लाल साड़ी में पूजा की थाली लिए प्रियंका चोपड़ा ने विदेश में मनाया करवा चौथ
नई दिल्ली:
बॉलीवुड की देसी गर्ल प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra) शादी के बाद अब भले ही देश में नहीं रहती हों. लेकिन विदेश में रहकर भी अपने रीति रिवाजों को अच्छे से फॉलो करती हैं. किसी भी त्योहार को एक्ट्रेस बेहतरीन तरीके से सेलिब्रेट करती हैं. करवा चौथ (Karva Chauth) को भी उन्होंने शानदार ढंग से मनाया. प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra) ने इस मौके की फोटोज भी फैन्स के बीच शेयर की हैं. फोटो में प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra Photos)लाल साड़ी में पूजा की थाली हाथों में लिए नजर आ रही हैं. इस दौरान एक्ट्रेस का खुशनुमा अंदाज देखने लायक था.
दिल्ली-एनसीआर की हवा जानलेवा,’बेहद खतरनाक’ की श्रेणी से भी आगे निकला प्रदूषण का स्तर
दिल्ली और आसपास के इलाकों में वायु प्रदूषण का स्तर बेहद खतरनाक स्तर से भी ऊपर चला गया है। नोएडा की हवा में पीएम10 की मात्रा इतना ज्यादा बढ़ गया है कि वहां का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (AQI) 649 पर पहुंच गया। वहीं, दिल्ली में के अलग-अलग इलाकों में भी एक्यूआई लेवल 500 के पार हो गया है।
आईआईटी दिल्ली के पास एक्यूआई लेवल 596 पर आ गया है। वहीं, इंदिरा गांधी इंटरनैशनल (IGI) एयरपोर्ट के टर्मिनल 3 पर एक्यूआई लेवल 503 है। इसी तरह, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) की बात करें तो गुरुग्राम में वायु प्रदूषण की स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई है। गुरुवार को यहां एक्यूआई लेवल 470 रहा।
वहीं, मुंबई, पुणे और अहमदाबाद जैसे शहरों की बात करें तो वहां दिल्ली-एनसीआर की मुकाबले बहुत राहत है। अहमदाबाद का ओवरऑल एक्यूआई लेवल 135 है जो मॉडरेट कैटिगरी में आता है। वहीं, अहमदाबाद एयरपोर्ट पर एक्यूआई लेवल 159 जबकि GIFT सिटी का लेवल 109 है। ये दोनों आंकड़े मॉडरेट लेवल में ही आते हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में एक्यूआई लेवल 509 पर चला गया।
वहीं, देश की आर्थिक राजधानी मुंबई की बात की जाए तो वहां भी अलग-अलग जगहों पर कुल मिलाकर स्थिति ठीक है। मुंबई का ओवरऑल एक्यूआई 211 है जबकि नवी मुंबई का 193, चेंबूर और मलाड का 286 है। यानी, मलाड और चेंबूर में हवा खराब है। वहीं, महाराष्ट्र के शहर पुणे में एक्यूआई लेवल मॉडरेट है। मौसम और वायु प्रदूषण पर नजर रखने वाली वेबसाइट सफर के मुताबिक पुणे का एक्यूआई लेवल 121 है।
कोर्ट तक पहुंची कुर्सी की लड़ाई, अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के हाथ से फिसल रही बाजी
वॉशिंगटन
विश्व का सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव में अब डेमोक्रेटिक पार्टी के नीले रंग में रंगता नजर आ रहा है। डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता जो बाइडेन जहां अपनी जीत के प्रति आश्वस्त नजर आ रहे हैं, वहीं सिंहासन जाता देख निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कोर्ट का दरवाजा खटखटाने लगे हैं। ट्रंप की प्रचार टीम के सदस्य अब बचे हुए राज्यों में मतगणना रोकने के लिए कोर्ट से गुहार लगा रहे हैं।
जार्जिया में ट्रंप की टीम ने आरोप लगाया कि देर से आने वाले 53 मतदाताओं को भी वोट डालने दिया गया। उन्होंने दावा किया चुनाव अधिकारी डेमोक्रेटिक पार्टी को समर्थन दे रहे थे। इससे पहले मतगणना के बीच में डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया था, वह चुनाव जीत रहे हैं। ट्रंप का यह दावा खोखला निकला और अब वह कुर्सी बचाने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। उधर, बाइडेन की लीगल टीम ने कहा है कि वे अदालत में ट्रंप की टीम का सामना करने के लिए तैयार हैं।
जीत के करीब पहुंचे बाइडेन ने दिखाया ‘बड़ा दिल’
डोनाल्ड ट्रंप की टीम वोटों के लिहाज से बेहद अहम विस्कोन्सिन, पेन्सिल्वेनिया और मिशिगन के चुनावी नतीजों को चुनौती दे रहे हैं। बाइडेन ने विस्कोन्सिन और मिशिगन में चुनाव जीत लिया है। इससे उनके कुल चुनावी प्रतिनिधियों की संख्या 264 पहुंच गई है। बाइडेन अब राष्ट्रपति बनने के जादुई आंकड़े 270 से बस 6 कदम की दूरी पर हैं। 2016 में मिशिगन ट्रंप के खाते में रहा था। उधर, विस्कॉन्सिन में बाइडेन की जीत से डोनाल्ड ट्रंप संतुष्ट नहीं हैं।
ट्रंप कैंपेन मैनेजर बिल स्टेपीन ने कहा, ‘विस्कॉन्सिन के कई इलाकों से मतगणना में गड़बड़ी की खबरें आई हैं, जिससे परिणामों पर सवाल खड़े होते हैं। राष्ट्रपति ट्रंप इसको लेकर फिर से मतगणना की अपील करना चाहते हैं।’ जीत के करीब पहुंचे जो बाइडेन ने दी सधी हुई प्रतिक्रिया। सबको साथ लेकर चलने का संदेश। ट्वीट कर कहा, ‘आगे बढ़ने के लिए अपने प्रतिद्वंद्वियों को दुश्मन की तरह लेने की मानसिकता छोड़नी होगी। हम दुश्मन नहीं हैं।’
चुनाव जीतने के साथ ही रेकॉर्ड बनाएंगे जो बाइडेन
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के इतिहास में सर्वाधिक मतों के साथ जीतने वाले कैंडिडेट होंगे जो बाइडेन। इस चुनाव में बाइडेन को 7 करोड़ से ज्यादा वोट मिले हैं। इससे पहले यह रेकॉर्ड बराक ओबामा के नाम था, जिन्हें 2008 के चुनाव में 6 करोड़ 94 लाख से ज्यादा वोट मिले थे। हालांकि अभी कई अहम राज्यों के परिणाम आना बाकी हैं। अभी नेवादा और पेन्सिलवेनिया जैसे कुछ राज्यों में मतगणना जारी हैं और यहां के परिणाम बाइडेन और ट्रंप दोनों के लिए निर्णायक साबित होंगे। अमेरिका में इस साल इतने ज्यादा वोट पड़े हैं कि 120 साल का रेकॉर्ड टूट गया है। कुल 66.9 फीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया है।
अमेरिका के इन राज्यों में अभी चल रही है मतगणना
उधर, इस कानूनी दांवपेच के बीच अमेरिका के 9 राज्यों में अभी भी मतगणना जारी है। इसमें कई महत्वपूर्ण राज्य शामिल हैं। बताया जा रहा है कि इन राज्यों में मतों की गणना खत्म होने में अभी कई दिन और लग सकते हैं। जिन राज्यों में अभी मतगणना जारी है, उनमें अलास्का, एरिजोना, जॉर्जिया, मैने, मिशिगन, नेवाडा, नॉर्थ कैरोलिना, विस्कॉन्सिन और पेन्सिल्वेनिया शामिल हैं। हालांकि इनमें से कई राज्यों में बाइडेन निर्णायक बढ़त बना चुके हैं।
Supreme Court: La Martiniere school कैंपस में छात्र की संदिग्ध मौत,SIT करेगी जांच
लखनऊ: सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ (Lucknow) के प्रतिष्ठित लामार्टिनियर स्कूल (La Martiniere School) के छात्र राहुल श्रीधर की मौत (Student Rahul Shreedhar Death Case) की एसआईटी जांच के आदेश दिए।
सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने छात्र के परिजनों की अर्जी पर यूपी सरकार को एसएसपी रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में एसआईटी बनाने का आदेश दिया है।
साथ ही सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने 8 हफ़्ते में एसआईटी (SIT) जांच की स्टेटस रिपोर्ट भी तलब की है। 5 साल पहले नवीं के छात्र राहुल श्रीधर की लामार्टिनियर स्कूल परिसर में संदिग्ध हालातों में मौत हुई थी. राहुल श्रीधर के पिता ने पुलिस जांच में लापरवाही का आरोप लगाया था.
सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसला में बच्चे का अधिकार सर्वोपरि रखते हुए मां को दी कस्टडी
ये है पूरा मामला
पीजीआई के टेक्निकल अफसर वी. श्रीधर का बेटा राहुल श्रीधर (14) ला मार्टिनियर स्कूल (La Martiniere School) में कक्षा 9 का छात्र था।
10 अप्रैल 2015 को सुबह 9 बजे स्कूल (La Martiniere School) के कांस्टेंशिया स्मारक से संदिग्ध हालात में गिरकर उसने दम तोड़ दिया था। राहुल की मां अनम्मा ने गौतमपल्ली थाना में अज्ञात लोगों पर बेटे की हत्या का केस दर्ज कराया था।
पुलिस ने घटना को आत्महत्या बताकर फाइनल रिपोर्ट लगा दी थी, जिसके बाद परिवारजन ने न्यायालय की शरण ली थी। इस प्रकरण में तत्कालीन थाना प्रभारी गौतमपल्ली व विवेचक एसके कटियार पर भी कोर्ट के आदेश पर हत्या व साजिश की रिपोर्ट दर्ज हुई थी। परिवार ने राहुल के एक फेसबुक फ्रेंड पर भी शक जताया था।
लखनऊ पुलिस से नाराज सुप्रीम कोर्ट
बता दें इससे पहले भी सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने 16 सितंबर 2019 को जांच के लिए लखनऊ पुलिस को एसआईटी गठित करने का आदेश दिया था. लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। अब कोर्ट ने लखनऊ पुलिस की इस लापरवाही पर कड़ी नाराजगी जताते हुए एसआईटी गठित कर आठ सप्ताह में प्रगति रिपोर्ट मांगी है।