Corona: डाबर इंडिया ने कोरोना योद्धाओं को किया सलाम
नई दिल्ली: डाबर इंडिया ने डीसीपी कार्यालय, आउटर डिस्ट्रिक्ट पीतमपुरा में आयोजित एक विशेष समारोह में दिल्ली पुलिस के कोरोना योद्धाओं को सम्मानित किया। इस विशेष कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में सुधांशु धर्मा, एडिशनल डीसीपी-I, आउटर डिस्ट्रिक्ट और आनंद कुमार मिश्रा, एडिशनल डीसीपी-II आउटर डिस्ट्रिक्ट, दिल्ली उपस्थित रहे।
वही डाबर इंडिया की ओर से मुकेश मिश्रा वाइस प्रेसिडेंट (हेल्थ केयर), मोहित पाल सिंह, सीनियर ब्रांड मैनेजर (डाबर च्यवनप्राश) और नवनीत कुमार (मैनेजर ब्रांड एक्टिवेशन) कार्यक्रम में शामिल हुए। मुकेश मिश्रा ने कहा ने दिल्ली पुलिस की सेवा का आभार व्यक्त करते हुए इम्युनिटी को मजबूत करने पर जोर दिया।डाबर इंडिया के इस प्रयास की सराहना करते हुए सुधांशु धर्मा, एडिशनल डीसीपी–I, (आउटर डिस्ट्रिक्ट) ने डाबर इंडिया से आए हुए पदाधिकारियों को प्रशंसा प्रमाण पत्र देते हुए पुलिस बल का मनोबल बढ़ाने वाली डाबर च्यवनप्राश की पहल का अभिनंदन किया, और साथ ही चिकित्सक, सफाई कर्मियों की सेवाओं को भी याद किया।
आनंद कुमार मिश्रा, एडिशनल डीसीपी-II (आउटर डिस्ट्रिक्ट) ने पुलिस प्रशासन के लिए सेवा को सलाम कार्यक्रम द्वारा मिले हुए जनता के प्यार और विश्वास का आभार व्यक्त किया और आयोजन की जिम्मेदारी को सफलतापूर्वक निभाने वाले वृत्ति सॉल्यूशंस लिमिटेड के प्रतिनिधियों को भी प्रशंसा प्रमाण पत्र प्रदान किया। इस मौके पर डाबर इंडिया ने दिल्ली पुलिस के आउटर डिस्ट्रिक्ट के कोरोना योद्धाओं को 1500 से अधिक च्यवनप्राश भी सौपे और डाबर परिवार की तरफ से ढेरों शुभकामनाएं दी।
तुर्की, यूनानी द्वीप में भूकंप: मरने वालों की संख्या बढ़कर 26 हुई
(डिसक्लेमर:यह आर्टिकल एजेंसी फीड से ऑटो–अपलोड हुआ है)
इजमिर (तुर्की), 31 अक्टूबर (एपी) तुर्की के तट और यूनान के सामोस द्वीप के बीच इजियन सागर में आए शक्तिशाली भूकंप के कारण मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर कम से कम 26 हो गई है और 800 से अधिक लोग घायल हुए हैं। शुक्रवार दोपहर को आए भूकंप के कारण तुर्की के तीसरे सबसे बड़े शहर इजमिर में इमारतें ढह गईं और इजमिर जिले के सेफेरिहिसार एवं सामोस में छोटी सुनामी भी आई। इसके बाद भी भूकंप बाद के सैकड़ों झटके आए। बचाव दल भूकंप में जीवित बचे लोगों की तलाश कर रहे हैं। तुर्की के आपदा एवं आपातकालीन प्रबंधन विभाग ने बताया कि इजमिर में कम से कम 24 लोगों की मौत हो गई, जिनमें से एक बुजुर्ग महिला की मौत डूबने के कारण हुई। स्वास्थ्य प्राधिकारियों ने बताया कि सामोस में एक दीवार ढहने के कारण फंसी दो किशोरियों की मौत हो गई। द्वीप में कम से कम 19 लोग घायल हुए हैं। भूकंप में 800 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। विभाग ने बताया कि भूकंप का केन्द्र एजियन सागर में 16.5 किलोमीटर नीचे था। भूकंप की तीव्रता 6.6 दर्ज की गई। यूरोपीय- मूध्यसागर भूकंप विज्ञान केन्द्र ने कहा कि शुरुआत में भूकंप की तीव्रता 6.9 थी और इसका केन्द्र यूनान के उत्तर-उत्तरपूर्व में सामोस द्वीप में था। प्राधिकारियों ने इजमिर निवासियों को सचेत किया है कि वे क्षतिग्रस्त इमारतों में अभी नहीं लौटें, क्योंकि भूकंप बाद से झटकों के कारण ये इमारतें ढह सकती हैं। इजमिर में 3,000 से अधिक राहत कर्मियों और राहत सामग्री को भेजा गया है। यूनान और तुर्की के बीच तनावपूर्ण संबंधों के बीच दोनों देशों के अधिकारियों ने इस मुश्किल समय में एकजुटता दिखाते हुए संदेश जारी किए तथा यूनान और तुर्की के राष्ट्रपतियों ने फोन पर बातचीत की। एपी सिम्मी शाहिदशाहिद
Armenia-Azarbejan War : 5 दिन में ‘कब्जा’ करना चाहता था अजरबैजान, आर्मीनिया के पलटवार से पस्त
येरेवान
नगोर्नो-काराबाख पर कब्जे के लिए अजरबैजान ने तुर्की के साथ मिलकर एक बड़ी रणनीति बनाई थी। अजरबैजान को उम्मीद थी कि वह तुर्की और इजरायली हथियारों के बल पर अचानक से हमला करके 5 दिन में नगोर्नो-काराबाख के बड़े इलाके पर कब्जा कर लेगा। हालांकि ऐसा हुआ नहीं और आर्मीनिया की सेना ने इतना तगड़ा पलटवार किया कि यह युद्ध अब दूसरे महीने में प्रवेश कर गया है। यही नहीं इस जंग में अजरबैजान सरकार को उसके अनुमान से ज्यादा सैनिकों और पैसे का नुकसान उठाना पड़ा है।
काकेकश इलाके में तैनात एक पश्चिमी सैन्य अधिकारी ने एशिया टाइम्स से बातचीत में कहा, ‘सभी संकेत बताते हैं कि अजरबैजान की असली योजना अचानक से भीषण हमला करके 3 से 5 दिन तक युद्ध लड़ने की थी ताकि आर्मीनिया को सेना को पीछे ढकेला जा सके।’ इस आक्रामक सैन्य कार्रवाई की शुरुआत 27 सितंबर को हुई थी और अब यह दूसरे महीने में प्रवेश कर गई है। यही नहीं रूसी राष्ट्रपति के मुताबिक इस लड़ाई में अब तक 5 हजार लोग मारे गए हैं।
अजरबैजान के 5 दिन तक युद्ध लड़ने के समयसीमा की पुष्टि मास्को में तैनात एक यूरोपीय सैन्य अधिकारी ने भी की। उन्होंने कहा कि तुर्की ने आर्मीनिया से लड़ने के लिए 1 हजार सीरियाई आतंकवादियों की भर्ती की थी। इन आतंकवादियों को अचानक से हमला करना था और उन्हें उन जगहों पर तैनात किया गया था जहां पर कराबाख की सेना कमजोर थी। सैन्य अधिकारी ने कहा कि अजरबैजान ने आर्मीनिया की सेना को बहुत कम आंका जिसके पास पहाड़ों पर लड़ने का भौगोलिक फायदा था।
अजरबैजान ने यह आक्रामक सैन्य कार्रवाई ऐसे समय पर की जब अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव प्रचार चल रहा था। अजरबैजान को उम्मीद थी कि आर्मीनिया के पास जब तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सहायता आएगी तब तक वह अपने मंसूबों में कामयाब हो चुका होगा। उसने यह भी सोचा था एक बार उसका नगोर्नो-काराबाख के जिन इलाकों पर कब्जा हो जाएगा, वहीं पर वह संघर्ष विराम कर लेगा। इससे कब्जा की हुई जमीन उसके हिस्से में आ जाएगी।
इस युद्ध में रूस ने भी उदासीन रवैया अपनाया। अजरबैजान को लगा कि वह इजरायल और तुर्की के घातक हथियारों के बल पर नगोर्नो-काराबाख के काफी इलाके पर कब्जा कर लेगा। हालांकि उसे आर्मीनिया की सेना के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। अजरबैजान ने अपना सारा जोर पिछले कुछ दिनों में शुशी शहर पर लगाया है जिसे प्रतीकात्मक रूप से बेहद अहम माना जाता है। आर्मीनिया की सेना के पलटवार का असर यह रहा कि अब दोनों ही देशों के विदेश मंत्री सीजफायर पर बात कर रहे हैं।
अमेरिका में COVID-19 महामारी की शुरुआत के बाद से अब तक की सबसे बड़ी दैनिक वृद्धि दर्ज, एक दिन में 90 हजार से ज्यादा मामले।
न्यूयॉर्क: अमेरिका ने COVID-19 महामारी की शुरुआत के बाद से अब तक की सबसे बड़ी दैनिक वृद्धि दर्ज की है। यहां एक दिन में 90 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, देश में मामलों की संख्या 80 लाख से 90 लाख होने में यानि कि 10 लाख नए मामले सामने आने में केवल 14 दिन का समय लगा है।
इन दिनों अमेरिका में मामलों और मौतों की संख्या आसमान छू रही है। यूएस सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के मुताबिक यहां गुरुवार को 90,155 नए मामले और 1,055 मौतें दर्ज हुईं। इस हफ्ते में 4 बार COVID-19 मामलों की संख्या 80 हजार से अधिक रही। गुरुवार को यहां के 9 राज्यों इलिनोइस, इंडियाना, मेन, मिशिगन, मिनेसोटा, न्यू मेक्सिको, नॉर्थ कैरोलाइना, नॉर्थ डकोटा और ओहायो में अब तक की सर्वाधिक दैनिक वृद्धि दर्ज की गई।
COVID-19 ट्रैकिंग प्रोजेक्ट के मुताबिक, अमेरिका में इस हफ्ते 5 लाख से ज्यादा संक्रमणों के रिकॉर्ड होने की जानकारी दी। वहीं देश में कोविड रोगियों के अस्पताल में भर्ती होने की संख्या इस महीने की शुरूआत की औसत संख्या 30 हजार से बढ़कर 43 हजार रही।
‘यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन’ के पूर्व कमिश्नर स्कॉट गॉटलिब ने गुरुवार को एक साक्षात्कार के दौरान कहा, “इस COVID-19 महामारी के सबसे कठिन दिन अगले दो महीने हैं। हम हमारे सुरक्षा उपायों को नहीं छोड़ सकते हैं।” इतना ही नहीं उन्होंने चेतावनी दी है कि अमेरिका अगले कुछ हफ्तों में या शायद इसी हफ्ते से रोजाना 1 लाख मामलों की संख्या को पार करेगा।