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Mumbai: मेट्रो के पिलर से टकराकर क्रेन दो हिस्सों में बंटी, एक महिला की मौत, दो गंभीर- अंधेरी गुंदावली बस स्टॉप की घटना।

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मुंबई वेस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे (Western Express Highway) के पास शनिवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ। अंधेरी गुंदावली बस स्टॉप पर एक अनियंत्रित क्रेन तेज रफ्तार में मेट्रो के पिलर से जा टकराई। इस हादसे में एक महिला की मौत हो गई, जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।

हादसा शनिवार सुबह लगभग छह बजे हुआ। एक महिला अंधेरी वेस्टर्न एक्सप्रेस हाइवे के बस स्टॉप पर खड़ी थी। मेट्रो की क्रेन को जोगेश्वरी से बांद्रा लाया जा रहा था। बताया जा रहा है कि क्रेन के ड्राइवर ने अचानक क्रेन से अपना नियंत्रण खो दिया। देखते ही देखते क्रेन दो हिस्सों में बंट गई। बस स्टॉप पर खड़ी महिला के ऊपर क्रेन का एक हिस्सा जाकर गिर गया। महिला क्रेन के पिछले पहिए के नीचे दब गई और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। बस स्टॉप के पास मौजूद दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। ड्राइवर मौके पर ही क्रेन छोड़कर भाग निकला। पुलिस उसकी तलाश कर रही है।अंधेरी से दहिसर के लिए बिछाई जा रही यह मेट्रो लाइन

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मृतक महिला की पहचान फाल्गुनी पटेल के रूप में हुई है। जो दो अन्य लोग घायल हुए हैं। उन्हें पास के एक अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। उनकी हालत गंभीर है। अधिकारियों ने बताया कि मुंबई मेट्रो लाइन-7 का निर्माण हो रहा है। यह लाइन, अंधेरी से दहिसर के लिए बिछाई जा रही है।

मध्यप्रदेश: चुनाव आयोग ने कांग्रेस नेता कमलनाथ का स्टार प्रचारक का दर्जा रद्द किया।

चुनाव आयोग के मध्यप्रदेश चुनाव प्रचार अभियान के लिए कांग्रेस नेता कमलनाथ का स्टार प्रचारक का दर्जा रद्द कर दिया। इसपर कमलनाथ ने कहा कि स्टार प्रचारक न तो कोई पद है और न ही कोई दर्जा। मैं चुनाव आयोग के फैसले पर टिप्पणी नहीं करना चाहता, केवल 10 नवंबर के बाद टिप्पणी करूंगा। अंत में, जनता सबसे ज्यादा मायने रखती है और वे सब कुछ जानते हैं।

बता दें कि मध्य प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में आचार संहिता का बार-बार उल्लंघन करने को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ को गुरुवार को तगड़ा झटका लगा है। चुनाव आयोग ने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का स्टार प्रचारक का दर्ज हटा दिया है। बता दें कि पिछले दिनों चुनाव प्रचार के दौरान राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री ने महिला मंत्री के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल किए थे, जिसके विरोधियों ने चुनाव आयोग से इसकी शिकायत की थी।

आयोग ने शुक्रवार को जारी एक आदेश में कहा, ‘…आदर्श आचार संहिता के बार-बार उल्लंघन और उन्हें (कमलनाथ को) जारी की गई सलाह की पूरी तरह से अवहेलना करने को लेकर आयोग मध्य प्रदेश विधानसभा के वर्तमान उपचुनावों के लिए मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के राजनीतिक दल के नेता (स्टार प्रचारक) का दर्जा तत्काल प्रभाव से समाप्त करता है।

आयोग ने कहा कि कमलनाथ को स्टार प्रचारक के रूप में प्राधिकारियों द्वारा कोई अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा, ‘हालांकि, अब से यदि कमलनाथ द्वारा कोई चुनाव प्रचार किया जाता है तो यात्रा, ठहरने और दौरे से संबंधित पूरा खर्च पूरी तरह से उस उम्मीदवार द्वारा वहन किया जाएगा जिसके निर्वाचन क्षेत्र में वह चुनाव प्रचार करेंगे।

गौरतलब है कि कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम ने एक चुनावी सभा में बीजेपी प्रत्याशी और मंत्री इमरती देवी को आइटम कह दिया था। चारों तरफ से घिरने के बाद पहले तो कमलनाथ ने कहा था कि आइटम को अपमानजनक शब्द नहीं है। उन्होंने कई अजीबो-गरीब तर्क देते हुए कहा कि विधानसभा और संसद में भी आइटम नंबर कहा जाता है।

क्या है नूर जहां बेगम केस? जिसके हवाले से कोर्ट ने केवल शादी के लिए धर्म परिवर्तन को अवैध करार दिया

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Allahabd High Court

प्रयागराज
इलाहाबाद हाई कोर्ट ने बड़ा फैसला देते हुए केवल शादी के लिए धर्म परिवर्तन को अवैध करार दिया है। दो अलग धर्म के जोड़े की याचिका को खारिज करते हुए कोर्ट ने यह आदेश दिया। कुरान का जिक्र करते हुए कोर्ट ने कहा कि इस्लाम में बिना आस्था और विश्वास के केवल शादी करने के उद्देश्य से धर्म बदलना स्वीकार्य नहीं है। यह इस्लाम के खिलाफ है। कोर्ट ने नूरजहां बेगम केस के फैसले का हवाला दिया, जिसमें कोर्ट ने कहा कि शादी के लिए धर्म बदलना स्वीकार्य नहीं है। इस केस में हिन्दू लड़की ने धर्म बदलकर मुस्लिम लड़के से शादी की थी। इसी फैसले के हवाले से कोर्ट ने मुस्लिम से हिंदू बनकर शादी करने वाली याचिकाकर्ता को राहत देने से इनकार कर दिया।

यह आदेश न्यायमूर्ति एमसी त्रिपाठी ने प्रियांशी उर्फ समरीन और अन्य की याचिका पर दिया है। कोर्ट ने कहा है कि एक याची मुस्लिम तो दूसरा हिन्दू है। लड़की ने 29 जून 2020 को हिन्दू धर्म स्वीकार किया और एक महीने बाद 31 जुलाई को विवाह कर लिया। कोर्ट ने कहा कि रेकॉर्ड से साफ है कि शादी करने के लिए धर्म परिवर्तन किया गया है। आइए जानते हैं कि नूर जहान बेगम केस है क्या, जिसका हवाला देकर कोर्ट ने ऐसी शादी को अवैध करार दिया।

2014 के नूर जहां बेगम उर्फ अंजलि मिश्रा और अन्य केस का हवाला दिया। 6 साल पहले के केस में इलाहाबाद हाई कोर्ट के जस्टिस सूर्य प्रकाश केसरवानी ने फैसला देते हुए कुरान की आयतों का जिक्र किया था। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के पुराने ऑर्डर का जिक्र करते हुए कहा था कि आस्था या ईमान में किसी वास्तविक बदलाव के बगैर केवल शादी के लिए ही गैर मुस्लिम का धर्मांतरण करना गैरकानूनी और अमान्य है।

 

कोर्ट ने मुस्लिमों के पवित्र ग्रंथ का जिक्र करते हुए कहा था कि ऐसी शादियां कुरान की आयत 221 सूरा 2 में उल्लिखित बातों के खिलाफ हैं। कोर्ट ने जिक्र करते हुए कहा, ‘किसी लड़की या महिला से तब तक शादी मत करो, जब तक वे धर्म में विश्वास ना करें। और ना ही लड़की की शादी गैर विश्वासी व्यक्ति के साथ करें।’

 

केस में यूपी के अलग-अलग जिलों से पांच कपल ने याचिका दायर करते हुए ‘शादीशुदा कपल के तौर पर सुरक्षा’ की मांग की थी। उन जोड़ों में से लड़के मुस्लिम और लड़कियां हिंदू थीं, जिन्होंने निकाह (शादी) के लिए इस्लाम अपना लिया था। इन सभी ने शादी के एक महीने पहले सितंबर 2014 में काजी के सामने धर्म परिवर्तन किया था।

 

कोर्ट ने आदेश में कहा, ‘याचिकाकर्ता लड़कियों के अनुसार उन्हें इस्लाम के बारे में जानकारी या सच्ची आस्था नहीं है। केवल शादी के मकसद से उनका धर्म परिवर्तन हुआ। धर्मांतरण के केस में नए धर्म के नियम, रीति और सिद्धांतों में सच्ची श्रद्धा होनी चाहिए।’

(Source Navbharat Times)

Indian Oil: इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन का लाभ 11 गुना बढ़ा,

indian oil

सितंबर तिमाही में कंपनी का स्टटैंडअलोन शुद्ध लाभ 6,227.31 करोड़ रुपए रहा

  • प्रत्येक शेयर पर कंपनी ने 6.78 रुपए का शुद्ध लाभ दर्ज किया
  • ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन 1.28 डॉलर से बढ़कर 8.62 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया

देश की सबसे बड़ी तेल कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) ने शुक्रवार को कहा कि सितंबर तिमाही में उसका स्टटैंडअलोन शुद्ध लाभ 11 गुना बढ़कर 6,227.31 करोड़ रुपए रहा। रिफाइनिंग मार्जिन बढ़ने और इनवेंटरी गेन के कारण कंपनी के शुद्ध लाभ में इतनी भारी बढ़ोतरी हुई है। कंपनी ने प्रत्येक शेयर पर 6.78 रुपए का शुद्ध लाभ दिया है।

कंपनी के चेयरमैन श्रीकांत माधव वैद्य ने कहा कि एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी को 563.42 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ था। उन्होंने कहा कि ज्यादा इनवेंटरी और फॉरेक्स लाभ और बेहतर रिफाइनरी मार्जिन के कारण कंपनी के शुद्ध लाभ में भारी बढ़ोतरी हुई है। सितंबर तिमाही में कंपनी का ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन बढ़कर 8.62 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया, जो एक साल पहले की समान तिमाही में 1.28 डॉलर था।

7,400 करोड़ रुपए का इनवेंटरी गेन

इनवेंटरी गेन के कारण कंपनी को दूसरी तिमाही में 7,400 करोड़ रुपए का लाभ हुआ, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी को 1,807 करोड़ रुपए का इनवेंटरी लॉस हुआ था। क्रूड में गिरावट के बाद जब कंपनी सस्ता क्रूड खरीदती है और क्रूड में तेजी आने के बाद जब ऊंचे भाव पर पेट्रोल और डीजल बेचती है, तो उसे इनवेंटरी गेन कहा जाता है। कंपनी ने मई और जून के बीच सस्ते में क्रूड खरीदा था।

672 करोड़ रुपए का फॉरेक्स लाभ

दूसरी तिमाही में कंपनी को 672 करोड़ रुपए का फॉरेक्स लाभ हुआ। एक साल पहले की समान तिमाही में 1,135 करोड़ रुपए का फॉरेक्स लॉस हुआ था। कंपनी का ऑपरेटिंग रेवेन्यू घटकर 1.15 लाख करोड़ रुपए रहा, जो एक साल पहले की समान तिमाही में 1.32 लाख करोड़ रुपए था।

कैपेसिटी युटिलाइजेशन सुधरा

कंपनी का रिफाइनरी रन रेट या कैपेसिटी युटिलाइजेशन सुधरा है। अप्रैल में रिफाइनरी रन रेट घटकर 49 फीसदी रह गया था। मई में यह 67 फीसदी पर और जून में 89 फीसदी पर आ गया। कई राज्यों में लोकल लॉकडाउन के कारण अगस्त में यह फिर से घटकर 61 फीसदी पर आ गया, जो सितंबर में बढ़कर 77 फीसदी पर और अब और बढ़कर 94 फीसदी पर आ गया।

UPL लिमिटेड को दोगुने से ज्यादा प्रॉफिट

यूपीएल लिमिटेड ने कहा कि सितंबर तिमाही में उसका कंसॉलिडेटेड शुद्ध लाभ दोगुने से ज्यादा बढ़कर 537 करोड़ रुपए पर पहुंच गया, जो एक साल पहले की समान तिमाही में 202 करोड़ रुपए था। हालांकि जून तिमाही के मुकाबले कंपनी का प्रॉफिट 18 फीसदी घट गया। जून तिमाही में कंपनी ने 653 करोड़ रुपए का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट हासिल किया था।

ब्लू डार्ट को 41.4 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ

प्रमुख कुरियन सर्विस कंपनी ब्लू डार्ट एक्सप्रेस लिमिटेड ने कहा कि सितंबर तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 41.4 करोड़ रुपए रहा। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी ने 14 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। इस दौरान कंपनी की कुल आय 864.4 करोड़ रुपए रही।

मार्केट में आया Cyber Fraud का नया खतरनाक तरीका

नई दिल्‍ली. सोशल नेटव‍र्किंग साइट्स (Social Networking sites) पर अकाउंट बनाने वाले यूजर्स (Users) के लिए बुरी खबर है. मार्केट में साइबर फ्रॉड (Cyber Fraud) का एक नया तरीका आ चुका है. अभी त‍क यूजर का फेसबुक अकाउंट हैक (Facebook Account Hacking) करके या उसके नाम से ही नया अकाउंट बनाकर यूजर के परिचितों से पैसे मांगने का चलन था. जिसके चलते सैकड़ों लोग इस फ्रॉड के शिकार हुए लेकिन अब साइबर मार्केट (Cyber Market) में फ्रॉड का एक नया ही तरीका सामने आया है. यह नया तरीका पूरी तरह स्‍क्रीनशॉट ब्‍लैकमेलिंग (Screenshot-Black mailing) है. जिससे बचने के लिए यूजर अपराधियों को मुंहमांगी कीमत भी देने को मजबूर हो जाता है.

साइबर एक्‍सपर्ट्स (Cyber experts) की मानें तो यह तरीका पहले से भी ज्‍यादा खतरनाक है. इसमें व्‍यक्ति से पैसे एंठने के साथ ही सोशल मीडिया (Social Media) पर उसके आपत्तिजनक स्‍क्रीनशॉट्स भी शेयर किए जा रहे हैं, ये वे स्‍क्रीनशॉट्स हैं जो मैसेज यूजर ने किए ही नहीं हैं बल्कि उसके नाम और अकांउट से हैकर ने ही किए हैं. ऐसे मामलों में हैकर या अपराधी को पकड़ना भी मुश्किल हो रहा है.

Noida: साइबर अपराध शाखा ने दो विदेशियों को गिरफ्तार किया

दिल्‍ली पुलिस के साथ मिलकर हैकिंग और साइबर इश्‍यूज पर काम कर रहे साइबर एक्‍सपर्ट मोहित यादव का कहना है कि आजकल साइबर फ्रॉड (Cyber Fraud) के मामले तेजी से बढ़े हैं. इनमें भी नए-नए मामले देखने को मिल रहे हैं. 

रोजाना ऐसे केस अमूमन आ ही जाते हैं. यह खासतौर पर उन लोगों के साथ हो रहा है जो अपने फेसबुक अकाउंट्स की डिटेल्‍स पब्लिक रखते हैं. खासतौर पर अपनी फ्रें‍डलिस्‍ट को. फेसबुक पर दोस्‍तों की लिस्‍ट को लॉक रखना आज सबसे ज्‍यादा जरूरी है. इसके अलावा फोटोज को भी पब्लिक रखना मुसीबत बन सकता है क्‍योंकि रिमोट एरिया में बैठकर इन गति‍विधियों को अंजाम देने वाले साइबर फ्रॉड के अपराधियों को पकड़ना मुश्किल होता जा रहा है.

ऐसे होता है स्‍क्रीनशॉट ब्‍लैकमेलिंग सबसे पहले अपराधी आपका असली अकाउंट देखते हैं, आपकी लिखने की भाषा, आपके पूरे व्‍यवहार को एनालिसिस करते हैं. फिर आपकी नई आईडी बनाते हैं. आपकी ही फ़ोटो लगाते हैं. फिर आपके नाम से बनी आइडी के साथ अपनी ही एक दूसरी फेक आईडी से चैट करते हैं. अगर आप महिला हैं तो ये अपनी पुरुष वाली फेक आईडी से और अगर आप पुरूष हैं तो ये अपनी महिला वाली फेक आईडी से चैट करते हैं. यह चैट आपत्तिजनक होती है. इस चैट में कई दिन भी लग सकते हैं.

इस चैट का ये स्‍क्रीनशॉट खींचते हैं और आपके असली अकाउंट के मैसेंजर में भेजते हैं. फिर आपको संपर्क करने के लिए कहते हैं. जब आप मैसेंजर पर कॉल करते हैं तो ये अपनी मांग आपके सामने रखते हैं या मैसेंजर पर ही अकाउंट नंबर देकर पैसे डालने के लिए कहते हैं. ऐसा न करने पर स्‍क्रीनशॉट वायरल करने की धमकी देते हैं. चूंकि स्‍क्रीनशॉट में आपका फोटो और आपका ही नाम होता है तो इसके वायरल होने से क्‍या तकलीफ हो सकती है आप ये अंदाजा लगा सकते हैं. इस तरह ये स्‍क्रीनशॉट ब्‍लैकमेलिंग का खेल करते हैं और लोग हजारों रुपये इनके अकाउंट में ट्रांसफर कर देते हैं.

Mumbai: मुंबई में बोरीवली के गोराई इलाके की सास-बहू और साजिश की हैरान कर देने वाली वारदात

मोहित कहते हैं कि साइबर फ्रॉड (Cyber Fraud) के ऐसे मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में अगर किसी का स्‍क्रीनशॉट वायरल होता दिखाई दे, तो ये जरूरी नहीं कि यह चैट उसी शख्‍स ने की है, यह हैकर और अपराधियों की साजिश भी हो सकती है.

मोहित कहते हैं कि जरूरी है कि लोग अपने फेसबुक अकाउंट पर अपनी पर्सनल चीजों को पब्लिकली शेयर करने से बचें. इसके साथ ही उन लोगों को अपनी फ्रेंडलिस्‍ट में बिल्‍कुल न जोड़ें जिन्‍हें आप जानते नहीं हैं या जो पहले से आपके मित्र हैं और दोबारा उनके नाम से आपके पास फ्रेंड रिक्‍वेस्‍ट आई हो. इसके अलावा ऐसा कोई भी स्‍क्रीनशॉट आने पर पुलिस को तुरंत इसकी सूचना दें.

पूर्व आईपीएस बोले, आने वाले समय में ऑडियो वायरल कर ब्‍लैकमेलिंग की भी आशंका है।

बिहार कैडर के पूर्व आईपीएस ध्रुव गुप्‍त का कहना है कि हाल ही में स्‍क्रीनशॉट ब्‍लैकमेलिंग के कई मामले सामने आए हैं, खुद उनके पास कई पुरुष और महिलाएं ऐसे मामलों को लेकर पहुंचे हैं. जहां कई मामलों में हैकर और अपराधियों ने लोगों का डमी अकाउंट बनाकर, उनकी फोटो लगाकर और फेक आईडी से चैट कर स्‍क्रीनशॉट भेजकर पैसे मांगे. 

वहीं अन्‍य मामलों में महिलाओं को बातों में फंसाकर, फ्लर्ट करके, उनकी तरफ से भी भावुक होकर कही गई बातों के स्‍क्रीनशॉट लेकर ब्‍लैकमेल कर अपराधियों ने पैसे मांगे हैं. इतना ही नहीं कई लोगों ने साख की चलते पैसे दिए भी हैं और फिर पुलिस में शिकायत की है.

गुप्‍त कहते हैं कि स्‍क्रीनशॉट चाहे झूठे हों या सच लेकिन अधिकांश लोग इन्‍हें लेकर पुलिस में जाने से भी परहेज करते हैं लेकिन लोगों को शिकायत करनी चाहिए. इसके अलावा जो खास बात है वह यह कि अभी ऑडियो ब्‍लैकमेलिंग होने की भी संभावनाएं बढ़ गई हैं. आपकी आवाज को रिकॉर्ड कर अपराधी इन्‍हें वायरल कर आपको ब्‍लैकमेल कर सकते हैं. ऐसे में अनजानों से फोन पर बात करते वक्‍त बहुत सावधानी बरतें. वहीं फेसबुक अकाउंट पर चीजों को लॉक रखना जरूरी है.

Lockdown ने बनाया चोर: कर्ज में डूबे 5 युवकों ने Roorkee से चोरी किए थे 42 लैपटॉप, 2 गिरफ़्तार

रुड़की. 27 अक्टूबर को रुड़की (Roorkee) से 42 लैपटॉप की चोरी का मामला हरिद्वार पुलिस ने सुलझा लिया है. पुलिस ने इस मामले में गाड़ी के ड्राइवर समेत दो लोगों को गिरफ़्तार कर उनसे 40 लैपटॉप बरामद भी कर लिए हैं. पुलिस के अनुसार इस वारदात में शामिल तीन आरोपी अभी फ़रार हैं और दो लैपटॉप भी कम हैं. 

आरोपियों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान काम न होने की वजह से वह कर्ज़ में डूब गए थे और इसी से बाहर आने के लिए उन्होंने चोरी की योजना बनाई थी.

Noida: साइबर अपराध शाखा ने दो विदेशियों को गिरफ्तार किया

देहरादून के कर रहे थे गाड़ी का पीछा 

बता दें कि 27 अक्टूबर को देहरादून से एक वाहन लैपटॉप की डिलीवरी करने के लिए रुड़की पहुंचा था लेकिन वाहन चालक ने अपने चार साथियों के साथ गाड़ी में रखे 42 लैपटॉप चोरी कर लिए थे और सभी फ़रार हो गए थे. पुलिस के अनुसार पकड़े गए आरोपी प्लान के मुताबिक वाहन का पीछा देहरादून से ही कर रहे थे. रुड़की में मौका देखते ही उन्होंने वाहन से लैपटॉप उड़ा लिए.

हरिद्वार के एसएसपी सेंथिल अब्बुदाई कृष्णराज एस ने कहा कि आरोपियों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान उनका काम छूट गया था और वे कर्ज़ में डूब गए थे. उन्होंने एक युवक का नकली ड्राइविंग लाइसेंस बना एक ट्रांसपोर्टर के पास नौकरी पर लगवा दिया था. धीरे-धीरे वह बतौर ड्राइवर मालिक का विश्वास जीतने में कामयाब हो गया था. 

इसके बाद उन्होंने लैपटॉप चोरी करने की योजना बनाई और रुड़की में मौका देखते ही घटना को अंजाम दे डाला था.

Mumbai: मुंबई में बोरीवली के गोराई इलाके की सास-बहू और साजिश की हैरान कर देने वाली वारदात

पुलिस ने आज नारसन बॉर्डर पर चेकिंग के दौरान एक कार से 40 लैपटॉप बरामद कर दो आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया. बरामद किए गए लैपटापों की कीमत 23 लाख बताई जा रही है. उन्होंने बताया कि आरोपी युवक नामी कम्पनी के लैपटॉपों दिल्ली में बेचने की फिराक में थे लेकिन समय रहते हुए पुलिस ने उन्हें बॉर्डर पर ही गिरफ्तार कर लिया.

इस वारदात में शामिल तीन आरोपी अभी फरार चल रहे हैं, जिनकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है. पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर रही है. पुलिस पकड़े गए आरोपियों की आपराधिक कुंडली भी खंगाल रही है.