Bigg Boss 14: कुमार सानू का कहना है कि उन्होंने कभी भी जान को फेवर नहीं किया।
मुंबईः नेपोटिज्म (Nepotism) का मुद्दा अब टीवी रियेलिटी शो ‘बिग बॉस 14’ (Bigg Boss 14) में भी उठने लगा है. हाल ही में सिंगर और कंटेस्टेंट राहुल वैद्य (Rahul Vaidya) ने कुमार सानू (Kumar Sanu) के बेटे और कंटेस्टेंट जान कुमार सानू (Jaan Kumar Sanu) पर नेपोटिज्म को लेकर कमेंट किया था. जिसके बाद शो के होस्ट सलमान खान (Salman Khan) ने वीकेंड के वार पर राहुल वैद्य के कमेंट को लेकर उनकी जमकर क्लास लगाई थी और अब इसपर जान के पिता और बॉलीवुड सिंगर कुमार सानू ने रिएक्शन दिया है.
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कुमार सानू का कहना है कि उन्होंने कभी भी जान को फेवर नहीं किया और ना ही किसी तरह की उनकी मदद की. जान बिग बॉस के फैन थे और हमेशा से ही वह इस शो में जाने के सपने देखते थे. इसीलिए उन्होंने बिग बॉस में जाने का फैसला लिया. जान ने जो कुछ भी किया अपनी मेहनत से किया है मैंने कभी उनकी कोई मदद नहीं की.
स्पॉटबॉय को दिए इंटरव्यू में कुमार सानू ने कहा- ‘जान एक समझदार और बेहद अच्छा इंसान है. वह हमेशा ही लोगों की मदद करते हैं. उसने जब बिग बॉस में जाने का फैसला लिया, तो मैं उसके फैसले से खुश नहीं था. मैं नहीं चाहता था कि वह बिग बॉस में जाए. क्योंकि, वहां काफी प्रेशर होता है. वहां कोी भी नॉर्मल लाइफ नहीं जी सकता.’ कुमार सानू आगे कहते हैं- ‘जान अभी छोटा है. जब उसने मुझसे पूछा कि वह बिग बॉस में जाना चाहता है, तो मैंने उसे मना किया, लेकिन वह शो का फैन रहा है. रही बात काम की तो उसने हमेशा ऑडिशन दिए हैं. मैंने कभी उसकी मदद नहीं की.
France Attack: जावेद अख्तर, नसीरूद्दीन शाह और स्वरा भास्कर ने फ्रांस में हुए हमले की निंदा
नई दिल्ली. गीतकार जावेद अख्तर (Javed Akhtar), एक्टर नसीरूद्दीन शाह (Naseeruddin Shah), शबाना आजमी (Shabana Azmi), स्वरा भास्कर (Swara Bhaskar), वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण और लेखक-कार्यकर्ता तुषार गांधी सहित विभिन्न क्षेत्रों के 100 से अधिक प्रख्यात भारतीयों ने फ्रांस में धर्म के नाम पर हाल ही में हुई हत्याओं की शनिवार को स्पष्ट रूप से निंदा की. उन्होंने इन हत्याओं को ‘तर्कसंगत’ ठहराने वाले कुछ मुस्लिम धर्म गुरुओं और नेताओं के बयानों की भी आलोचना की.
हत्या की घटनाओं की निंदा करने वाले बयान पर हस्ताक्षर करने वालों में अदाकारा शबाना आजमी, स्वरा भास्कर, लेखक-निर्देशक फिरोज अब्बास खान, निर्देशक कबीर खान, अंजुम राजाबलि, डॉक्यूमेंट्री फिल्म निर्माता आनंद पटवर्द्धन, सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी जुलियो एफ रिबेरो और उद्योगपति अब्दुल अजीज लोखंडवाला शामिल हैं.
बयान में कहा गया है कि ये लोग धर्म के नाम पर हाल ही में अंजाम दी गई हत्या की घटनाओं की ‘स्पष्ट रूप से और बिना शर्त’ निंदा करते हैं. बयान में कहा गया है, ‘हम सोची समझी साजिश के तहत की गई हत्याओं को उचित ठहराने संबंधी भारतीय मुस्लिमों के कुछ स्व-घोषित अभिभावकों के उटपटांग तर्क से बहुत आहत हुए हैं तथा कुछ राष्ट्राध्यक्षों की अस्वीकार्य टिप्पणियों की भी निंदा करते हैं.’
बयान पर हस्ताक्षर करने वालों ने कहा है कि इस तरह के जघन्य अपराधों को अपने खेमे से जुड़े लोगों द्वारा अंजाम दिए जाने पर सभी धार्मिक समूहों का प्रत्यारोप लगाना रोजमर्रा की बात हो गई है. बयान में कहा गया है, ‘हम ‘फ्रांस काउंसिल फॉर मुस्लिम फेथ’ के साथ एकजुटता से खड़े हैं.
’फ्रांस में एक चर्च में किए गए हमले में मारे गए थे 3 लोग
बयान पर हस्ताक्षर करने वालों में लेखक-निर्माता दानिश जावेद, थियेटर से जुड़ी शख्सियत मल्लिका साराभाई, नेशनल अलायंस ऑफ पीपुल्स मूवमेंट की मेधा पाटकर और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की सेवानिवृत्त प्रोफेसर मृदुला मुखर्जी भी शामिल हैं. उल्लेखनीय है कि गुरुवार को फ्रांस के नीस में एक चर्च में चाकू से किए गए हमले में 3 लोग मारे गए थे. फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इसे ‘इस्लामी आतंकवादी हमला’ कहा था.
Covid-19: वायरस का खतरा बना हुआ है चाहे आप रेस्टोरेंट में खाना खायें या किराने की दुकान पर जाएँ।
Covid-19: कोरोना काल में रेस्टोरेंट( Restaurants) में खाने का शौक और किराने (Grocery) की दुकान से सामान खरीदने के लिए घर से बाहर जाना लोगों को Covid-19 वायरस का शिकार बना सकता है. ऐसा करने से लोगों में कोरोना वायरस (Corona virus) का जोखिम अधिक बढ़ रहा है।
कोरोना काल में अगर आप रेस्टोरेंट( Restaurants) में खाना खाने जाते हैं और किराने (Grocery) की दुकान से सामान खरीदने के लिए घर से बाहर जा रहे हैं, तो आप सतर्क हो जाएं. क्योंकि एक अध्य्यन के अनुसार ऐसा करने से लोगों में कोरोना वायरस (Covid-19) का जोखिम अधिक बढ़ रहा है।
अध्ययन में लोगों की इस गतिविधि को हवाई यात्रा (Air Travel) से भी ज्यादा जोखिमपूर्ण माना है. यह अध्ययन हार्वर्ड टीएच चैन स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ (Harvard T H Chan School of Public Health) के वैज्ञानिकों ने किया है। इसका खुलासा इस सप्ताह ‘एविएशन पब्लिक हेल्थ इनिशिएटिव’ नामक प्रकाशित लेख से हुआ है।
हवाई यात्रियों में ऐसे कम होगा Covid-19 वायरस का खतरा
अध्ययन में वैज्ञानिकों ने दावा किया कि अगर हवाई यात्री कोरोना वायरस (Covid-19) के खिलाफ रोकथाम उपायों का पालन करते हैं, तो इसके संचरण में तेजी से कमी आ सकती है. बता दें कि हवाई अड्डों पर यात्रियों को नियमित रूप से हाथ धोने, मास्क पहनने और वहीं अथॉरिटी को हवाई जहाजों को सैनिटाइज करने के नियमों का पालन करने को कहा है।
अध्ययन के मुताबिक अगर इन नियमों का पालन सावधानीपूर्क किया जाए तो यात्रियों को अन्य लोगों के रेस्टोरेंट में खाना खाने और किराने की दुकान से समान लाने जैसी गतिविधियों की तुलना में Covid-19 वायरस का खतरा कम हो सकता है।
अध्ययन में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि शिक्षा और जागरुकता वायरस को हराने में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण हैं. बता दें कि एयरलाइंस और एयरपोर्ट्स Covid-19 वायरस के संचरण को कम करने के लिए यात्रियों को सूचित करने का भी अभियान चला रहे हैं. इसमें चेक-इन, बोर्डिंग और विमान में बुकिंग के समय सार्वजनिक स्वास्थ्य सुरक्षा जानकारी शामिल है. साथ ही केबिन क्रू को भी इस स्थिति से निपटने के लिए परीक्षण दिया गया है।
दुनिया भर में 45 मिलियन से ऊपर पहुंचे केस
बता दें कि यह अध्ययन वैश्विक स्तर पर Covid-19 के 45 मिलियन से अधिक मामलें होने के कारण सामने आया है. वर्ल्डोमीटर वेबसाइट के अनुसार कोरोना वायरस से दुनिया भर में 1,187,029 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार भारत में 1,21,090 लोगों ने वायरस से दम तोड़ दिया है और देश में शुक्रवार को संक्रमितों की 8,088,851 संख्या दर्ज हुई है।