अब यूरोप कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रहा है।
कोरोना संकट फिलहाल दुनिया का पीछा छोड़ने का नाम नहीं ले रहा है। मई और जून में कोरोना विस्फोट झेलकर अब उस पर लगभग काबू पा चुका यूरोप अब एक बार फिर कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रहा है। लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए फ्रांस पहले ही लॉकडाउन की घोषणा कर चुका है। वहीं अब ब्रिटेन ने भी देश में लॉकडाउन लगाने की घोषणा की है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कोरोना के खतरे को देखते हुए देश में लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है। यह लॉकडाउन 5 नवंबर से शुरू होकर 2 दिसंबर तक जारी रहेगा।
प्रधानमंत्री जॉनसन के ऐलान किया कि इंग्लैंड में चार हफ्ते के लॉकडाउन के तहत पब, रेस्तरां, गैर जरूरी दुकानें और दूसरी सुविधाओं पर पाबंदी लगाई गई है। पीएम जॉनसन ने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से एक वीडियो ट्वीट किया है। जिसमें उन्होंने लोगों से घर पर रहने की अपील की है। इसमें कहा गया है कि 4 हफ्ते के बाद हालात की समीक्षा की जाएगी और तभी इसको बढ़ाने या खत्म करने पर फैसला लिया जाएगा।
ट्वीट में प्रधानमंत्री ने लोगों से मांग की है कि वे सिर्फ खाने-पीने की चीजें लाने, दवा, एक्सरसाइज, पढ़ाई या काम के सिलसिले में ही अपने घर से निकलें। अगर संभव हो तो वर्क फ्रॉम होम करें। साथ ही जरूरी न हो तो यात्रा को टाल दें। हालांकि स्कूल और जरूरी दुकानें खुली रहेंगी।
कोरोना की भयावह तस्वीर देख चुका यूरोप एक बार फिर संकट में है। यहां स्पेन, फ्रांस, इटली जैसे देशों में लगातार कोरोना के नए मामले सामने आ रह हैं। गुरुवार को फ्रांस में चार हफ्ते के लॉकडाउन का ऐलान किया गया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख ने उत्तरी गोलार्ध (मुख्य रूप से यूरोपीय) वाले देशों को चेतावनी दी है कि वे नाजुक मोड़ पर खड़े हैं क्योंकि संक्रमण के मामले और इससे होने वाली मौतों की संख्या बढ़ रही है।