास्टरमाइंड चीनी युवक दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार

Hyderabad: हैदराबाद पुलिस ने करोड़ों रुपये के लोन ऐप घोटाले (Loan App Scam) में एक चीनी नागरिक को गिरफ्तार किया है. उसे ऐप के जरिये लोन बांटने वाली कंपनियों के नेटवर्क का सरगना (Loan App Scam Chinese man arrested) बताया जा रहा है. ये कंपनियां कर्जदारों से 36 फीसदी ब्याज वसूलती थीं और बकाया होने पर बदनाम करने की धमकी देकर और अन्य तरीकों से कर्जदारों को परेशान करती थीं.

चीनी नागरिक (Chinese National) झु वेई को दिल्ली एयरपोर्ट (Delhi airport) पर बुधवार को उस वक्त पकड़ा गया, जब वह देश छोड़कर भागने की फिराक में था. 27 साल का ये आरोपी चीन के जियांग्जी प्रांत का रहने वाला है.  पुलिस के मुताबिक, वेई गैरकानूनी लोन ऐप (Loan App Scam) घोटाले  के पूरे ऑपरेशन का प्रमुख था. वह एग्लो टेक्नोलॉजीस, लिउफांग टेक्नोलॉजीस, नैबलूम टेक्नोलॉजीस और पिनप्रिंट टेक्नोलॉजीस कंपनियों के जरिये के लोन नेटवर्क को संभालता था.

कई कर्जदारों ने की खुदकुशी

गौरतलब है कि एक टेक एक्सपर्ट समेत तीन लोगों द्वारा इन कंपनियों की धमकियों से तंग आकर आत्महत्या कर लेने के बाद पुलिस ने इस पूरे ऑपरेशन की तहकीकात शुरू की थी. जांच में खुलासा हुआ कि ये 1.4 करोड़ से ज्यादा बार लेनदेन कर चुकी इन कंपनियों का कारोबार 21 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का है. ये लेनदेन पिछले छह माह के दौरान पेमेंट गेटवे और कंपनियों के बैंक खातों के जरिये हुआ था. बिटक्वाइन के जरिये विदेश से भी लेनदेन हुआ है. इनके अंतरराष्ट्रीय लेनदेन की भी जांच की जा रही है कि कहीं लोन की आड़ में कुछ और साजिश तो नहीं चल रही थी.

पुलिस ने अब तक 20 लोगों को किया गिरफ्तार

करोड़ों के ऑनलाइन लोन ऐप घोटाले (Hyderabad Online loan APP Scam) में हैदराबाद पुलिस ने एक भारतीय नागरिक के नागाराजू को भी आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले से पकड़ा है. उसने कथित तौर पर उन कॉल सेंटर को चलाने में अहम भूमिका निभाई, जिनके जरिये कर्जदारों को धमकाया और ब्लैकमेल किया जाता था. हैदराबाद पुलिस इस घोटाले में अब तक 18 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. साथ ही कर्जदारों को धमकाने और ब्लैकमेल करने के लिए बनाए गए कई कॉल सेंटर (Laon app Call Centre) का भंडाफोड़ कर चुकी है. साइबराबाद, रचकोंडा और आंध्र में भी कई गिरफ्तारियां हुई हैं. दिल्ली, गाजियाबाद, गुरुग्राम, मुंबई, पुणे, नागपुर और बेंगलुरु जैसे बडे़ शहरों से इन लोन ऐप नेटवर्क के तार जुड़े हुए हैं. 

Mumbai: अंधेरी में दुकानदार एक्सपायर हो चुके प्रोडक्ट्स बेच रहा था, गिरफ्तार

Mumbai: पुलिस की इकोनॉमिकल ऑफेंस विंग (EOW) की सीबी कंट्रोल यूनिट ने मुंबई (Mumbai) के अंधेरी (Andheri) इलाके में रेड कर 1 से 2 साल पहले एक्सपायर (Expire) हुई खाने की वस्तुओं को दुबारा से बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने इस मामले में एक ग्रोसरी शॉप (Grocery Shop) के मालिक को भी गिरफ्तार किया है.

सीबी कंट्रोल के इंस्पेक्टर नितिन पाटिल को एक खुफिया जानकारी मिली थी कि डोंगरी इलाके में एक ग्रोसरी शॉप (Grocery Shop)  का मालिक एक्सपायर (Expire) की गई खाने की वस्तुओं को दुबारा बेच रहा है. जिसके बाद पाटिल अपनी टीम के साथ फूड एंड ड्रग्स डिपार्टमेंट को लेकर अंधेरी के उस दुकान पर 30 दिसंबर को रेड की. पुलिस को वहां से लगभग सात प्रकार के फूड पैकेट मिले जिसमें से कई एक साल पहले तो कुछ 2 साल पहले एक्सपायर हो गए थे.

मेघालय में 1525 किलोग्राम विस्फोटक, 6000 डेटोनेटर बरामद, 6 लोग गिरफ्तार

पुलिस ने जब इस मामले में ग्रोसरी शॉप के मालिक मुस्तकी शेख यूसुफ से पूछताछ की तो उसने इस बात की पुष्टि की और कहा वह थिनर का इस्तेमाल कर एक्सपायरी डेट को मिटा देता था और फिर उसे अपनी ग्रोसरी दुकान पर बेचता था.

काफ़ी मात्रा में सामान बरामद

लिटल बियर (बिस्किट) के कुल 35 बड़े बॉक्स मिले जिसमे लगभग 840 पैकेट्स थे. क्रीम एन्ड क्रिस्प (चॉकलेट वेफर बार) के 10 बॉक्स मिले जिसमे 240 पैकेट्स थे. कॉफी मिल्कशेक के 39 बॉक्स मिले जिसमें 1170 पैकेट्स थे.  पेरी पेरी (स्पाइस मिक्स मसाला) के 13 बॉक्स मिले जिसमे 624 पैकेट्स थे. व्होल ग्रीन ऑलिव्स के 30 बॉटल्स, अमूल प्रीमियम बटर मिल्क के 90 पैकेट्स और पेपर बोट (फ्रूट जूस) के 143 बोट्स मिले. इनकी कुल किमत 2 लाख 75 हजार 935 रुपये बताया जा रहा है. इसके बाद पुलिस ने आरोपी और जप्त किये एक्सपायर प्रोडक्ट्स को आगे की लीगल करवाई के लिए फूड सनद ड्रग्स विभाग को हैंडओवर कर दिया.

जंक फूड (Junk Food) का इस्तेमाल बच्चों की नींद को खराब कर रहा, रिसर्च से ख़ुलासा।

Health: बहुत ज्यादा जंक फूड (Junk Food) का सेवन बच्चों में नींद की गुणवत्ता को खराब बना रहा है. यूनिवर्सिटी ऑफ क्वींसलैंड की तरफ से किए गए रिसर्च में खुलासा हुआ है. क्वीसलैंड यूनिवर्सिटी के एसोसिएट प्रोफेसर असद खान का कहना है कि सॉफ्ट ड्रिंक्स और फास्ट फूड (Junk Food) का लगातार इस्तेमाल दुनिया भर के किशोरों में नींद की खराबी से जुड़ा हुआ है.

जंक फूड का ज्यादा सेवन बच्चों की नींद को कर रहा खराब

उन्होंने कहा, “ये पहला रिसर्च है जिसके जरिए गैर सेहतमंद डाइट और तनाव से संबंधित नींद की गड़बड़ी को वैश्विक स्तर पर 64 देशों के हाई स्कूल के छात्रों में समझने की कोशिश की गई है.” उनका कहना है कि कुल 7.5 फीसद किशोरों ने तनाव से संबंधित नींद की गड़बड़ी की शिकायत की, जो पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ज्यादा आम समस्या थी. रिसर्च से पता चला कि बहुत ज्यादा लगातार सॉफ्ट ड्रिंक्स का इस्तेमाल करनेवालों में नींद की खराबी बढ़ जाती है, जिसमें अक्सर कैफीन, फास्ट फूड्स (Junk Food) शामिल है.

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खानपान के व्यवहार में आए बदलाव पर रिसर्च से खुलासा

शोधकर्ता का कहना है कि प्रति दिन तीन से ज्यादा सॉफ्ट ड्रिंक्स पीनेवाले बच्चों में नींद की गड़बड़ी का प्रतिशत एक दिन में सिर्फ एक सॉफ्ट ड्रिंक पीनेवालों के मुकाबले ज्यादा था. रिपोर्ट के मुताबिक, प्रति सप्ताह चार दिन से ज्यादा फास्ट फूड्स (Junk Food) खानेवाले पुरुषों में नींद के प्रभावित होने का प्रतिशत एक सप्ताह में सिर्फ एक बार फास्ट फूड खानेवालों के मुकाबले महिलाओं में 49 फीसद अधिक पाया गया. एक दिन में तीन बार से ज्यादा सॉफ्ट ड्रिंक्स का लगातार इस्तेमाल और सात दिन में चार दिन से ज्यादा फास्ट फूड (Junk Food) स्पष्ट तौर पर सभी गरीब मुल्कों में नींद की खराबी से जुड़ा हुआ था.

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रिसर्च के लिए शोधकर्ताओं ने डेटा को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के 2009 और 2016 के बीच किए गए सर्वेक्षण से हासिल किया था. सर्वेक्षण में 12-15 साल की उम्र वाले 1 लाख 75 हजार 261 छात्रों को शामिल किया गया और 64 मुल्कों की लिस्ट में गरीब, अमीर और मध्य आमदनी वाले अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका के कुछ हिस्से, दक्षिण पूर्व एशिया और पूर्वी भूमध्यसागर के देश थे. शोधकर्ता डॉक्टर असद खान के मुताबिक, अमीर देशों के बच्चों में लगातार सॉफ्ट ड्रिंक्स का इस्तेमाल और नींद की खराबी के बीच सबसे ज्यादा संबंध था. इन देशों की महिलाओं में फास्ट फूड (Junk Food) का नियमित सेवन और नींद की समस्याओं के बीच सबसे ऊंचा संबंध देखा गया.

डॉक्टर खान ने बताया कि योजना और नीतियां बनाते वक्त इन गैर सेहतमंद व्यवहारों को प्राथमिकता की बुनियाद पर रखे जाने की जरूरत है. तनाव से जुड़ी नींद में बाधा की समस्या लड़कों के मुकाबले लड़कियों में ज्यादा थी. इसलिए स्कूल का वातावरण ऐसा बनाया जाना चाहिए जिससे सॉफ्ट ड्रिंक्स और फास्ट फूड (Junk Food) तक पहुंच को सीमित किया जा सके. परिवार का भी सेहतमंद खानपान की आदतों को बढ़ावा देने में अहम भूमिका हो सकती है क्योंकि बच्चों के खानपान के व्यवहार उनके पारिवारिक माहौल से प्रभावित होते हैं.