spot_img
होम ब्लॉग पेज 1775

Delhi: कहासुनी में कांस्टेबल की रिवॉल्वर से उसके दोस्त ने युवक को मारी गोली, पुलिसकर्मी समेत 2 गिरफ्तार

0

delhi police

दिल्ली पुलिस (Delhi Police) में वर्दी का नशा इस कदर हावी हो गया है कि उन्हें मामूली बात पर भी किसी को गोली मारने से गुरेज नहीं है.

नई दिल्ली: ऐसी ही एक सनसनीखेज घटना राजधानी के बाबा हरिदास नगर इलाके की है, जहां बात नहीं सुनने पर एक युवक को पुलिसकर्मी ने अपनी सर्विस रिवॉल्वर दोस्त को देकर युवक को गोली मरवा दी. जख्मी हालत में लक्ष्मण भंडारी पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है. पुलिस ने घायल युवक के दोस्त के बयान पर इस संबंध में केस दर्ज कर आरोपी कांस्टेबल सुरेन्द्र और उसके दोस्त राजेश को गिरफ्तार कर लिया है.

पुलिस ने कांस्टेबल की सर्विस रिवॉल्वर भी जब्त कर ली है, क्योंकि आरोपी ने अपनी सर्विस रिवॉल्वर से ही वारदात को अंजाम दिया था. आरोपी पुलिसकर्मी की तैनाती जहांगीरपुरी थाने में है. घायल युवक लक्ष्मण भंडारी अपने परिवार के साथ धर्मपुरा नजफगढ़ में रहते हैं और एक निजी बैंक में मैनेजर हैं. लक्ष्मण के दोस्त राहुल ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि वह 29 अक्टूबर की रात को अपने दो अन्य दोस्तों के साथ पार्टी कर रहे थे. पार्टी के बाद लक्ष्मण और राहुल अपने घर के लिए निकल गए. दो अन्य दोस्त केशव और दिनेश भी अपने घर के लिए निकल गए थे.

राहुल ने बताया कि कुछ देर बाद उसके पास दिनेश का फोन आया और दिनेश ने बताया कि उनका झगड़ा हो गया है और उसने उन्हें जल्दी अपने पास आने के लिए कहा. लक्ष्मण और राहुल दोनों उनके पास पहुंचे, जहां एक कार में दो लोग सवार थे. दोनों केशव और दिनेश से झगड़ा कर रहे थे. झगड़ा कर रहे सुरेन्द्र और राजेश ने राहुल और लक्ष्मण के वहां पहुंचते ही मारपीट शुरू कर दी और इसी दौरान सुरेन्द्र ने अपने पास मौजूद रिवॉल्वर राजेश को दी और राजेश ने लक्ष्मण को गोली मार दी.

गोली मारने के बाद राजेश और सुरेन्द्र ने रिवॉल्वर राहुल के सिर पर तान दी और उसकी जमकर पिटाई की. वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों वहां से फरार हो गए. जिसके बाद राहुल व अन्य दोस्त लक्ष्मण को अस्पताल लेकर गए और मामले की सूचना पुलिस को दी. पुलिस ने राहुल के बयान पर हत्या का प्रयास और अन्य कई धाराओं में केस दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. फिलहाल सुरेंद्र को सस्पेंड भी कर दिया गया है. मामले की जांच जारी है.

बिहार चुनाव 2020: तेजस्वी यादव ने पीएम मोदी पर निशाना साध , पूछे 11 सवाल।

tejashwi

बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) दूसरे दौर के चुनाव (2nd phase of Bihar Election) से पहले एनडीए(NDA) नेताओं के समर्थन में प्रचार के लिए आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(PM Narendra Modi) प्रदेश के चार जिलों में जनसभा(Election Rally) को संबोधित करेंगे।

उनके आने से पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव(Tejashwi Ydav) ने ट्वीट करते हुए लिखा कि आदरणीय प्रधानमंत्री जी चूँकि आज बिहार के चुनावी दौरे पर आ रहे हैं तो बिहारवासियों को आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि वो सकारात्मकता के साथ केवल और केवल बिहार और बिहारवासियों के जीवन और बेहतरी से संबंधित ज्वलंत मुद्दों, समस्याओं और उनके कार्यकाल में हुए निवारण पर अपना मंतव्य रखेंगे।

इसके बाद महागठबंधन से सीएम कैंडिडेट तेजस्वी यादव ने अपने दूसरे ट्वीट में  पीएम मोदी से 11 सवाल पूछा है। तेजस्वी ने सवाल पूछते हुए लिखा कि माननीय प्रधानमंत्री जी के बिहार दौरे से पहले उनसे बिहार की बेहतरी और विकास से जुड़े निम्नलिखित सवाल पूछना चाहता हूँ क्योंकि उनके अधीन नीति आयोग की रिपोर्ट अनुसार बिहार शिक्षा,स्वास्थ्य के सभी मानकों और सत्तत विकास सूचकांक में सबसे फिसड्डी राज्य है।

तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछे ये 11 सवाल(Tejashwi 11 question from PM Modi) –

1. प्रधानमंत्री जी बताएँ कि नल जल योजना पर लगातार शोर मचाने वाली बिहार की डबल इंजन सरकार कुल बजट का केवल 4% ही जल आपूर्ति व सैनिटेशन पर क्यों खर्च करती है? और उस 4% का भी 70 फ़ीसदी हिस्सा भ्रष्टाचार की भेंट क्यों चढ़ जाता है?

2. प्रधानमंत्री जी बताएँ कि देश के सबसे गरीब राज्यों में से एक बिहार में कुपोषण व भुखमरी पर कुल बजट का 2% से भी कम क्यों खर्च होता है? 15 वर्ष से एनडीए सरकार रहने के बावजूद भी बिहार में कुपोषण व भुखमरी क्यों है?

3. प्रधानमंत्री जी बताएँ कि बिहार के युवाओं को P.hD Engineering, MBA, MCA करने के बाद भी चपरासी और माली बनने के लिए फॉर्म क्यों भरना पड़ता है?

4. प्रधानमंत्री जी बताए कि बिहार बेरोजगारी का केंद्र क्यों है और बिहार में ड़बल इंजन सरकार में रिकॉर्डतोड़ बेरोजगारी दर 46.6% क्यों है?

5. प्रधानमंत्री जी बताएँ कि जून में उनके द्वारा घोषित गरीब कल्याण रोजगार अभियान का लाभ लॉकडाउन में बिहार लौटे श्रमवीरों को क्यों नहीं मिला? क्यों बिहार के श्रमवीर वापस दूसरे राज्य पलायन करने को मजबूर हुए?

6. प्रधानमंत्री जी बताएँ मनरेगा योजना के अंतर्गत करवाए गए कार्यों का भुगतान श्रमवीरों को पिछले 4 महीने से क्यों नहीं किया गया है? कौन दोषी है- केंद्र या राज्य?

7. प्रधानमंत्री जी बताएँ कि गरीब कल्याण रोजगार अभियान के अंतर्गत बिहार के सर्वाधिक जिलों (84% अथवा 32 जिलों) को डालने के बावजूद भी बिहार के श्रमवीरों की सबसे दयनीय दशा क्यों है?

8. प्रधानमंत्री जी बताएँ कि अप्रैल से अगस्त के बीच कुल 11 लाख परिवारों को जॉब कार्ड जारी किए जाने के बावजूद बिहार में केवल 2,132 परिवार ही 100 कार्य दिवस पूरी कर पाए? ऐसा क्यों?

9. प्रधानमंत्री जी बताएँ कि एनडीए की नीतीश सरकार अपने कुल बजट का केवल 2% ही महादलितों पर क्यों खर्च करती है?

10. प्रधानमंत्री जी बताए कि 2015 में उनके द्वारा घोषित 1 लाख 65 हज़ार करोड़ के विशेष पैकेज की कितनी राशि बिहार को प्राप्त हुई और उसका कितना प्रतिशत विकास कार्यों पर खर्च हुआ? अगर पूर्ण राशि जारी नहीं हुई तो उसका ज़िम्मेवार कौन?

11. प्रधानमंत्री जी बताए कि ड़बल इंजन सरकार होने के बावजूद भी 2014 में किए गए उनके वादानुसार अभी तक बिहार को विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं मिला है?

Bigg Boss 14: कुमार सानू का कहना है कि उन्होंने कभी भी जान को फेवर नहीं किया।

kumar sanu jaan kumar sanu

मुंबईः नेपोटिज्म (Nepotism) का मुद्दा अब टीवी रियेलिटी शो ‘बिग बॉस 14’ (Bigg Boss 14) में भी उठने लगा है. हाल ही में सिंगर और कंटेस्टेंट राहुल वैद्य (Rahul Vaidya) ने कुमार सानू (Kumar Sanu) के बेटे और कंटेस्टेंट जान कुमार सानू (Jaan Kumar Sanu) पर नेपोटिज्म को लेकर कमेंट किया था. जिसके बाद शो के होस्ट सलमान खान (Salman Khan) ने वीकेंड के वार पर राहुल वैद्य के कमेंट को लेकर उनकी जमकर क्लास लगाई थी और अब इसपर जान के पिता और बॉलीवुड सिंगर कुमार सानू ने रिएक्शन दिया है.

यह भी पढ़ें : जावेद अख्तर, नसीरूद्दीन शाह और स्वरा भास्कर ने फ्रांस में हुए हमले की निंदा

कुमार सानू का कहना है कि उन्होंने कभी भी जान को फेवर नहीं किया और ना ही किसी तरह की उनकी मदद की. जान बिग बॉस के फैन थे और हमेशा से ही वह इस शो में जाने के सपने देखते थे. इसीलिए उन्होंने बिग बॉस में जाने का फैसला लिया. जान ने जो कुछ भी किया अपनी मेहनत से किया है मैंने कभी उनकी कोई मदद नहीं की.

स्पॉटबॉय को दिए इंटरव्यू में कुमार सानू ने कहा- ‘जान एक समझदार और बेहद अच्छा इंसान है. वह हमेशा ही लोगों की मदद करते हैं. उसने जब बिग बॉस में जाने का फैसला लिया, तो मैं उसके फैसले से खुश नहीं था. मैं नहीं चाहता था कि वह बिग बॉस में जाए. क्योंकि, वहां काफी प्रेशर होता है. वहां कोी भी नॉर्मल लाइफ नहीं जी सकता.’ कुमार सानू आगे कहते हैं- ‘जान अभी छोटा है. जब उसने मुझसे पूछा कि वह बिग बॉस में जाना चाहता है, तो मैंने उसे मना किया, लेकिन वह शो का फैन रहा है. रही बात काम की तो उसने हमेशा ऑडिशन दिए हैं. मैंने कभी उसकी मदद नहीं की.

Pak Vs ZIM: पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए आठ विकेट पर 281 रन बनाए. टीम की ओर से हारिस सोहेल ने 71 जबकि इमाम उल हक ने 58 रन की पारी खेली.

0

pak vs zim

रावलपिंडी. कोराना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण के दौरान पहली बार पाकिस्तान (Pakistan) में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेली जा रही है. जिम्बाब्वे (Zimbabwe) के खिलाफ वनडे सीरीज़ के पहले मैच में पाकिस्तान को 26 रनों से जीत मिल गई. इस मैच में पाकिस्तान की जीत से ज्यादा चर्जा इनाम-उल-हक़ (Imam-ul-Haq) के रन आउट की हो रही है. एक ऐसा रन आउट जिसे जिसे देख कर आप अपनी हंसी नहीं रोक पाएंगे. रन आउट का ये वीडियो सोशल मीडिया पर खासा वायरल हो रही है.

ये कैसा रन आउट?


पाकिस्तान की पारी का ये 26वां ओवर था. बैटिंग के मोर्चे पर थे इमाम-उल-हक़ और हैरिस सोहेल. जबकि बॉलिंग की जिम्मेदारी संभाल रहे थे जिम्बाब्वे के सिकंदर राज़ा. इमाम उल ने राज़ा की गेंद को बैकवर्ड प्वाइंट की तरफ खेला. नॉन स्ट्राइकर छोर पर खड़े सोहले एक रन के लिए भागे. इमाम ने भी उन्हें भागने का इशारा किया. लेकिन तीन-चार कदम भागने के बाद इमाम को लगा कि वो रन पूरा नहीं कर पाएंगे. ऐसे में वो अपनी क्रीज की तरफ लौटने लगे. लेकिन सोहेल नहीं रुके. लिहाजा दोनों बल्लेबाज़ एक ही छोर पर पहुंच गए. इसके बाद तो ऐसा लगा कि दोनों की बीच क्रीज में पहुंचने की होड़ सी लग गई हो. पूरी ताकत लगाने के बाद भी इमाम क्रीज में नहीं पहुंच सके.

पाकिस्तान की जीत


पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए आठ विकेट पर 281 रन बनाए. टीम की ओर से हारिस सोहेल ने 71 जबकि इमाम उल हक ने 58 रन की पारी खेली.जिंबाब्वे की ओर से ब्लेसिंग मुजरबानी और तेंडई चिसोरो ने दो-दो विकेट चटकाए. इसके जवाब में जिंब्बावे की टीम ब्रेंडन टेलर (112) के शतक के अलावा वेस्ली माधवेरे (55) और क्रेग इरविन (41) की पारियों की बदौलत लक्ष्य के करीब पहुंची लेकिन अफरीदी (49 रन पर पांच विकेट) और वहाब (41 रन पर चार विकेट) ने आखिरकार मेहमान टीम को 49.4 ओवर में 255 रन पर समेट दिया.

France Attack: जावेद अख्तर, नसीरूद्दीन शाह और स्वरा भास्कर ने फ्रांस में हुए हमले की निंदा

नई दिल्ली. गीतकार जावेद अख्तर (Javed Akhtar), एक्टर नसीरूद्दीन शाह (Naseeruddin Shah), शबाना आजमी (Shabana Azmi), स्वरा भास्कर (Swara Bhaskar), वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण और लेखक-कार्यकर्ता तुषार गांधी सहित विभिन्न क्षेत्रों के 100 से अधिक प्रख्यात भारतीयों ने फ्रांस में धर्म के नाम पर हाल ही में हुई हत्याओं की शनिवार को स्पष्ट रूप से निंदा की. उन्होंने इन हत्याओं को ‘तर्कसंगत’ ठहराने वाले कुछ मुस्लिम धर्म गुरुओं और नेताओं के बयानों की भी आलोचना की.

हत्या की घटनाओं की निंदा करने वाले बयान पर हस्ताक्षर करने वालों में अदाकारा शबाना आजमी, स्वरा भास्कर, लेखक-निर्देशक फिरोज अब्बास खान, निर्देशक कबीर खान, अंजुम राजाबलि, डॉक्यूमेंट्री फिल्म निर्माता आनंद पटवर्द्धन, सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी जुलियो एफ रिबेरो और उद्योगपति अब्दुल अजीज लोखंडवाला शामिल हैं.

बयान में कहा गया है कि ये लोग धर्म के नाम पर हाल ही में अंजाम दी गई हत्या की घटनाओं की ‘स्पष्ट रूप से और बिना शर्त’ निंदा करते हैं. बयान में कहा गया है, ‘हम सोची समझी साजिश के तहत की गई हत्याओं को उचित ठहराने संबंधी भारतीय मुस्लिमों के कुछ स्व-घोषित अभिभावकों के उटपटांग तर्क से बहुत आहत हुए हैं तथा कुछ राष्ट्राध्यक्षों की अस्वीकार्य टिप्पणियों की भी निंदा करते हैं.’

बयान पर हस्ताक्षर करने वालों ने कहा है कि इस तरह के जघन्य अपराधों को अपने खेमे से जुड़े लोगों द्वारा अंजाम दिए जाने पर सभी धार्मिक समूहों का प्रत्यारोप लगाना रोजमर्रा की बात हो गई है. बयान में कहा गया है, ‘हम ‘फ्रांस काउंसिल फॉर मुस्लिम फेथ’ के साथ एकजुटता से खड़े हैं.

फ्रांस में एक चर्च में किए गए हमले में मारे गए थे 3 लोग 

बयान पर हस्ताक्षर करने वालों में लेखक-निर्माता दानिश जावेद, थियेटर से जुड़ी शख्सियत मल्लिका साराभाई, नेशनल अलायंस ऑफ पीपुल्स मूवमेंट की मेधा पाटकर और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की सेवानिवृत्त प्रोफेसर मृदुला मुखर्जी भी शामिल हैं. उल्लेखनीय है कि गुरुवार को फ्रांस के नीस में एक चर्च में चाकू से किए गए हमले में 3 लोग मारे गए थे. फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इसे ‘इस्लामी आतंकवादी हमला’ कहा था.

Covid-19: वायरस का खतरा बना हुआ है चाहे आप रेस्टोरेंट में खाना खायें या किराने की दुकान पर जाएँ।

Covid-19: कोरोना काल में रेस्टोरेंट( Restaurants) में खाने का शौक और किराने (Grocery) की दुकान से सामान खरीदने के लिए घर से बाहर जाना लोगों को Covid-19 वायरस का शिकार बना सकता है. ऐसा करने से लोगों में कोरोना वायरस (Corona virus) का जोखिम अधिक बढ़ रहा है।

कोरोना काल में अगर आप रेस्टोरेंट( Restaurants) में खाना खाने जाते हैं और किराने (Grocery) की दुकान से सामान खरीदने के लिए घर से बाहर जा रहे हैं, तो आप सतर्क हो जाएं. क्योंकि एक अध्य्यन के अनुसार ऐसा करने से लोगों में कोरोना वायरस (Covid-19) का जोखिम अधिक बढ़ रहा है।

अध्ययन में लोगों की इस गतिविधि को हवाई यात्रा (Air Travel) से भी ज्यादा जोखिमपूर्ण माना है. यह अध्ययन हार्वर्ड टीएच चैन स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ (Harvard T H Chan School of Public Health) के वैज्ञानिकों ने किया है। इसका खुलासा इस सप्ताह ‘एविएशन पब्लिक हेल्थ इनिशिएटिव’ नामक प्रकाशित लेख से हुआ है।

America में COVID-19 महामारी की शुरुआत के बाद से अब तक की सबसे बड़ी दैनिक वृद्धि दर्ज, एक दिन में 90 हजार से ज्यादा मामले।

हवाई यात्रियों में ऐसे कम होगा Covid-19 वायरस का खतरा

अध्ययन में वैज्ञानिकों ने दावा किया कि अगर हवाई यात्री कोरोना वायरस (Covid-19) के खिलाफ रोकथाम उपायों का पालन करते हैं, तो इसके संचरण में तेजी से कमी आ सकती है. बता दें कि हवाई अड्डों पर यात्रियों को नियमित रूप से हाथ धोने, मास्क पहनने और वहीं अथॉरिटी को हवाई जहाजों को सैनिटाइज करने के नियमों का पालन करने को कहा है।

अध्ययन के मुताबिक अगर इन नियमों का पालन सावधानीपूर्क किया जाए तो यात्रियों को अन्य लोगों के रेस्टोरेंट में खाना खाने और किराने की दुकान से समान लाने जैसी गतिविधियों की तुलना में Covid-19 वायरस का खतरा कम हो सकता है।

अध्ययन में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि शिक्षा और जागरुकता वायरस को हराने में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण हैं. बता दें कि एयरलाइंस और एयरपोर्ट्स Covid-19 वायरस के संचरण को कम करने के लिए यात्रियों को सूचित करने का भी अभियान चला रहे हैं. इसमें चेक-इन, बोर्डिंग और विमान में बुकिंग के समय सार्वजनिक स्वास्थ्य सुरक्षा जानकारी शामिल है. साथ ही केबिन क्रू को भी इस स्थिति से निपटने के लिए परीक्षण दिया गया है।

दुनिया भर में 45 मिलियन से ऊपर पहुंचे केस


बता दें कि यह अध्ययन वैश्विक स्तर पर Covid-19 के 45 मिलियन से अधिक मामलें होने के कारण सामने आया है. वर्ल्डोमीटर वेबसाइट के अनुसार कोरोना वायरस से दुनिया भर में 1,187,029 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार भारत में 1,21,090 लोगों ने वायरस से दम तोड़ दिया है और देश में शुक्रवार को संक्रमितों की 8,088,851 संख्या दर्ज हुई है।