spot_img
होम ब्लॉग पेज 1778

Bollywood: बॉलीवुड एक्टर आमिर खान के ख़िलाफ़ यूपी के BJP विधायक ने थाने में दी तहरीर

गाजियाबाद. बॉलीवुड (Bollywood) एक्टर आमिर खान (Aamir Khan) एक बार फिर चर्चा में हैं, लेकिन इसकी वजह आगामी फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ नहीं है. दरअसल, दिल्ली के सटे गाजियाबाद की लोनी विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक नंद किशोर गुर्जर ने बॉलीवुड एक्टर आमिर खान पर कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लापरवाही बरतने का गंभीर आरोप लगाया है. 

लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने ट्रोनिका सिटी थाने में लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन करने के मामले में आमिर खान के खिलाफ तहरी दी है.

Mumbai: मुंबई में बोरीवली के गोराई इलाके की सास-बहू और साजिश की हैरान कर देने वाली वारदात

उन्होंने शिकायत में लिखा कि अभिनेता आमिर खान अपनी टीम के साथ लोनी आए थे, इस दौरान उन्होंने मास्क नहीं लगाया और भारी भीड़ में शामिल होकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नहीं किया. इसी के साथ उन्होंने आमिर खान के खिलाफ कोरोना महामारी के नियमों का उल्लंघन करने के लिए मुकदमा दर्ज करने की मांग की है.

दरअसल बुधवार को बॉलीवुड (Bollywood) अभिनेता आमिर खान फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ की शूटिंग के लिए गाजियबाद में स्थित ट्रॉनिका सिटी औद्योगिक क्षेत्र पहुंचे थे. आरोप है कि इस दौरान उन्होंने मास्क नहीं लगाया था. उन्होंने शारीरिक दूरी का पालन भी नहीं किया और भीड़ के साथ फोटो खिंचवाई, जबकि दिल्ली और मुंबई में कोरोना महामारी सबसे ज्यादा है. वहीं, भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर की शिकायत पर पुलिस ने बताया कि मामले की जांच कर रही है. जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

कोरोना संकट में अमेरिकी छात्रों के मददगार बने भारतीय शिक्षक, घर बैठे दे रहे ऑनलाइन शिक्षा

online class

वॉशिंगटन

कोरोना वायरस महामारी के कारण जब अमेरिका में स्कूल-कॉलेजों को बंद कर दिया गया तो भारतीय शिक्षक मददगार बनकर उभरे। भारत के शिक्षक ऑनलाइन माध्यमों से अमेरिका ही नहीं, दुनियाभर के कई देशों के बच्चों को घर बैठे शिक्षा दे रहे हैं। उनके इस योगदान में कई इंटरनेशनल एजुकेशन पोर्टल और ऐप प्लेटफार्म मुहैया करा रहे हैं। इस कारण पूरी दुनिया में भारत के शिक्षकों के इस योगदान को सराहा भी जा रहा है।

 

अमेरिकी अभिभावक भारतीय शिक्षकों से खुश

अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना के संक्रमण के दौरान अमेरिका के अटलांटा में कई महीनों तक स्कूलों की छुट्टी कर दी गई थी। इस दौरान शेरी अक्रेले ने सातवीं और तीसरी कक्षा में पढ़ने वाले अपने दो बच्चों की पढ़ाई ऑनलाइन माध्यम के करवानी शुरू कर दी। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान भी मेरे बच्चों को वन-टू-वन अटेंशन मिला। हालांकि, घर से पढ़ाई करना अधिक मेहनत का काम है। फिर भी यह सस्ती है।

 

ये भी पढ़ें : अगले आदेश तक सभी स्कूल रहेंगे बंद

 

ऑनलाइन एजुकेशन इंडस्ट्री से शिक्षकों के लिए बढ़ रहे अवसर

ऑनलाइन तरीकों से पढ़ने की मांग बढ़ने से भारतीय शिक्षकों के लिए नए द्वार खुल रहे हैं। ये शिक्षक कैलकुलस से लेकर कंप्यूटर प्रोग्रामिंग तक हर एक विषय अमेरिकी बच्चों को पढ़ा रहे हैं। वे अमेरिकी हाई स्कूल के छात्रों को उनके होमवर्क को पूरा करवाने में मदद कर रहे हैं। इसके अलावा कॉलेज के छात्रों को उनके अर्थशास्त्र और इंजीनियरिंग विषयों को बेहतर ढंग से समझते हैं।

भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए भी अच्छी पहल

कोरोना वायरस के कारण भारत की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचा है। लेकिन, तेजी से बढ़ते शिक्षा-प्रौद्योगिकी उद्योग ने बड़ी संख्या में शिक्षकों को नौकरियां दी हैं। जिसमें कई भारतीय ऑनलाइन सीखने के साथ-साथ बहुत कुछ कर रहे हैं। तकनीकी के जानकारों को भी इस उद्योग में नौकरियां मिल रही हैं।

विदेशी कंपनियां भी रख रहीं भारतीय शिक्षक

अमेरिका के कैलिफ़ोर्निया में स्थित ऑनलाइन शिक्षा प्रदान करने वाली कंपनी Chegg ने बताया कि इस साल सितंबर तक उनके छात्रों की संख्या में 69 फीसदी की दर से बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। वर्तमान में कंपनी के पास 3.7 मिलियन सब्सक्राइबर हैं। कंपनी के अधिक लोकप्रिय सेवाओं में से एक होमवर्क के कठिन प्रश्नों को हल करवाने में मदद करना है। यह कंपनी इस काम के लिए भारत के हजारों शिक्षकों पर निर्भर है। जो भारत से बैठे-बैठे अमेरिकी छात्रों के सवालों का जवाब देते हैं।

(Source Navbharat Times)

असम : JEE परीक्षा घोटाले में कोचिंग सेंटर के मालिक और IT पेशेवर की तलाश कर रही पुलिस, जानिए पूरा मामला

0

online fraud

प्रतीकात्मक तस्वीर

नई दिल्ली:

असम पुलिस ने जेईई मेन्स JEE (Mains) परीक्षा घोटाले के संबंध में दो प्रमुख आरोपियों को पकड़ने के लिए अभियान शुरू किया किया है. आरोपियों में एक कोचिंग संस्थान का मालिक और एक प्रमुख आईटी (IT) कंपनी का कर्मचारी शामिल है. यह जानकारी एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को दी. इस घोटाले में एक अभ्यर्थी ने अपनी जगह पर परीक्षा में कथित तौर पर किसी अन्य व्यक्ति को बैठाया और 99.8 फीसदी अंक हासिल किये. अधिकारी ने बताया कि अभ्यर्थी, उसके डॉक्टर पिता और एक पर्यवेक्षक सहित पांच व्यक्तियों को बुधवार को गिरफ्तार किया गया और पांच दिन के लिए पुलिस हिरासत में लिया गया.

गुवाहाटी के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) एस. लाल बरुआ ने बताया, ‘‘पुलिस शहर स्थित एक कोचिंग संस्थान के मालिक और एक प्रमुख आईटी कंपनी के एक कर्मचारी की तलाश कर रही है.” एक अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि कई लोगों के इस मामले में शामिल होने का संदेह है और रैकेट का पता लगाने के लिए जांच जारी है. राज्य पुलिस ने देश भर में परीक्षा आयोजित करने वाली राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) से संपर्क किया है और जेईई मेन्स से संबंधित जानकारी मांगी है ताकि उसे जांच में मदद मिल सके.

पुलिस अधिकारी ने कहा कि एनटीए ने परीक्षा कराने के लिए अवसंरचनात्मक और मानव संसाधन समर्थन के लिए एक आईटी कंपनी की सेवाएं ली थी. बरुआ इस घोटाले की जांच के लिए गठित एक विशेष जांच दल का नेतृत्व कर रहे हैं. यह घोटाला तब प्रकाश में आया था जब अभ्यर्थी की उसके मित्र से टेलीफोन पर की गई कथित बातचीत की एक ऑडियो रिकॉर्डिंग सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी. पुलिस ने कहा कि अभ्यर्थी ने अपने मित्र के साथ फोन कॉल के दौरान धोखाधड़ी की बात स्वीकार की थी और उक्त कॉल को रिकॉर्ड किया गया था. परीक्षा गत पांच सितम्बर को हुई थी.

इस संबंध में एक प्राथमिकी 23 अक्टूबर को यहां के अजरा पुलिस थाने में मित्रदेव शर्मा नाम के एक व्यक्ति द्वारा दर्ज करायी गई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि जेईई-मेन्स में 99.8 प्रतिशत अंक हासिल करने वाले अभ्यर्थी ने अपनी जगह पर किसी और को परीक्षा में बैठाया था. शर्मा ने आरोप लगाया कि परीक्षा के दिन अभ्यर्थी ने बोरझार क्षेत्र स्थित निर्दिष्ट केंद्र में प्रवेश किया लेकिन पर्यवेक्षक की मदद से बायोमेट्रिक उपस्थिति पूरी करने के बाद बाहर आ गया और परीक्षा उसकी जगह पर एक अन्य व्यक्ति ने दी. शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप लगाया कि अभ्यर्थी के माता-पिता ने परीक्षा में उसकी मदद करने के लिए गुवाहाटी में निजी कोचिंग संस्थान को 15-20 लाख रुपये का भुगतान किया था.
(यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

Delhi Pollution-कब सुधरेगी दिल्ली की आबो हवा?

delhi pollution 2

नई दिल्ली. राष्ट्रीय राजधानी में 1 नवंबर तक हवा की गति बढ़ने के कारण वायु प्रदूषण के स्तर में उल्लेखनीय सुधार होने की संभावना है। यह जानकारी पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तत्वावधान में आने वाले सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च ने शुक्रवार को दी। राजधानी शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक दोपहर 12:00 बजे 381 के साथ अत्यंत खराब श्रेणी में दर्ज किया गया था। सफर ने आगे जानकारी दी कि, क्षेत्र में शांत सतही वायु चलती हैं और हवाओं की गति बढ़ने का पूवार्नुमान लगाया गया है, जिससे कि वायुमंडल के सकारात्मक रूप से प्रभावित होने की संभावना है। बढ़ी हुई सतही हवा की गति के कारण 1 नवंबर तक स्थिति में काफी सुधार होने की संभावना है।

इसके अलावा स्टब फायर काउंट में काफी कमी आई है और गुरुवार को यह 1,143 पर रहा। यद्यपि क्षेत्र की ओर प्रदूषक परिवहन के लिए सीमा परतीय वायु की दिशा अनुकूल है, फिर भी वेंटिलेशन की स्थिति में सुधार होने से दिल्ली में प्रदूषक के स्तर को नीचे लाने की संभावना है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, दिल्ली के 35 प्रदूषण निगरानी केंद्रों में से 12 में वायु गुणवत्ता सूचकांक कोगंभीरस्तर पर दर्ज किया गया है। दिल्ली के बवाना इलाके में सबसे खराब वायु गुणवत्ता सूचकांक 447 दर्ज किया गया, जोगंभीरश्रेणी में रहा।

फेफड़ों को भारी नुकसान पहुंचा रहा है वायु प्रदूषण , आप बन सकते हैं COPD के मरीज़ ।

इनके अलावा, 22 प्रदूषण निगरानी स्टेशन नेबहुत खराबरीडिंग और एक ने मध्यम एयर क्वालिटी इंडेक्स दर्ज किया। समग्र प्रदूषण स्तरबहुत खराबश्रेणी में रहा। इस बीच दिल्ली के पड़ोसी क्षेत्रों, गुरुग्राम, गाजियाबाद, फरीदाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में भी हवा की गुणवत्ता बहुत खराब रही। इन सभी में ग्रेटर नोएडा और नोएडा की हवा वर्तमान में सबसे प्रदूषित है। वायु प्रदूषण से निपटने के लिए राष्ट्रपति ने बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वायु गुणवत्ता के प्रबंधन के लिए केंद्र द्वारा लाए गए अध्यादेश पर हस्ताक्षर किया है।

एनर्जी एंड रिसोर्सेज इंस्टीट्यूट (टीईआरआई) के महानिदेशक अजय माथुर ने IANS को बताया, “मैं इस अध्यादेश, इसके उद्देश्यों और इसके लिए दी गई शक्तियों का समर्थन कर रहा हूं। आयोग की प्रभावशीलता का निर्धारण उसके स्थायी सदस्यों, विशेष रूप से उसके अध्यक्ष के चुनाव से होगा। हमें यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि ये सदस्य राज्यों को वायु गुणवत्ता समाधानों के लिए एक बंधन में बांधने की क्षमता रखते हैं, जो हमारी वायु गुणवत्ता की समस्याओं को हल कर सकते हैं और हल करेंगे।

Pakistan-44 साल के शख्स ने 13 साल की ईसाई लड़की का अपहरण कर “धर्म परिवर्तन” कर रचाया निकाह

इस्लामाबाद

पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू, सिख और ईसाई अल्पसंख्यकों पर धार्मिक अत्याचार की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। धर्म परिवर्तन के लिए बदनाम सिंध सूबे की राजधानी कराची में 13 साल की एक ईसाई लड़की आरजू राजा का 44 साल के एक अधेड़ ने अपहरण कर लिया। जिसके बाद उसने जबरदस्ती लड़की का धर्म परिवर्तन करवाया और उससे निकाह रचाई।

कराची और इस्लामबाद में विरोध प्रदर्शन

इतना ही नहीं, आरोपी ने पुलिस के बचने के लिए लड़की की उम्र 18 साल बताते हुए एक फर्जी विवाह प्रमाणपत्र तैयार करवाया। इसमें लिखा था कि यह लड़की 18 साल की है और उसने अपनी मर्जी से इस्लाम कबूला है। इस मामले के सामने आने के बाद कराची और इस्लामाबाद में विरोध प्रदर्शन भी हुए हैं। लड़की के परिवारीजनों ने इस मामले को लेकर कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया लेकिन उन्हें राहत नहीं मिली।कोर्ट ने नहीं की लड़की के माता-पिता की मदद

पाकिस्तानी कोर्ट ने इस शादी के खिलाफ कोई भी आदेश देने से इनकार कर दिया। कोर्ट ने कहा कि लड़की के पति के अनुसार, उसने यह शादी अपनी मर्जी के की है। इसलिए, हम इसे खत्म नहीं कर सकते हैं। कागज में भी लड़की की उम्र 18 साल बताई गई है। कहा तो यह भी जा रहा है कि कोर्ट में लड़की ने अपनी मां के साथ जाने की कोशिश की लेकिन, उसके पति ने जबरदस्ती उसे अपने साथ ही रहने पर मजबूर किया।

धर्म परिवर्तन के लिए बदनाम है सिंध

अल्पसंख्यकों पर अत्याचार के लिए बदनाम सिंध में यह पहली घटना नहीं है। जून के अंतिम हफ्ते में आई रिपोर्ट के अनुसार, सिंध प्रांत में बड़े स्तर पर हिंदुओं का धर्म परिवर्तन कराकर उन्हें मुस्लिम बनाए जाने का मामला सामने आया था। सिंध के बादिन में 102 हिंदुओं को जबरन इस्लाम कबूल कराया गया। हमारे सहयोगी चैनल टाइम्स नाउ के मुताबिक इन लोगों में बच्चे, महिलाएं और पुरुष शामिल थे।

हर साल 1000 से ज्यादा लड़कियों का धर्म परिवर्तन

मानवाधिकार संस्था मूवमेंट फॉर सॉलिडैरिटी एंड पीस (MSP) के अनुसार, पाकिस्तान में हर साल 1000 से ज्यादा ईसाई और हिंदू महिलाओं या लड़कियों का अपहरण किया जाता है। जिसके बाद उनका धर्म परिवर्तन करवा कर इस्लामिक रीति रिवाज से निकाह करवा दिया जाता है। पीड़ितों में ज्यादातर की उम्र 12 साल से 25 साल के बीच में होती है।

आंकड़े ज्यादा हो सकते हैं

मानवाधिकार संस्था ने यह भी कहा कि आंकड़े इससे ज्यादा भी हो सकते हैं क्योंकि ज्यादातर मामलों को पुलिस दर्ज नहीं करती है। अगवा होने वाली लड़कियों में से अधिकतर गरीब तबसे से जुड़ी होती हैं। जिनकी कोई खोज-खबर लेने वाला नहीं होता है। इस कारण प्रशासनिक स्तर पर भी लापरवाही दिखाई जाती है।

पहले भी सामने आए हैं कई मामले

बता दें कि इससे पहले पंजाब के डेरा गाजी खान से 14 साल की एक ईसाई लड़की हुमा यूसूफ का अपहरण हो चुका है। जिसका धर्म परिवर्तन करवा कर एक मुस्लिम लड़के से निकाह करवा दिया गया था। इसके अलावा सना जॉन, महविश, फरजाना और सेहरिश नाम की लड़कियों के साथ भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं।

फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों के पोस्टर मुंबई की मोहम्‍मद अली रोड पर चिपके हुए मिले, पुलिस ने हटाए ।

0

mumbai poster

खास बातें

  • भिंडी बाजार क्षेत्र में चिपके मिले मैक्रों के यह पोस्‍टर

  • सोशल मीडिया पर इस बारे में वीडियो भी वायरल हुआ

  • इसमें पोस्‍टर के ऊपर से गुजरते नजर आए थे वाहन

मुंंबई:

दक्षिण मुंबई (South Mumbai) की एक व्यस्त सड़क पर फ्रांस के राष्ट्रपति एमेनुअल मैक्रों (French President Emmanuel Macron) के पोस्टर (Poster) चिपके हुए पाये गए जिन्हें बाद में पुलिस ने हटा दिया. यह जानकारी एक अधिकारी ने शुक्रवार को दी. अधिकारी ने बताया कि भिंडी बाजार क्षेत्र में राहगीरों और मोटर चालकों ने मैक्रों के सैकड़ों पोस्टर चिपके देखे जो फ्रांस में एक कार्टून विवाद को लेकर मुस्लिम देशों की आलोचना का सामना कर रहे हैं. ये पोस्टर गुरुवार शाम जेजे फ्लाईओवर के नीचे मोहम्मद अली रोड पर चिपकाये गए थे. सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी वायरल हुआ था जिसमें वाहन पोस्टर के ऊपर से गुजरते दिखे थे.

यह भी पढ़ें

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों का दुनियाभर के इस्लामिक देशों में विरोध हो रहा है

मुंबई पुलिस (Mumbai Police) के प्रवक्ता एस चैतन्य ने घटना की पुष्टि की और कहा कि पायधुनी पुलिस ने इस बारे में सूचना मिलते ही पोस्टर हटा दिए. एक अन्य अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है.

(यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)